करी पत्ते की खेती कैसे करें?

करी पत्ते भारत की हर रसोई में इस्तेमाल किया जाने वाला मसाला हैं। इसकी मसाला और औषधीय दोनों फसलों के रूप में खेती की जाती है।

– करी पत्ता पाचन तंत्र को सुधारता है, इसमें कई प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो की पाचन प्रक्रिया को बेहतर बनाते हैं।

अच्छी जल निकासी वाली लाल बलुई दोमट मिट्टी बेहतर पत्ती उपज के लिए आदर्श होती है। इष्टतम तापमान की आवश्यकता 26° से 37°C है।

अच्छी जुताई पाने के लिए खेत की 3-4 बार जुताई की जाती है। आखिरी जुताई से पहले अच्छी तरह सड़ी हुई गोबर की खाद 20 टन/हेक्टेयर की दर से डाली जाती है।

रोपण के तुरंत बाद गड्ढों की सिंचाई कर दी जाती है। तीसरे दिन दूसरी सिंचाई दी जाती है और फिर सप्ताह में एक बार सिंचाई की जाती है।

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