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किसान सम्मान निधि

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना

प्रधानमंत्री किसान योजना ने देश के प्रत्येक किसान को न केवल आय सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है, बल्कि प्रत्येक किसान को विश्वास प्रदान किया है। 

भारत सरकार के आंकड़ों के अनुसार योजना में 85 मिलियन किसानों ने पंजीकरण कराया है और पहली किस्त में ही लगभग 65 मिलियन किसानों को 3.5 बिलियन डॉलर की राशि अंतरित की गई है। 

आय सहायता योजना ने किसानों की मदद की है, क्योंकि प्रारंभिक किस्त में लगभग 1.1 मिलियन किसानों के खाते में पांच सौ रुपये से कम की राशि थी और प्रधानमंत्री किसान योजना के माध्यम से जमा कराई गई 2000 रुपये की राशि की पहले दिन ही निकासी की गई। 

राज्य सरकारों द्वारा लाभार्थियों की पहचान की जा रही है और यह सौ प्रतिशत केन्द्र प्रायोजित योजना है। इसके तहत छोटे और मझौले किसान परिवारों को प्रति वर्ष 6000 रुपये का आय समर्थन दिया जा रहा है।

सभी किसान योजना के हकदार   

Govt policies

सरकार ने किसानों के लिए बड़ा फैसला लिया है। मोदी सरकार ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का दायरा बढ़ा दिया है। बीजेपी ने लोकसभा चुनाव के अपने संकल्प पत्र में इसके विस्तार का वादा किया था। 

इस स्कीम के तहत खेती-किसानी के लिए सालाना 6000 रुपए तीन किस्तों में मिल रहे हैं। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि स्कीम अब देश के सभी 14.5 करोड़ किसान परिवारों के लिए लागू हो गई है। 

24 फरवरी 2019 को जब प्रधानमंत्री ने इसकी शुरुआत की थी तब सिर्फ यह सिर्फ 12 करोड़ किसानों के लिए ही थी, क्योंकि इस पर 2 हेक्टेयर यानी 5 एकड़ तक जमीन होने की शर्त थी, लेकिन अब इस शर्त को सरकार ने हटा दिया है और अब सभी किसान इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। फिर भी कुछ शर्तें लागू रहेंगी, ताकि इसका लाभ असली किसानों तक ही पहुंचे। 

तीन किस्तों में हर साल किसानों को मिलेंगे 6000 रुपए  

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प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का ऐलान पीएम मोदी सरकार के अंतरिम बजट के दौरान किया गया था। योजना के तहत देश के छोटे किसानों को सीधे उनके बैंक खाते में हर साल 6000 रुपए की सहायता राशि दी जाएगी।

यह योजना 1 दिसंबर 2018 से पूरे देश में लागू हो चुकी है। योजना के तहत पहले कमजोर किसान परिवार, जिनके पास 2 हेक्टेयर या उससे कम जमीन है तो उन्हें 6000 रुपए प्रति वर्ष दर से सहायता दिए जाने का फैसला लिया था लेकिन अब इसमें सभी किसानों को इस योजना का लाभ मिलेगा। 

सरकार सीधे किसनों के बैंक खाते में पैसे डालेगी। इस योजना की पहली किस्त 2.25 करोड़ किसानों को मिल भी चुकी है। सरकार ने योजना के लिए 75,000 करोड़ रुपए आवंटित किए थे। 

कैसे करें आवेदन  

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प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लेने के लिए आपको ऑनलाइन या ऑफलाइन आवेदन करना पड़ेगा। किसानों को इसके लिए सबसे पहले कृषि विभाग में रजिस्ट्रेशन करवाना होगा, प्रशासन उसका वेरीफिकेशन करेगा।

रेवेन्यू रिकॉर्ड, बैंक अकाउंट नंबर, मोबाइल नंबर और आधार नंबर देना होगा। कोई कन्फ्यूजन है तो अपने लेखपाल से संपर्क कर सकते हैं। लेखपाल ही यह वेरीफाई करता है कि आप किसान हैं। 

अगर लेखपाल और कृषि अधिकारी किसी असली किसान को इसका लाभ देने में आनाकानी कर रहे हैं तो सोमवार से शुक्रवार तक पीएम-किसान हेल्प डेस्क (PM-KISAN Help Desk) के ई-मेल Email (pmkisan-ict@gov.in) पर संपर्क कर सकते हैं। 

वहां से भी न बात बने तो इस सेल के फोन नंबर 011-23381092 (Direct HelpLine) पर फोन करें। आॉनलाइन आवेदन करते समय किसान को अपना आधार कार्ड नंबर, मतदाता पहचान पत्र और बैंक से संबंधित यानी कि बैंक खाता संख्या पास होना जरूरी है। 

इसके अलावा अगर किसान एससी/एसटी वर्ग से है तो उसके लिए उसे सर्टिफिकेट देना होगा। इसके बाद आपको अपनी जानकारी देने होगी जैसे कि पिता का नाम, मोबाइल नंबर, जन्मतिथि, खेती की जानकारी जैसे- खेत का आकार, कितनी जमीन है आदि। 

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का ऑफलाइन आवेदन करने के लिए किसानों को ग्राम पंचायत या फिर पास के जनसेवा केन्द्र पर जाना होगा। यहां आपको फार्म दिए जाएंगे, जिन्हें आपको भरना होगा। 

कैसे पता चलेगा कि आपका नाम रजिस्टर हो चुका है

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का फार्म भरने के बाद जो भी लाभकारी किसान हैं, उनके नामों की लिस्ट पंचायत पर लगाई जाएगी। इसके अलावा जिन किसानों को उसका लाभ मिलना है उनके मोबाइल पर भी एसएसएस भेजा जाएगा। 

किन्हें योजना से रखा गया वंचित 

केंद्र या राज्य सरकार में अधिकारी (मल्टी टास्किंग स्टाफ/चतुर्थ श्रेणी/समूह डी कर्मचारियों को छोड़कर) एवं 10 हजार से अधिक पेंशन पाने वाले किसानों को इसका लाभ नहीं मिलेगा। 

इसके अलावा अन्य पेशेवर जैसे डॉक्टर, वकील आदि अगर खेती करते हैं तो वे भी लाभ के लिए योग्य नहीं हैं। इसके साथ ही पिछले वित्तीय वर्ष में जिन्होंने इनकम टैक्स दिया है वे भी इसका लाभ नहीं उठ सकते हैं। 

वहीं जो सांसद, विधायक, मंत्री या फिर मेयर खेती करते हैं उनको भी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ नहीं मिल सकेगा।  

