ओडिशा में भी रागी की उल्लेखनीय खेती की जाती है। यहां आदिवासी समुदाय पारंपरिक रूप से रागी का उपभोग करते हैं।

महाराष्ट्र भारत के पश्चिमी भाग में स्थित है और रागी की उत्पादन उसकी प्रमुख कृषि विरासत में से एक है। यहाँ के किसानों द्वारा की जाने वाली रागी की खेती उन्हें अच्छी आय और आर्थिक स्थिरता प्रदान करती है।

तेलंगाना भारत के एक प्रमुख रागी उत्पादन राज्य है। यहाँ की उत्पादकता विस्तारवादी है और उत्पादकों को समर्थन प्रदान किया जाता है। तेलंगाना में रागी की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए सरकारी योजनाएं भी लागू की गई हैं।

आंध्र प्रदेश रागी उत्पादन में महत्वपूर्ण योगदान देता है। सूखा-प्रतिरोधी फसल होने के नाते, यह राज्य कम वर्षा वाले क्षेत्रों में रागी की खेती को बढ़ावा देता है।

तमिलनाडु रागी उत्पादन में दूसरे स्थान पर आता है। यहां रागी को पारंपरिक रूप से विभिन्न व्यंजनों में इस्तेमाल किया जाता है, जो इसके पोषण महत्व को दर्शाता है।

कर्नाटक को रागी का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य माना जाता है। यहां की हल्की मिट्टी और कम वर्षा वाली जलवायु रागी की खेती के लिए अनुकूल हैं।