ऐसी खेती जिसमें तुलसी, अश्वगंधा, गिलोय जैसे पौधे उगाए जाते हैं, जिन्हें औषधीय गुणों के लिए उपयोग किया जाता है। ये खेती अब आमदनी और स्वास्थ्य दोनों के लिए फायदेमंद है।
भारत में हज़ारों सालों से आयुर्वेद का इस्तेमाल हो रहा है। औषधीय पौधे हमारी संस्कृति और घरेलू इलाज का हिस्सा रहे हैं।
कम लागत में ज्यादा मुनाफा बढ़ती आयुर्वेदिक बाजार की माँग भूमि की उर्वरता में सुधार
ये पौधे मिट्टी की गुणवत्ता सुधारते हैं और रसायनों की आवश्यकता नहीं होती, जिससे पर्यावरण भी सुरक्षित रहता है।
सरकार औषधीय खेती को बढ़ावा देने के लिए प्रशिक्षण, सब्सिडी और मार्केटिंग की सुविधा देती है। 'राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड' भी किसानों की मदद करता है।