कैबिनेट ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के अंतर्गत लाभार्थियों के बैंक खाते आधार से जोड़ने की अनिवार्यता में छूट प्रदान करने को मंजूरी दी

कैबिनेट ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के अंतर्गत लाभार्थियों के बैंक खाते आधार से जोड़ने की अनिवार्यता में छूट प्रदान करने को मंजूरी दी

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल की बैठक मे प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) के अंतर्गत लाभार्थियों के बैंक खाते आधार से जोड़ने की अनिवार्यता में छूट दिये जाने की मंजूरी दी। इस योजना के अंतर्गत कुछ अपवादों को छोड़कर जोत वाले किसान परिवारों की आय में 6,000 रूपये की सालाना सहायता प्रदान की जाती है। इस योजना के तहत हर चार महीने पर 2,000-2,000 रूपये की तीन किस्तें प्रदान की जाती हैं। यह धनराशि डीबीटी माध्यम से लाभार्थियों के बैंक खातों में सीधे जमा कराई जाती है।

 

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प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि 

 इस योजना के तहत 1 अगस्त, 2019 के बाद उन लाभार्थियों को तीसरी किस्त जारी की गई, जिन्हें दिसम्बर, 2018- मार्च, 2019 के दौरान पहली किस्त प्राप्त हुई थी तथा अप्रैल-जुलाई, 2019 को उन लाभार्थियों को दूसरी किस्त प्राप्त हुई थी। यह धनराशि केवल बैंक खातों के आधार संख्या से जुड़े होने के आधार पर जारी की गई थी। इसी तरह 1 अगस्त, 2019 के बाद उन लोगों को दूसरी किस्त जारी की गई, जिन्हें अपनी पहली किस्त अप्रैल-जुलाई, 2019 को केवल बैंक खातों के आधार संख्या से जुड़े होने के आधार पर प्राप्त हुई थी। शेष लाभार्थियों को 1 अगस्त, 2019 को पहली किस्त केवल बैंक खातों के आधार संख्या से जुड़े होने के आधार पर दी जानी थी। असम, मेघालय और जम्मू कश्मीर के किसान, जहां आधार की व्यापक पैठ संभव नहीं हो सकी है, उन्हें 31 मार्च, 2020 तक इस आवश्यकता से छूट प्रदान की गई है।

  प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि 

 हालांकि 1 अगस्त, 2019 के बाद किस्त जारी करने के निर्धारित समय के अनुसार धनराशि जारी करने के लिए 100 प्रतिशत खातों को आधार से जोड़ा जाना संभव नहीं हो सका है। अब जबकि किसान रबी के मौसम की तैयारी कर रहे हैं, ऐसे में उन्हें कृषि से जुड़े अनेक कार्यों जैसे बीजों के खरीद, मिट्टी की तैयारी और सिंचाई जैसी संबंधित गतिविधियों, मशीनों और उपकरणों के रख-रखाव के लिए धन की नितांत आवश्यकता है। इन आवश्यकताओं के साथ-साथ, हाल ही में शुरू हुआ त्यौहारों का मौसम भी गरीब किसान परिवारों पर अतिरिक्त वित्तीय बोझ डालेगा। आधार संख्या के साथ लाभार्थियों के खाते को  जोड़े नहीं जा सकने के कारण अगली किस्तों के जारी होने में विलंब होगा और इससे किसानों में असंतोष फैलेगा। इसलिए 1 अगस्त, 2019 के बाद लाभार्थियों को लाभ जारी करने के लिए बैंक खातों के आधार संख्या से जुड़े होने की अनिवार्यता में 30 नवंबर, 2019 तक छूट प्रदान की गई है। इससे बड़ी संख्या में उन किसानों को तत्काल धनराशि जारी की जा सकेगी, जो इस अनिवार्यता की वजह से यह लाभ प्राप्त नहीं कर सकते हैं। लाभ जारी करने के लिए यह अनिवार्यता 1 दिसम्बर, 2019 के बाद से लागू हो जाएगी। सरकार भुगतान करने से पहले इस आंकड़े की वैद्यता के लिए उचित उपाय करेगी।

 

पृष्ठभूमि

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि 

 केन्द्रीय क्षेत्र की योजना यथा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) के तहत कुछ अपवादों को छोड़कर जोत वाले किसान परिवारों की आय में 6,000 रूपये की सालाना सहायता प्रदान की जाती है। इस योजना के तहत हर चार महीने पर 2,000 रूपये की तीन किस्तें प्रदान की जाती हैं। यह धनराशि डीबीटी माध्यम से लाभार्थियों के बैंक खातों में सीधे जमा कराई जाती है। इस योजना के अंतर्गत कुल 27,000 करोड़ रूपये से अधिक धनराशि जारी की जा चुकी है। पहली किस्त 6,76,76,073 लाभार्थियों को, दूसरी किस्त 5,14,27,195 लाभार्थियों को और तीसरी किस्त 1,74,20,230 को जारी की जा चुकी है।

पीएम मोदी ने जारी की किसान सम्मान निधि की 11वीं किस्त, ऐसे चेक करें लिस्ट में अपना नाम

पीएम मोदी ने जारी की किसान सम्मान निधि की 11वीं किस्त, ऐसे चेक करें लिस्ट में अपना नाम

PM Kisan Samman Nidhi : पीएम मोदी ने जारी की किसान सम्मान निधि की 11वीं किस्त, ऐसे चेक करें लिस्ट में अपना नाम

किसानों को 21,000 करोड़ रुपये से अधिक की सम्मान निधि राशि सीधे उनके बैंक खातों में ट्रांफफर कर दी है। पीएम मोदी जी द्वारा यह राशि शिमला में आयोजित 'गरीब कल्याण सम्मेलन' कार्यक्रम के दौरान किसानों के खाते में सीधे ट्रांसफर की गई है। इसके बाद उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा लाभार्थियों से बातचीत भी की।

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इस किस्त के साथ ही केंद्र सरकार द्वारा अब तक किसानों के खाते में 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक की रकम ट्रांसफर हो चुकी है। इस योजना की पहली किस्त 1 दिसंबर 2018 से 31 मार्च 2019 के बीच जारी की गई थी। तब से भारत के किसानों को सालाना 6000 रुपये दे रही है। इस योजना की 11वीं किस्त ट्रांसफर करने के कार्यक्रम के दौरान दिल्ली से केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी मौजूद रहे।

