भारत में खेती के लिए पानी की कमी एक बड़ी समस्या है।
सही सिंचाई तकनीक का उपयोग करके किसान पानी की बचत कर सकते हैं।
– ड्रिप सिंचाई में पाइप्स के माध्यम से पानी सीधे पौधों की जड़ों में डाला जाता है।
– इस तकनीक में पानी की बहुत कम बर्बादी होती है।
– स्प्रिंकलर सिंचाई में पानी को फव्वारे की तरह पौधों पर छिड़का जाता है।
– यह तकनीक समान रूप से पानी वितरण में मदद करती है।
यह तकनीक ड्रिप सिंचाई का उन्नत रूप है, जिसमें पाइप्स को जमीन के अंदर बिछाया जाता है।
डेयरी फार्मिंग शुरू करने के लिए टिप्स
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