बीटी कपास एक जीन परिवर्तित फसल है।– इसमें बैसिलस थुरिन्जिएन्सिस (Bacillus Thuringiensis) का जीन डाला गया है।– यह जीन कपास की फसल को कीटों, खासकर गुलाबी सुंडी से बचाता है।
कीटनाशकों का कम उपयोग– बीटी कपास में कीटनाशकों की जरूरत कम होती है।– इसका जीन कीटों से प्राकृतिक रूप से सुरक्षा प्रदान करता है।
फसल उत्पादन में वृद्धि– बीटी कपास की फसल पर कीटों का प्रकोप कम होता है, जिससे पैदावार बढ़ती है।
कम श्रम की आवश्यकता– बीटी कपास में कीटनाशकों का उपयोग कम होने के कारण श्रम की आवश्यकता भी घटती है।
बेहतर गुणवत्ता वाली कपास
– बीटी कपास की फसल में कीटों का कम असर होता है, जिससे कपास के रेशे की गुणवत्ता बेहतर रहती है।
पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव– बीटी कपास में कम कीटनाशक उपयोग के कारण पर्यावरण पर इसका कम असर पड़ता है।– मिट्टी और पानी में कीटनाशक के रसायनों की मात्रा कम होती है।