किसान सम्मान निधि की 11वीं किस्त : आवश्यक जानकारी

अगर आप भी किसान भाई हैं और पीएम जी की इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं या आप इस योजना में जुड़े होने के बावजूद किसी कारणवश आपके रुपये खाते में नही आ रहे हैं तो इस योजना का लाभ उठाने के लिए आप अपनी केवाईसी अपडेट करा लें। केवाईसी अपडेट करने की अंतिम तारीख 31 मई ही है। अगर आप अपनी केवाईसी आखिरी तारीख तक अपडेट नहीं कराते हैं तो पीएम किसान की 2000 रुपये किस्त का लाभ नहीं ले सकेंगे। पीएम किसान निधि योजना के तहत हर साल प्रत्येक लाभार्थी को ₹6000 प्राप्त होते हैं। यह राशि एक साथ ना आकर ₹2000 की तीन किस्तों में किसान को मिलती है।

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इस तरह ऑनलाइन अपडेट करें KYC:

स्टेप 1. पीएम किसान की अधिकारिक वेबसाइट पर जाएं स्टेप 2. दाईं ओर दिए गए विकल्पों की eKYC पर क्लिक करें। स्टेप 3. अपना आधार कार्ड नंबर, कैप्चा कोड दर्ज करके सर्च पर क्लिक करें। स्टेप 4. अपना मोबाइल नंबर डालें जो आधार कार्ड से लिंक हो। स्टेप 5. अब 'गेट ओटीपी' पर क्लिक करके प्राप्त हुआ रोटी भी दर्ज करें। इसके साथ ही अभी केवाईसी अपडेट हो जाएगी।

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पीएम किसान में लाभार्थी की स्थिति देखने का यह है प्रोसेस:

स्टेप 1. पीएम किसान सम्मान निधि की अधिकारिक वेबसाइट- pmkisan.gov.in पर जाएं। स्टेप 2. 'Beneficiary Status' विकल्प पर क्लिक करें। स्टेप 3. आधार नंबर खाता नंबर और अपना मोबाइल नंबर से किसी एक का चयन करें। स्टेप 4. इसके साथ आप 'Get data' पर क्लिक करके अपना स्टेटस देख सकते हैं।  
भारत सरकार द्वारा लागू की गई किसानों के लिए महत्वपूर्ण योजनाएं (Important Agricultural schemes for farmers implemented by Government of India in Hindi)

भारत सरकार द्वारा लागू की गई किसानों के लिए महत्वपूर्ण योजनाएं (Important Agricultural schemes for farmers implemented by Government of India in Hindi)

हम जानते हैं कि भारत एक कृषि प्रधान देश है। हमारे देश की लगभग 60% से अधिक जनसंख्या कृषि पर निर्भर है और इसी से ही उनका जीवन यापन चलता है। 

इसी को देखते हुए भारत सरकार द्वारा किसानों के लिए बहुत सारी योजनाएं चलाई गई। जिससे किसानों की लागत कम लगे और किसानों की आय में वृद्धि हो सके। इन योजनाओं के माध्यम से किसानों को खेती में आने वाली समस्याएं कम होगी।

भारत सरकार द्वारा किसानों के लिए जरुरी योजनाएं

भारत सरकार द्वारा चलाई गई इन योजनाओं के माध्यम से किसान खेती बहुत ही आसानी और आधुनिक ढंग से कर सकेगा। आइए हम आपको भारत सरकार द्वारा किसानों के लिए लागू की गई कुछ महत्वपूर्ण योजनाओं की जानकारी देते हैं।

1. पीएम किसान सम्मान निधि योजना :-

भारत सरकार द्वारा किसानों के लिए लागू की गई योजनाओं में से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Samman Nidhi ) एक महत्वपूर्ण योजना है। 

इस योजना के तहत भारत के किसानों को साल में ₹6000 दिए जाते हैं जो कि ₹2000 की 3 किस्तों में दिए जाते हैं। योजना की शुरुआत वर्ष 2018 में की गई थी। 

इस योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा अभी तक कुल 11 किश्तें जारी हो चुकी है। इस योजना के चलते भारत के किसानों की अपनी आर्थिक स्थिति सुधारने में बहुत मदद मिली है।

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2. प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना :-

इस योजना के माध्यम से भारत सरकार द्वारा किसानों के लिए पेंशन की व्यवस्था की गई है। योजना में सरकार द्वारा उन किसानों के लिए पेंशन की व्यवस्था की गई है जो बुढ़ापे में असहाय हो जाते हैं और दूसरों पर निर्भर रहते हैं। 

ऐसे में जो किसान 60 वर्ष से अधिक की उम्र के हैं उन्हें सरकार न्यूनतम ₹3000 पेंशन देती है। “पीएम किसान मानधन योजना” का लाभ उठाने के लिए किसान को 60 वर्ष की आयु तक प्रतिवर्ष 55 से ₹200 तक जमा करने होते हैं। 

60 वर्ष की अवधि समाप्त होने के बाद किसान को पेंशन मिलनी शुरू हो जाती है। यदि किसी कारणवश किसान की मृत्यु हो जाती है तो किसान की पत्नी को 50% पेंशन दी जाएगी।

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3. पीएम कुसुम योजना :-

आजकल गांव में बिजली की समस्या बहुत ही गंभीर है। ऐसे में किसानों को समय पर बिजली ना मिल पाने के कारण उनकी फसलों को समय पर पानी नहीं मिल पाता जिससे फसलें में खराब हो जाती हैं। 

किसानों की इन्हीं समस्याओं को देखते हुए भारत सरकार द्वारा पीएम कुसुम योजना चलाई गई है। जिसके अंतर्गत किसानों को सोलर पैनल्स खरीदने पर सब्सिडी दी जाती है। जिससे किसान बिजली संबंधी अपनी समस्या को दूर कर सकें।

4. जैविक खेती योजना :-

इस योजना के अंतर्गत किसानों को जैविक खेती करने के लिए प्रेरित किया गया है। क्योंकि हम सभी जानते हैं कि वर्तमान में किसान कई प्रकार के रासायनिक कीटनाशकों का प्रयोग कर रहे हैं। 

जिसकी वजह से किसानों को विभिन्न प्रकार की बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में भारत सरकार द्वारा जैविक खेती को बढ़ावा देने के कई प्रयास किए जा रहे हैं इसके लिए भारत सरकार ने जैविक खेती योजना शुरू की। इस योजना में जो कृषक जैविक खेती करते हैं उसको सरकार द्वारा इनाम दिया जाता है।

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5. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना :-

खेती करना किसानों के लिए आसान नहीं होता। खेती में किसानों को कई प्रकार की प्राकृतिक आपदाओं का सामना करना पड़ता है। 

