इस राज्य की मंडियों में लाल प्याज भारी मात्रा में आवक से जाम
इस साल बारिश के अभाव की वजह से लाल प्याज की आवक विलंभ से हो रही है। इसकी रोपाई विलंभ से हुई थी, क्योंकि राज्य के ज्यादातर हिस्सों में मॉनसून की वर्षा काफी विलंभ से शुरू हुई थी। किसानों को यह आशा है, कि आने वाले समय में बाजार में नया प्याज भरपूर मात्रा में आने तक प्याज की कीमतें स्थिर रहेंगी।
लाल प्याज की आवक में देरी का कारण
इस वर्ष मौसम की बेरुखी मतलब कि बारिश के अभाव की वजह से लाल प्याज की आवक विलंभ से हो रही है। दरअसल, इसकी रोपाई काफी विलंभ से हुई थी। क्योंकि, राज्य के ज्यादातर हिस्सों में मॉनसून की वर्षा काफी विलंभ से हुई थी।
सरकार कृषकों की सहायता के लिए क्यों नहीं आती ?
प्याज उत्पादक किसान संघ के पदाधिकारियों ने प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा है, कि मूल्य वृद्धि का लाभ किसानों से अधिक व्यापारियों को हो रहा है। पूर्व में जब किसान 200 रुपये क्विंटल प्याज बेच रहे थे, तब सरकार सहायता के लिए सामने नहीं आई।
मंडी समिति ने कृषकों से क्या अपील की है ?
सचिव संतोष गायकवाड, अरुण अहिरे ने अपील करी है, कि किसान माल छांटकर माल बेचें, नीलामी के उपरांत संबंधित व्यापारियों से नकद भुगतान लें।