रतालू की खेती: किस्में, जलवायु, उर्वरक और उत्पादन

रतालू एक प्रकार की भूमिगत सब्जी है, जिसका उपयोग विभिन्न रूपों में किया जाता है। इसे पकाकर, उबालकर, भूनकर, तलकर खाया जाता है।

इसके पत्ते पान के पत्तों की तरह दिखाई देते हैं, और इसकी गूदा सफेद या जामुनी रंग का होता है।

रतालू की खेती गर्म और आर्द्र जलवायु में बेहतर उत्पादन देती है। 25 से 35 डिग्री सेल्सियस तापमान इसकी खेती के लिए उपयुक्त होता है।

रतालू की खेती के लिए 3 से 4 बार जुताई करनी चाहिए। इसके बाद, 50 सेंटीमीटर चौड़ी बेड्स बनाई जाती हैं।

– रतालू की फसल 8-9 महीनों में तैयार हो जाती है।

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