इन प्राकृतिक आपदाओं जैसे ओलावृष्टि, बाढ़, तेज आंधी के कारण किसान की फसलें नष्ट हो जाती है जिससे उन्हें भारी नुकसान का सामना करना पड़ता है। 

इन सब समस्याओं के कारण सरकार द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana MINISTRY OF AGRICULTURE & FARMERS WELFARE) लागू की गई है जिसके माध्यम से किसान को फसलों के लिए पीना की सुरक्षा मिलती है।

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सरकार द्वारा योजना लागू करने का उद्देश्य :-

हमारे देश में विभिन्न प्रकार के किसानों रहते हैं। सभी किसानों की आर्थिक स्थिति एक जैसी नहीं है इसके चलते कुछ किसान अमीर और कुछ किसान बहुत अधिक गरीब है। 

इन्हीं समस्याओं के कारण भारत सरकार द्वारा किसानों के लिए विभिन्न प्रकार की योजना चलाई गई हैं। जिसके माध्यम से सभी प्रकार के किसान अपने खेतों में अच्छी से अच्छी फसल उगा सकें और उनकी आर्थिक स्थिति सुधर सके।

पीएम किसान सम्माननिधि योजना की अगर अभी तक नही आई 11वीं किस्त, तो यहां करें शिकायत

पीएम किसान सम्माननिधि योजना की अगर अभी तक नही आई 11वीं किस्त, तो यहां करें शिकायत

पीएम किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Samman Nidhi ) की 11वीं किस्त डाल दी गई है। अगर आप भी इस योजना के पात्र हैं और आपकी भी 11वीं किस्त के पैसे नहीं आए हैं तो चिंता की कोई बात नहीं है। आप पीएम द्वारा दिए गए हेल्पलाइन नंबर पर जाकर इसकी शिकायत कर सकते हैं। पिछले महीने पीएम नरेंद्र मोदी जी द्वारा पीएम किसान सम्मान निधि की ग्यारहवीं किस्त के साथ 31 माई को डाली गई इस किस्त के माध्यम से कई किसानों को ₹2000 प्राप्त हुए लेकिन अभी भी कई किसान ऐसे हैं जिनके खाते में उनके ₹2000 नहीं आए हैं। तो आपको अब चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा एक हेल्प लाइन नंबर लांच किया गया है जिस पर कॉल करके आप अपनी समस्या का निराकरण कर सकते हैं।

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क्यों नहीं आ रहे सम्मान निधि के रुपए :-

बीते महीने पीएम द्वारा सम्मान निधि की ग्यारहवीं के डाली गई है ऐसे में कई किसानों को उनके रुपए प्राप्त नहीं हुए हैं। इस समस्या का निराकरण करने के लिए प्रधानमंत्री जी द्वारा एक हेल्पलाइन नंबर 011-24300606 लांच किया गया है जिस पर जाकर आप शिकायत कर सकते हैं। इसके अलावा प्रधानमंत्री जी द्वारा जारी किए गए टोल फ्री नंबर 18001155266 पर भी जाकर आप इस समस्या का हल पा सकते हैं। साथ ही एक और हेल्पलाइन नंबर 0120-6025109 मैं भी आप अपनी शिकायत कर सकते हैं। इसके साथ ही आप पीएम की इस योजना की वेबसाइट pmkisan-ict@gov.in मैं जाकर भी अपनी समस्या का निराकरण पा सकते हैं। 

किन कारणों से नहीं आ रहे पैसे :-

किसानों के खाते में रुपए ना आने का मुख्य कारण होता है उनकी संपूर्ण जानकारी शासन को ना प्राप्त होना और उनका नाम लिस्ट में ना होना ऐसा इसलिए होता है कि कई किसानों का नाम पुरानी लिस्ट में तो होता है लेकिन किसी कारणवश उनका नाम नहीं लिस्ट में नहीं आ पाता इसलिए नई लिस्ट में नाम ना आप आने के कारण किसानों के खाते में ₹2000 नहीं भेजे जाते।

किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने के फायदे

किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने के फायदे

खेती के लिए किसान किसी बैंक से या वही के किसी सेठ से पैसे उधार पे लेते है, और बैंक या सेठ पैसे के साथ ब्याज भी बहुत ज्यादा रख देता है. 

बाद में जअब पैसे वापस करने होते है तो बहुत ज्यादा ब्याज की वजह से किसान जितना कमाते है उतना उनका उधर चुकाने में चला जाता है. जिस वजह से सरकार ने किसानों के लिए सस्ते लोन लेने के लिए और साहूकारों के कर्ज से बचने के लिए किसान क्रेडिट कार्ड किसानों के लिए बनवाया है. 

3 लाख तक का कर्ज 9 प्रतिशत की ब्याज दर पे मिलता है . जिसमे सरकार 2 प्रतिशत तक की सब्सिडी और अगर आपने अपने लोन के पैसे निर्धारित समय पर वापस कर दिए तो ब्याज में 3% की और छूट मिल जाएगी. 

इस तरह तो सिर्फ 4% ब्याज दर पे 3 लाख का लोन किसान क्रेडिट कार्ड से मिलेगा. किसान क्रेडिट कार्ड से 1.60 लाख तक का लोन किसान बिना कोई गारंटी दिखाए ले सकता है.

किसान क्रेडिट कार्ड कैसे बनवाए

किसान क्रेडिट कार्ड बनवाना बहुत आसान है. इसे बनवाने से आपको खेती के लिए सस्ते दरों पर लोन मिल जाएगा. अगर आप पीएम किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थी है तो आप केसीसी आसानी से बनवा सकते है.  

पीएम किसान की अधिकारिक वेबसाइट  में आप जाकर किसान क्रेडिट फॉर्म को डाउनलोड कर प्रिंट निकलवा ले फिर उसमे जो भी डिटेल्स हो भरने को कही हो वो भर दे. इसमें आवेदक का आधार कार्ड और पैन कार्ड की फोटो कॉपी लगाइए. 

और साथ ही किसान की पासपोर्ट साइज फोटो. साथ ही साथ एक एफिडेविट भी होना चाहिए जिसमे लिखा हो कि," मैने किसी और बैंक से लोन नहीं लिया है और न ही मेरा किसी बैंक में बकाया है". 

नजदीक के किसी बैंक में इस फॉर्म को जमा करवा दे. यदि बैंक को आपका आवेदन सही लगता है तो वो आपका 14 दिन के अंदर आपका कार्ड बन जाएगा.

