नांदेड स्थित कपास अनुसंधान केंद्र ने विकसित की कपास की तीन नवीन किस्में
वसंतराव नाइक मराठवाड़ा कृषि विश्वविद्यालय, परभणी के नांदेड़ मौजूद कपास अनुसंधान केंद्र ने कपास की तीन नवीन किस्में इजात की हैं।
शोध के पश्चात कपास की तीन बीटी किस्में इजात की हैं। इनमें एनएच 1901 बीटी, एनएच 1902 बीटी एवं एनएच 1904 बीटी शम्मिलित हैं।
महाराष्ट्र प्रमुख कपास उत्पादक राज्य है। यहां बड़े पैमाने पर किसान कॉटन की खेती पर निर्भर हैं। ये तीन नवीन किस्में महाराष्ट्र, गुजरात एवं मध्य प्रदेश के लिए उपयुक्त हैं।
परभणी के मेहबूब बाग कपास अनुसंधान केंद्र ने स्वदेशी कपास की एक सीधी किस्म ‘पीए 833’ विकसित की है, जो दक्षिण भारत के लिए अनुकूल है।