ट्यूलिप को अच्छी जल निकास वाली, बलुईं-दोमट मिट्टी की आवश्यकता होती है। मिट्टी का pH 6.0 से 7.0 के बीच होना चाहिए। रोपण से पहले मिट्टी में अच्छी मात्रा में जैविक खाद, जैसे गोबर की खाद या कम्पोस्ट मिलाना चाहिए।
ट्यूलिप की खेती के लिए क्यारियों की तैयारी करें। क्यारियां लगभग 1 फुट ऊंची और 3-4 फुट चौड़ी होनी चाहिए। मिट्टी को गहरी जुताई करें और उसको भुरभुरा बना लें।
ट्यूलिप के पौधों को नियमित रूप से सींचाई की आवश्यकता होती है, लेकिन जलभराव नहीं होना चाहिए। मिट्टी को नम रखने के लिए हल्की सिंचाई करें। ट्यूलिप को कूल तापमान पसंद होता है, इसलिए गर्मी के दौरान शाम के समय हल्की सिंचाई करें।
खरपतवार ट्यूलिप के पौधों के पोषक तत्वों को कम कर सकते हैं। नियमित रूप से खरपतवार निकालते रहें। रोपण के बाद गीली मल्चिंग करने से खरपतवार नियंत्रण में मदद मिल सकती है।
ट्यूलिप की कटाई तब की जाती है जब कलियां रंग दिखाना शुरू कर दें, लेकिन पूरी तरह से खिल नहीं पाए। सुबह के समय ट्यूलिप के फूलों को तिरछा काट लें। कटे हुए फूलों को ठंडे पानी में रखें और उन्हें शीत वातावरण में स्टोर करें।