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आप किसी नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर जाकर भी इसके लिए अप्लाई कर सके है. इसमें पट्टेदार व बटाईदार भी इसका लाभ उठा सकते हैं. यहां से किसान केसीसी आसानी से बनावा सकते है. समय पर मूलधन और ब्याज जमा कर आप इसका अधिक लाभ उठा सकते है. 

किसानों का काम सरकार ने किया आसान

पहले किसानों के लगभग 5 हजार रूपए क्रेडिट कार्ड बनवाने पर प्रॉसेसिंग फीस के रूप में लग जाते थे. परंतु अब 3 लाख रुपए तक के लोन के लिए कोई भी बैंक अप्लीकेंट से प्रोसेसिंग फीस, वेरिफिकेशन, लेजर फाॅलियों चार्ज और सर्विस टैक्स नहीं मांग सकता है.

पी ऍम किसान ई-केवाईसी की आखिरी तिथि (Last date for PM Kisan e-KYC)

पी ऍम किसान ई-केवाईसी की आखिरी तिथि (Last date for PM Kisan e-KYC)

किसान सम्मान निधि की १२वीं किस्त : आवश्यक जानकारी

भारत सरकार ने साल 2018 में किसानों को आर्थिक सुरक्षा प्रदान कराने के लिए
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत की थी। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत सरकार हर साल किसानों को दो हजार रुपये की आर्थिक सहायता दे रही है। अब तक किसानों के खाते में कुल 11 किस्त के पैसों को ट्रांसफर किया जा चुका है। जल्द ही सरकार किसानों के खाते में 12वीं किस्त के पैसे भी ट्रांसफर करने वाली है। केंद्र सरकार की तरफ से पीएम किसान योजना की 12वीं  किस्त का फायदा उठाने के लिए ई-केवाईसी (e-KYC) कराना अनिवार्य बना दिया गया है. बिना इसके, किसानों के खाते में रुपये ट्रांसफर नहीं किये जाएंगे. पीएम किसान योजना की ई-केवाईसी कराने की आखिरी तारीख 31 अगस्त 2022 है। किसानों को 12वीं किस्त का लाभ पाने के लिए  जल्द से जल्द अपनी ई-केवाईसी सरकार द्वारा तय की गई डेडलाइन से पहले करानी होगी । प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में ई-केवाईसी कराने के लिए आपको पीएम किसान योजना की आधिकारिक वेबसाइट https://pmkisan.gov.in/ पर विजिट करना होगा । इस वेबसाइट पर फार्मर कॉर्नर (Farmer corner) में जाकर आप अपनी ई-केवाईसी से करा सकते हैं।

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ऑनलाइन ईकेवाईसी कराने की विधि :

  • ऑनलाइन ई-केवाईसी करने के लिए सबसे पहले पीएम किसान योजना की आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाइये।
  • इसके बाद वेबसाइट में दाहिने तरफ दिख रहे ई-केवाईसी के ऑप्शन पर क्लिक कीजिये।
  • वहां अपना आधार नंबर दर्ज कीजिये।
  • इसके बाद आधार रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर मैसेज आएगा।
  • मैसेज में आए ओटीपी को यहां दर्ज कीजिये। 'सबमिट' पर क्लिक कीजिये ।
  • यह प्रक्रिया होते ही पीएम किसान खाते की ई-केवाईसी पूरी  हो जाएगी।
पीएम किसान सम्मान निधि : उत्तर प्रदेश में 21 लाख किसान अपात्र, अगली किस्त में हो सकती है देरी

पीएम किसान सम्मान निधि : उत्तर प्रदेश में 21 लाख किसान अपात्र, अगली किस्त में हो सकती है देरी

उत्तर प्रदेश में 21 लाख किसान अपात्र पाए गए हैं जो प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan) का लाभ उठा रहे थे. सरकार ने इसे गंभीरता से लेते हुए कहा है कि योजना के तहत, इन अपात्र किसानों को भुगतान किया गया पैसा उनसे जल्द से जल्द वसूल किया जाएगा. यह योजना एक जनकल्याणकारी योजना है जिसमें किसानों को हर साल खेती करने के लिए 6 हजार रुपये उनके खातों में भेजा जाता है. इस वक़्त देश में करोड़ों किसान 'पीएम किसान योजना' की अगली किस्त का जारी होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ 21 लाख लोगों का इस योजना में अपात्र होना कई सारे सवाल खड़े करता है. इस योजना के तहत उत्तर प्रदेश में 21 लाख किसान जांच के दौरान अपात्र पाए गए हैं. उत्तर प्रदेश में केंद्र सरकार की इस योजना के अंतर्गत लगभग 2.85 करोड़ किसान पंजीकृत हैं, जिनमें से 21 लाख लाभार्थी जांच के दौरान अपात्र पाए गए हैं. कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि योजना के तहत अब तक इन अपात्र किसानों को भुगतान की गई सभी राशि को जल्द से जल्द वसूल लिया जायेगा.


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पति-पत्नी दोनों ले रहें थे लाभ

कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह बताया कि ऐसे कई मामले सामने आए हैं जिनमें पति-पत्नी दोनों को पीएम किसान योजना का लाभ मिल रहा था. सरकार ने इसको गंभीरता से लेते हुए अपात्र किसानों से धन की वसूली की प्रक्रिया को शुरू कर दिया है. शाही ने यह भी कहा कि जो किसान अपनी 12 वीं क़िस्त का इन्तजार कर रहें है, उन्हें घबराने की ज़रूरत नहीं हैं. इस महीने के अंत तक 12 वीं क़िस्त की राशि किसानों के खाते में भेज दी जाएगी और सिर्फ उन्हीं किसानों को इसका लाभ मिलेगा जिनके भूमि रिकॉर्ड का सत्यापन पीएम-किसान वेबसाइट पर पूरा हो गया है. कृषि मंत्री के मुख्य सचिव देवेश चतुर्वेदी के मुताबिक़, आधिकारिक वेबसाइट पर डाटा अपलोड करने की प्रक्रिया युद्धस्तर पर की जा रही है और और इस योजना का लाभ उन्ही किसानों को मिलेगा जो इस योजना के पात्र हैं.

