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ई-ट्रैक्टर

किसान भाइयों को डीजल के खर्च और प्रदूषण की मार से बचाऐगा ये ई-ट्रैक्टर

किसान भाइयों को डीजल के खर्च और प्रदूषण की मार से बचाऐगा ये ई-ट्रैक्टर

किसानों का दोस्त माने जाने वाला ट्रैक्टर भी अब अपने किसान मित्रों को डीजल के खर्च की मार से बचाने के लिए इलेक्ट्रिक बैटरी से चलेगा। जी हाँ, आज हम आपको जानकारी देंगे इंटरनेशनल ट्रैक्टर्स लिमिटेड (ITPL) के इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर ITPL e-Tractors के विषय में। 

भारत में इलेक्ट्रिक स्कूटी से लगाकर कार एवं बसों को भी सरकार निरंतर बैटरी चालित करने की कोशिश कर रही है। इसकी मुख्य वजह तेल के प्राकृतिक सीमित संसाधनों के दोहन में गिरावट लाना है। साथ ही, भारत में ऊर्जा के नवीन आयामों को स्थापित करना भी है। 

बतादें, कि कृषि क्षेत्र में भी इस प्रकार के बहुत से नवीन कृषि यंत्रों का विकास हो चुका है, जिनमें कृषि ड्रोन, ग्रास कटर इत्यादि शम्मिलित हैं। 

परंतु, कृषि तकनीक के विकास के साथ ही फिलहाल किसानों का दोस्त कहा जाने वाला ट्रैक्टर भी फिलहाल डीजल की जगह इलेक्ट्रिक बैटरी के माध्यम से चलेगा। 

दरअसल, हम इंटरनेशनल ट्रैक्टर्स लिमिटेड (ITPL) के इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर ITPL e-Tractors के बारे में बात कर रहे हैं। कंपनी ने यह ट्रैक्टर 2023 में ही लॉन्च किया है। आगे हम आपको इस लेख में ट्रैक्टर की कीमत एवं विशेषताओं के विषय में जानकारी देंगे।

ITPL e-Tractors की कुछ मुख्य विशेषताऐं

ITPL e-Tractors की खासियतों की बात करें तो इसकी अधिकतम गति 30 किलोमीटर/घंटे है। यह ट्रैक्टर एक बार की चार्जिंग में लगभग 100 किलोमीटर तक चलता है। इसके अंदर 35 हॉर्स पॉवर का आउटपुट होता है। यह 300 NM का टार्क जनित कर सकता है।

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ITPL e-Tractors कितने रुपए में आता है

इस ट्रैक्टर को किसानों की सुविधा के अनुरूप तैयार गया है। यह खेतों से लगाकर किसानों के विभिन्न प्रकार के व्यावसायिक कार्यों को सुगमता से कर सकने में समर्थ हैं। 

साथ ही, इसकी कीमत की बात की जाए तो यह बाजार में 3 से 5 लाख के मध्य निर्धारित की गई है। यह किसानों को विभिन्न प्रकार की समस्याओं से छुटकारा भी दिलाएगा। साथ ही, इसके मेंटिनेंस यानी कि रखरखाव में भी किसानों का काफी कम खर्चा आएगा।

ITPL e-Tractors के कितने फायदे हैं

  • डीजल की अंधांधुंध खपत व खर्च से छुटकारा
  • खर्चा कम और काम ज्यादा
  • प्रदूषण से पूर्णतय मुक्ति
  • बेहद ही कम मेंटिनेंस का खर्चा
  • घरेलु एवं व्यावसायिक कार्यों में सहायक

भविष्य में यह ट्रैक्टर मील का पत्थर साबित होगा

नई बुलंदियों को छूने वाली कृषि क्षेत्र की दृष्टि से यह ट्रैक्टर वर्तमान के साथ-साथ भविष्य के लिए भी बेहद काम आने वाला है। भारत सहित विश्व भर में प्राकृतिक तौर पर मिलने वाले पेट्रोल, डीजल की अपेक्षा यही ट्रैक्टर्स ले लेंगे। 

इसकी वजह यह है, कि यह विद्युत चालित होते हैं। इनके कम मेंटिनेंस के खर्च एवं चलने में सहजता की वजह से यह किसानों की प्रथम पसंद भी बना हुआ है।

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E-Tractors को प्रोत्साहन देने के लिए अनुदान भी दिया जाता है

आपकी जानकारी के लिए बतादें कि यदि कोई भी किसान इस तरह के ई-ट्रैक्टर को खरीदना चाहता है, तो सर्व प्रथम उसे सरकार की तरफ से जारी योजनाओं के मुताबिक मिलने वाले अनुदान के संबंध में भी जानकारी होनी बेहद आवश्यक है।

