यह योजना किसानों को जैविक खेती के लिए प्रशिक्षण, प्रमाणन और वित्तीय सहायता प्रदान करती है। योजना के तहत, किसानों को प्रति हेक्टेयर 10,000 रुपये तक की सब्सिडी मिल सकती है।
यह योजना जैविक उत्पादों के लिए बेहतर विपणन अवसर प्रदान करती है। योजना के तहत, किसानों को अपनी उपज को सीधे उपभोक्ताओं तक पहुंचाने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
यह योजना किसानों को अपनी मिट्टी की स्वास्थ्य स्थिति जानने और उचित पोषक तत्वों के प्रबंधन के लिए सलाह प्रदान करती है। योजना के तहत, किसानों को मृदा स्वास्थ्य परीक्षण के लिए मुफ्त कार्ड जारी किए जाते हैं।
यह योजना जैविक उत्पादों के उत्पादन, प्रसंस्करण और विपणन के लिए क्लस्टर स्थापित करने में किसानों की सहायता करती है। योजना के तहत, किसानों को प्रति क्लस्टर 10 लाख रुपये तक की सब्सिडी मिल सकती है।
यह योजना जैविक इनपुट जैसे कि खाद, जैव कीटनाशकों और बीजों के प्रमाणन के लिए प्रदान की जाती है। योजना के तहत, प्रमाणित इनपुट उत्पादकों को 50% तक की सब्सिडी मिल सकती है।