कृषि मंत्री की किसानों से अपील

कृषि मंत्री ने किसानों से अपील किया कि किसान अपना डाटा जल्द से जल्द संग्रह कर के पीएम किसान पोर्टल पर अपलोड करें, ताकि अगली किस्त छूट न जाए. उन्होंने यह भी बताया की अब तक 1.50 करोड़ से अधिक किसानों के भूमि अभिलेखों को वेबसाइट पर लोड करने का कार्य किया जा चुका है. फरवरी 2019 में केंद्र सरकार द्वारा शुरू किए गए PM-KISAN के तहत, पात्र किसानों को न्यूनतम आय सहायता के रूप में तीन किस्तों में प्रति वर्ष ₹6,000 तक मिलते हैं. उत्तर प्रदेश में लगभग 2.50 करोड़ किसान है, जिन्हें इस योजना का लाभ मिलता हैं. प्रत्येक किश्त का 100% त्रुटि मुक्त डेटा की प्राप्ति के बाद ही किसानों के बैंक खातों में पैसे भजे जाते हैं, लेकिन जिस तरह से उत्तर प्रदेश में गड़बड़ी का मामला सामने आया है उससे यह साफ़ जाहिर होता है कि व्यापक पैमाने पर पुरे देश में इस योजना का गलत रूप से लाभ लिया जा रहा है. वैसे लोग जो अपात्र हैं, जो आयकर दाता है, वो आखिर किस तरह से इस योजना का लाभ ले रहे थे?


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उत्तर प्रदेश सरकार के एक मंत्री ने कहा कि यह मुद्दा राजनीतिक रूप से बहुत ही संवेदनशील है. लेकिन सरकार को केंद्र के दिशानिर्देशों के अनुसार कार्य करना होगा, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि केवल पात्र किसान ही पीएम-किसान के तहत लाभ प्राप्त कर पाए. इस तरह के जन कल्याणकारी योजनाओं में गड़बड़ी का मामला सिर्फ उतर प्रदेश जैसे राज्यों में ही नहीं, बल्कि अन्य राज्यों में भी होने की खबर आई हैं. राजस्थान में भी इस तरह के फर्जीवाड़ा को रोकने के लिए छह सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया हैं. कमेटी द्वारा जब जांच की गयी तो यह पता चला कि तहसीलदार की आईडी का दुरुपयोग करके अपात्र लोगों को योजना के लाभ लेने के लिए पात्र बनाया गया था, जिसमें 192 आईपी (IP address) का दुरुपयोग किया गया था. आईपी अड्रेस (IP Address) की लिस्ट के साथ राजस्थान में एफआईआर को दर्ज कराया गया हैं. मामले में गड़बड़ी और लापरवाही के आरोप में वहाँ के वर्तमान तहसीलदार के खिलाफ सरकार ने सख्ती से करवाई शुरू कर दी हैं.
इस नंबर पर फोन करके जान सकते हैं किसान सम्मान निधि योजना का स्टेटस

इस नंबर पर फोन करके जान सकते हैं किसान सम्मान निधि योजना का स्टेटस

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan) केंद्र सरकार द्वारा चलाए गए लाभकारी योजनाओं में से एक है, इस योजना का उद्देश्य भूमि धारक किसानों के परिवारों को कृषि के क्षेत्र में कार्य करने हेतु वित्तीय सहायता प्रदान करनी है। इस योजना का लाभ काफी संख्या में किसान ले रहे हैं। योजना के अंतर्गत भूमि धारक किसानों के परिवारों को ₹6000 प्रति वर्ष का वित्तीय लाभ दिया जाता है, जो हर 4 महीने में ₹2000 की तीन किस्तों में मिलता है।


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सरकार ने जारी किया है टॉल फ्री नंबर

इस योजना के एप्लीकेशन स्टेटस को जानने के लिए सरकार ने एक टोल फ्री नंबर जारी किया है जिस पर किसान कॉल करके अपने आवेदन की स्थिति को जान सकता है। इस योजना के अंतर्गत किसानों को सरकार ने 11 किस्तों की राशि का भुगतान कर दिया है। वहीं 12वीं किस्त की राशि भुगतान करने से पहले सरकार ने EKYC कराना जरूरी कर दिया है। जिन किसानों के द्वारा EKYC नहीं कराया गया है, उनके खाते में 12वीं किस्त का भुगतान नहीं किया जाएगा। ऐसा सरकार ने हाल ही के दिनों में नियम बनाया है। ऐसा नियम बनाने का कारण यह है कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना मेंलगातार फर्जीवाड़े की खबर सामने आ रही थी। योजना के लिए अपात्र लोग भी इसका फायदा ले रहे थे। यूपी में व्यापक पैमाने पर फर्जीवाड़ा हो रहा था। ज्ञात हो कि पिछले दिनों लगभग 21 लाख लोगों को यूपी सरकार के द्वारा अपात्र चिन्हित किया गया है।


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जो इस योजना का लाभ ले रहे थे इस योजना का लाभ परिवार के सिर्फ एक ही सदस्य के द्वारा लिया जा सकता है लेकिन उत्तर प्रदेश, राजस्थान जैसे अन्य राज्यों में इस योजना में लगातार फर्जीवाड़ा का मामला सामने आ रहा था। वैसे लोग जो इनकम टैक्स पे करते हैं वह भी इस योजना का लाभ ले रहे थे। सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि जो भी अपात्र लोग इस योजना का लाभ ले रहे थे उन पर सरकार कड़ी कार्रवाई करते हुए अभी तक जितनी भी राशि का भुगतान हुआ है उसकी रिकवरी करेगी साथ ही योजना में फर्जीवाड़े को रोकने के लिए सरकार ने 12वीं किस्त पर रोक लगाते हुए EKYC कराना जरूरी कर दिया है। जो किसान EKYC नहीं कराए हैं उनके खाते में 12वीं किस्त की राशि नहीं जाएगी। कृषि मंत्रालय ने ट्वीट करके यह जानकारी दिया है की, टोल फ्री नंबर 155261 पर किसान फोन करके अपने आवेदन की स्थिति के साथ ये पता लगा सकते हैं कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थी सूची में उनका नाम है या नही, दरअसल सरकार के द्वारा पीएम किसान सम्मान निधि योजना के लिए ईकेवाईसी कराने की अंतिम तिथि ३१ जुलाई तक ही थी, जिसे ३१ अगस्त तक बढ़ाया गया था। ३१ अगस्त से पहले जिन किसानों ने अपना एक केवाईसी करा लिया है, उन किसानों के खाते में 12वीं किस्त की राशि का भुगतान किया जाएगा।जो किसान इस योजना का लाभ भविष्य में लेना चाहते है उन्हे अपने नजदीकी सीएससी केंद्र पर जाकर EKYC को करना होगा, उसके बाद सरकार के द्वारा जारी किए गए टोल फ्री नंबर पर कॉल करके किसान अपने आवेदन की स्थिति और लाभार्थी सूची में नाम है या नहीं इसका घर बैठे पता लगा पाएंगे। वहीं जिन किसानों का लाभार्थी सूची में नाम है, उनके लिए खुशी की खबर यह है कि उनके खाते में जल्दी 12वीं किस्त की राशि का भुगतान होना है। खबर आ रही है की सरकार ने 12वीं किस्त को लाभार्थी के खाते में ट्रांसफर करने के लिए इस योजना के लिए करीब 21000 करोड़ के बजट की घोषणा की है।