वर्तमान में बहुत-सारी राज्य सरकारें भी e-Tractors की खरीद के लिए अनुदान धनराशि उपलब्ध करा रही हैं। आपको इसके लिए अपने समीपवर्ती कृषि विज्ञान केंद्र अथवा अन्य सरकारी कृषि विभाग से जानकारी को इकठ्ठा करने के उपरांत ही खरीदना चाहिए।

क्रांतिकारी ट्रैक्टर : मात्र 15 रुपए में यह ट्रैक्टर करता है एक घंटा काम

क्रांतिकारी ट्रैक्टर : मात्र 15 रुपए में यह ट्रैक्टर करता है एक घंटा काम

नई दिल्ली। इंसान का तेज दिमाग और कड़ी मेहनत कठिन से कठिन काम को भी आसान कर सकती है। अन्नदाता दिनरात मेहनत मजदूरी करते हैं। और हर रोज नए नए प्रयोग करते हैं। आज हम आपको एक ऐसे किसान की दास्तां से रूबरू कराएंगे जिसने एक ऐसा क्रांतिकारी ट्रैक्टर बना डाला, जो महज 15 रुपए में एक घंटा काम करता है। गुजरात के जामनगर निवासी महेश भूत ने ऐसा कमाल का ट्रैक्टर बनाकर लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है। 34 वर्षीय महेश बचपन से ही अपने पिता के साथ खेती-किसानी में हाथ बटाते रहे हैं। साल 2014 में अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद महेश ने खेती-किसानी को ही पहली वरीयता दी। 

महेश ने पेस्टीसाईट्स और फर्टिलाइजर के उपयोग से होने वाले खर्च को कम करने के लिए अपनी पूरी क्षमता के साथ ऑर्गेनिक खेती का फैसला लिया। इसी सोच के तहत काम करते हुए महेश ने एक दिन कृषि यंत्रों का खर्चा कम करने के उद्देश्य से ई-ट्रैक्टर बनाने का निर्णय लिया। 

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महेश ने सबसे पहले ई-रिक्शा बनाने का प्रयोग किया और कुछ ही दिनों में महेश ने ई-ट्रैक्टर भी बना लिया। इस ट्रैक्टर में 22 एचपी का इंजन और 72 वाट लीथियम की अच्छी क्वालिटी की बैटरी लगी है, जो जल्दी खराब नहीं होती है। महेश ने अपने ई-ट्रैक्टर का नाम व्योम रखा। व्योम ट्रैक्टर से एक घंटा खेत में काम करने पर महज 15 रुपए का खर्चा आता है। आज इस ई-ट्रैक्टर व्योम (Vyom Electric Tractor) ने दुनियां के कई देशों में खास जगह बना ली है। 

21 नए ट्रैक्टर बनाने का मिल चुका है ऑर्डर

- किसाम द्वारा बनाया गया ट्रैक्टर व्योम लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। मिली जानकारी के अनुसार व्योम नाम के ई-ट्रैक्टर को बनाने के लिए 21 लोगों ने ऑर्डर किया है, जो जनवरी 2023 तक तैयार होने की संभावना है। 

क्या है व्योम ई-ट्रैक्टर की कीमत?

- गुजरात के महेश भूत द्वारा बनाए जा रहे ई-ट्रैक्टर की कीमत सामान्य ट्रैक्टर के मुकाबले थोड़ी ज्यादा है। ई-ट्रैक्टर की कीमत करीब 5 से 6 लाख रुपए तय की गई है, जो सामान्य ट्रैक्टर के मुकाबले थोड़ी अधिक है। 

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व्योम ई-ट्रैक्टर की विशेषताएं :

1- यह ई-ट्रैक्टर एक बार चार्ज होने के बाद करीब 9 से 10 घंटे काम कर सकता है। 2- इसमें अच्छी क्वालिटी की 22 HP व 72 वाट की बैटरी लगी है, जो बार-बार बदलनी नहीं पड़ती है। 3-इस ई-ट्रैक्टर को मोबाइल एप से जोड़ा गया है। इससे ई-ट्रैक्टर के सभी पार्ट एवं अन्य सभी जानकारियां मिल सकती हैं। 4- इस ई-ट्रैक्टर को आधुनिक तकनीकी से तैयार किया गया है, जिससे किसानों को कोई परेशानी न हो। इसकी रिपेयरिंग करना भी बेहद आसान है। 5- इस ई-ट्रैक्टर में चार गियर के साथ एक रिवर्स गियर भी होता है। 


 ------ लोकेन्द्र नरवार