नारियल का पेड़ कैसे उगायें, इसकी खेती से जुड़ी विस्तृत जानकारी
नारियल की खेती की प्रमुख खासियत यह है कि यह एक लंबी आयु वाली फसल है, जो 60 से 80 वर्षों तक फल देती है, जिससे किसान को लंबे समय तक आय प्राप्त होती है।
नारियल के पेड़ को अलग-अलग जलवायु और मिट्टी की परिस्थितियों में उगाया जाता है। यह मूलतः एक उष्णकटिबंधीय पौधा है, जो अधिकतर 20° उत्तर और 20° दक्षिण अक्षांशों के बीच उगता है।
नारियल के पेड़ को उगाने के लिए ऐसे स्थानों का चयन करें जहाँ गहरी (कम से कम 1.5 मीटर गहराई) और अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी हो। भारी, अपूर्ण रूप से जल निकासी वाली मिट्टी उपयुक्त नहीं होती।
रोपण से पहले भूमि की तैयारी की प्रकृति कई पर्यावरणीय कारकों पर निर्भर करती है, जैसे भूमि की स्थलाकृति और मिट्टी का प्रकार।
नर्सरी बनाने के लिए अच्छी जल निकासी वाली मोटी मिट्टी का चयन किया जाना चाहिए। बीजों को समतल क्यारियों में बोया जा सकता है अगर जल निकासी में कोई समस्या नहीं है।
नारियल से बेहतर उपज प्राप्त करने के लिए, खेत में इष्टतम पौध घनत्व बनाए रखा जाना चाहिए। आमतौर पर वर्गाकार प्रणाली में 7.5 मीटर x 7.5 मीटर से 8.0 मीटर x 8.0 मीटर की दूरी की सिफारिश की जाती है।