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12वीं किस्त की स्थिति की जांच कैसे करें

12 वीं किस्त की अपडेट के लिए आपको सबसे पहले प्रधानमंत्री किसान योजना की वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाना होगा। वहां स्क्रीन पर दिख रहे PM Kisan Yojana 12th Kist Status Online 2022 पर क्लिक करना होगा, उसके बाद आपको अपना लॉगिन डिटेल सबमिट करना होगा और ओटीपी पाने के लिए मोबाइल नंबर देना होगा। उसके बाद आपके इस स्क्रीन पर 12वीं किस्त की स्थिति दिखने लगेगी, वहां आपके खाते में 12वीं किस्त की राशि आई है या नहीं यह जान पाने में आप सक्षम होंगे।
इस बार 17 अक्टूबर को आएगी पीएम किसान की 12वीं क़िस्त, हुए ये बड़े बदलाव

इस बार 17 अक्टूबर को आएगी पीएम किसान की 12वीं क़िस्त, हुए ये बड़े बदलाव

किसानों को केंद्र सरकार की तरफ से दी जाने वाली सहायता राशि का किसानों को बेसब्री से इंतजार है। किसानों का यह इंतजार जल्द ही समाप्त होने वाला है क्योंकि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan) की 12वीं क़िस्त सरकार जल्द ही जारी करने जा रही है। यह क़िस्त केंद्र सरकार के द्वारा तिमाही की शुरुआत में किसानों के खातों में जमा कर दी जाती थी, लेकिन इस बार कुछ कारणों की वजह से इसमें देरी हुई है। देरी होने के लिए सरकार ने गलत डेटा और किसानों के अपूर्ण केवाईसी को जिम्मेदार बताया है। सरकार से जुड़े सूत्रों ने बताया कि अब डेटा को दुरुस्त कर लिया गया है और जल्द ही सरकार किसानों के पैसे उनके खाते में ट्रांसफर करने जा रही है। सरकारी सूत्रों ने यह भी बताया कि पीएम नरेंद्र मोदी दिल्ली में आयोजित होने वाले 17 अक्टूबर 2022 को कृषि स्टार्टअप कार्यक्रम में किसानों के खाते में 12वीं क़िस्त ट्रांसफर करेंगे। इस कृषि स्टार्टअप कार्यक्रम के आयोजन की तैयारियां जोरों पर हैं, जहां पीएम मोदी किसानों को संबोधित करेंगे।


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प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना पीएम मोदी की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है, जिससे सीधे तौर पर 12 करोड़ किसान लाभान्वित होते हैं। इस योजना के अंतर्गत सरकार किसानों को तीन किस्तों में 6 हजार रूपये देती है। लेकिन इस बार किसानों के लिए 12वीं किस्त जारी करने के पहले सरकार ने कुछ बड़े बदलाव किये हैं। अब किसान अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर से ही प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की क़िस्त की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। इसका असर किसानों पर होगा, क्योंकि भारत में कई किसान ऐसे हैं, जो बिल्कुल भी पढ़े लिखे नहीं हैं और उन्हें मोबाइल चलाना नहीं आता।

इसके पहले कौन सी व्यवस्था लागू थी

इस योजना के अंतर्गत स्टेटस जानने के लिए पहले किसानों को आधार नंबर या मोबाइल नंबर की आवश्यकता होती है, जिसके माध्यम से पीएम किसान में जाकर किसान भाई अपना आधार नंबर या मोबाइल नंबर डालकर आसानी से अपना स्टेटस चेक कर लेते थे। लेकिन नए बदलाव से अब किसान आधार नंबर के माध्यम से अपना स्टेटस चेक नहीं कर पाएंगे, इसके लिए पंजीकृत मोबाइल नंबर होना जरूरी है।

किसानों को स्टेटस जानना क्यों है जरूरी

इस योजना में कुछ अपात्र किसानों द्वारा भी लाभ लिया जा रहा है, इसलिए सरकार ने ऐसे लोगों को इस योजना से हटाने का निर्णय लिया है। इसके तहत सरकार ने अपात्र किसानों की पहचान के लिए कई फैसले लिए हैं। इसलिए यह जरूरी हो जाता है कि किसान भाई अपना स्टेटस देख लें, कि उनका नाम पीएम किसान सम्मान निधि योजना में है या नहीं। अगर उनका नाम इस योजना में नहीं है तो उन्हें जल्द से जल्द संबंधित अधिकारी से संपर्क करना चाहिए।

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किसानों के लिए ई केवाईसी करवाना हुआ अनिवार्य

इस योजना का लाभ पाने के लिए किसानों को ई-केवाईसी (e-KYC) करवाना अनिवार्य हो गया है। बिना ई केवाईसी के किसान अब इस योजना का लाभ नहीं उठा पाएंगे। सरकार ने यह इसलिए अनिवार्य किया है, क्योंकि पिछली बार जांच में पाया गया था कि कई ऐसे किसान इस योजना का लाभ ले रहे हैं, जो पहले से ही इनकम टैक्स के दायरे में आते थे और इनकम टैक्स भर रहे थे।
दीवाली से पहले पीएम मोदी ने करदी किसानों की बल्ले बल्ले, खातों में भेजी पीएम किसान सम्मान निधि की १२ वीं किस्त

दीवाली से पहले पीएम मोदी ने करदी किसानों की बल्ले बल्ले, खातों में भेजी पीएम किसान सम्मान निधि की १२ वीं किस्त

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दीवाली से पहले ही किसानों को तोहफा दे दिया है। किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan) की १२ वीं किस्त उनके खातों में भेज दी गयी है। बतादें कि पिछले कई दिनों से १२ वीं किस्त के लिए किसान बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। आखिरकार १७ अक्टूबर को पी एम मोदी द्वारा करोड़ों किसानों के खाते में पी एम किसान सम्मान निधि की १२ वीं किस्त ट्रांसफर कर दी गयी है। किसानों में खुशी की लहर दौड़ रही है। दीवाली के समय किसानों को धन की काफी आवश्यकता होती है, ऐसे में पी एम किसान सम्मान निधि की १२ वीं क़िस्त आने से किसानों को आर्थिक सहायता मिली है। जिन किसान भाइयों की १२ वीं किस्त अभी तक नहीं आयी है उनको तत्काल लाभार्थी सूची में अपना नाम देखना चाहिए। यदि पात्र होने के बावजूद सूची में नाम अंकित नहीं है, तो सहायक प्रशासन अधिकारी को सूचित करें।

