पपीता भारत में एक लोकप्रिय फल है, और इसके पोषण मूल्य और स्वास्थ्य लाभों के कारण इसकी मांग लगातार बढ़ रही है।
पपीता गर्म और आर्द्र जलवायु में पनपता है, और भारत में ऐसे कई क्षेत्र हैं जो पपीते की खेती के लिए आदर्श परिस्थितियाँ प्रदान करते हैं।
पपीते की खेती में कम निवेश की आवश्यकता होती है, जो इसे छोटे पैमाने के किसानों के लिए एक आकर्षक विकल्प बनाता है।
पपीता आवश्यक विटामिन और पोषक तत्वों से भरपूर होता है जो आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने, पाचन में सुधार करने और स्वस्थ त्वचा और बालों को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है।
पपीते की खेती करने वाले राज्यों में आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश शामिल हैं।
पपीता जैम बनाने का व्यवसाय खाद्य उद्योग में रुचि रखने वाले उद्यमियों के लिए एक आशाजनक और आकर्षक अवसर है।
दरेक पेड़ की उगाने की पूरी गाइड: खेती, बीज और फायदें