रबी फसलों की उत्पादकता कैसे बढ़ाएं: भूमि तैयारी और उर्वरक प्रबंधन के टिप्स

ईश्वर और प्रकृति के एहसान से इस वर्ष काफी अच्छा पानी बरसा, इससे रबी फसलों की बुवाई के लिये, भूमि की तैयारी के लिये अच्छा अवसर मिल गया।

हमारे देश का लगभग 60 प्रतिशत भाग ऐसा है जहां पर रबी की बुआई वर्षा आधारित होती है।

सर्वाधिक सिंचाई कमांड क्षेत्र में उपलब्ध रहती है, रबी की दूसरी फसल चना है, जिसकी बुवाई के लिए भूमि चयन, भूमि की तैयारी से लेकर रखरखाव तक में आमतौर पर उतनी चिंता नहीं की जाती है, जितनी गेहूं की चिंता की जाती है।

सामान्य तौर पर रबी दलहनी फसलों में उर्वरक काफी कम इस्तेमाल होता है।

ऐसा करके दलहनी विशेषकर चने की उत्पादकता सरलता से बढ़ाई जा सकती है।

मांग की पूर्ति के लिये विवश शासन को बाहर से दलहन का आयात करना होगा, जिसका भार आम लोगों की आर्थिक संतुलन को भी बिगाड़ सकता है।

गेंदे की खेती को इस राज्य में मिल रहा है भरपूर सरकारी समर्थन