अब नहीं करना पड़ेगा सीजन का इंतजार राजस्थान और कोटा के किसानों ने एक बड़ी उपलब्धी हासिल कर ली है.
कोटा और राजस्थान के किसानों ने आम की एक खास वैरायटी तैयार की है. इस आम की वैरायटी बारोमासी यानि की सदाबहार बताई जा रही है
इस सदाबहार आम की प्रजाति एक तरह की बौनी प्रजातियों में से एक है. इसका मतलब इस तरह के पेड़ों की लंबाई ज्यादा ऊंची नहीं होती. इसे कीचन गार्डन में भी लगाया जा सकता है
यह पौधा अन्य आम के पौधों की किस्मों के मुकाबले दोगुनी तेजी से बढ़ता है और दो साल के अंदर ही फल देने लगता है. सदाबहार आम के लिए सिर्फ गोबर की खाद ही काफी है
आम की इस वैरायटी को साइंटिस्ट श्रीकृष्ण सुमन ने तैयार किया है