मृदा परीक्षण क्या है? जानिए सम्पूर्ण जानकारी

– मिट्टी की उर्वरा शक्ति की जांच करना। – फसल विशेष के लिए आवश्यक पोषक तत्वों की मात्रा का पता लगाना।

1. खेत का सर्वेक्षण: खेत को उसके ढलान, आकार और मिट्टी की स्थिति के अनुसार भागों में विभाजित करें।

– अनाज, दलहन, तिलहन, गन्ना, कपास, चारा, सब्जियों और मौसमी फूलों के लिए 0-15 सेमी गहराई से नमूना लें।

– मिट्टी को समान रूप से फैलाकर चार भागों में विभाजित करें और आमने-सामने के दो हिस्सों को मिलाकर फिर से विभाजित करें।

फसल की बुवाई या रोपाई के 30-35 दिन पहले मिट्टी का नमूना लेकर परीक्षण कराएं।

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