कितने किसानों को पी एम किसान सम्मान निधि की १२ वीं किस्त प्राप्त हुई है ?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जारी की गयी पीएम किसान सम्मान निधि की १२ वीं किस्त से देशभर में लगभग ८ करोड़ से भी अधिक किसान लाभान्वित हुए हैं, जिनके खातों में २००० रूपये की धनराशि पहुँच चुकी है। किसानों को निर्देश भी दिया गया है कि यदि किसी किसान की १२ वीं किस्त अभी तक उसके खाते में नहीं पहुंच पायी है, तो वह बैंक के शाखा प्रबंधक से बात करे। बैंक से उपयुक्त जानकारी न मिलने पर यदि आवश्यकता पड़े, तो योजना से सम्बंधित अधिकारियों से भी संपर्क कर सकते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दीवाली से पहले ही किस्त को किसानों के खातों में भेजने के निर्णय से किसान बेहद खुश हैं।


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पीएम किसान सम्मान निधि की १२ वीं किस्त खाते में न पहुँचने की स्तिथि में क्या करें किसान ?

पीएम किसान सम्मान निधि की १२ वीं किस्त यदि अभी तक नहीं पहुंची है तो इस स्तिथि में किसान मेल या फोन के माध्यम से पीएम किसान सम्मान निधि योजना के अधिकारीयों से सहायता प्राप्त कर सकते हैं। मेल करने के लिए (pmkisan-ict@gov.in) मेल आईडी पर अपनी समस्या भेज सकते हैं या फिर योजना सम्बंधित हेल्पलाइन नम्बर १५५२६१ या फिर १८००११५५२६ टोल फ्री, अथवा ०११२३३८१०९२ पर संपर्क कर अपनी समस्या का समाधान करायें। साथ ही बैंक को दी गयी अपनी सभी आवश्यक जानकारियों के पूर्णतया सटीक होने की भी जाँच करलें, जैसे कि आपकी आधार कार्ड संख्या, खाता संख्या एवं नाम इत्यादि।

पीएम मोदी ने किसानों को १२ वीं सम्मान निधि भेजने के साथ ही किया किसान सम्मेलन का भी उद्घाटन

प्रधानमंत्री द्वारा १७ अक्टूबर को जारी की गयी पीएम किसान सम्मान निधि के साथ साथ  एग्री स्टार्ट अप कॉनक्लेव और किसान सम्मेलन (Agri Startup Conclave & Kisan Sammelan) का भी उद्घाटन कर दिया गया, जिसमें हजारों किसानों एवं सैकड़ों कृषि स्टार्टअप शामिल रहे। साथ ही, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने भारतीय जन उर्वरक परियोजना की भी शुरुआत करदी है एवं ६०० प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्रों को भी स्थापित कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा लिए गए किसान हित में निर्णय किसानों को काफी हद तक फायदा पहुंचाने में मदद करेंगे।
पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ क्या पति पत्नी दोनों को मिलेंगे

पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ क्या पति पत्नी दोनों को मिलेंगे

पीएम किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत किसानों को प्रति वर्ष ₹6000 मुहैया कराया जाता है। यह ₹6000 रुपए तीन किस्तों में किसानों को कृषि के कार्य करने हेतु दिया जाता है, जिससे किसानों को कृषि कार्य हेतु आर्थिक सहायता मिलती है। कुछ महीनों से यह योजना काफी चर्चा में इसलिए है क्योंकि व्यापक पैमाने पर अपात्र किसान इस योजना का लाभ लेते पाए गए हुए हैं। बात अगर उत्तर प्रदेश राज्य की करें तो लगभग 21 लाख अपात्र किसान इस महत्वकांक्षी योजना का लाभ ले रहे थे, जिसको लेकर सरकार ने कड़ा निर्देश जारी किया था और पैसे की रिकवरी के लिए भी कड़े कदम उठाए थे। अमूमन हर राज्य का लगभग इसी तरह का हाल है, हर राज्य में व्यापक पैमाने पर इस महत्वकांक्षी योजना में गड़बड़ी देखने और सुनने को मिल रही है, जिसको लेकर सरकार ने कुछ महत्वपूर्ण गाइडलाइंस जारी किए हैं। इस योजना में बहुत सारे ऐसे मामले भी हैं, जिसमें पति और पत्नी दोनों इस योजना का लाभ ले रहे थे, जिसको लेकर बहुत सारे अड़चन थे कि क्या पति और पत्नी दोनों पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ ले सकते हैं ? सरकार के द्वारा जारी गाइडलाइंस में यह साफ तौर पर कहा गया है कि इस योजना का लाभ पति और पत्नी दोनों नहीं ले सकते हैं। ऐसा करने वाले इस योजना से वंचित हो जाएंगे और उन्हें अपात्र घोषित कर दिया जाएगा। अगर कोई भी व्यक्ति इस तरह का कार्य करता है, तो सरकार उसे फर्जी साबित करते हुए योजना के अंतर्गत उठाए गए पैसों की रिकवरी करेगी। जब से इस योजना में गड़बड़ी हुई है तब से सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं और कुछ गाइडलाइंस जारी किए हैं, जिसमें यह साफ तौर पर कहा गया है कि पति और पत्नी दोनों इस योजना का लाभ नहीं उठा सकते हैं। वहीं अगर पति और पत्नी दोनों में से कोई एक भी इनकम टैक्स को पार करता है, तो भी वह इस योजना का लाभ उठाने से वंचित रह जाएंगे। वैसे किसान जो दूसरे के खेतों में खेती करते हैं, वह भी इस योजना का लाभ नहीं उठा सकते हैं। साथ ही साथ इस तरह के किसान जो इनकम टैक्स पार करते हैं वह भी इस योजना का लाभ नहीं उठा सकते हैं। कोई व्यक्ति अगर संवैधानिक पद पर विराजमान है तो वह भी इस योजना का लाभ नहीं उठा सकता है। इस योजना का लाभ लेने के लिए लैंड का ओनरशिप होना अनिवार्य है। किसान परिवार से सिर्फ एक ही व्यक्ति इस योजना का लाभ लेने के लिए रजिस्ट्रेशन कर सकता है।


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पीएम किसान सम्मान निधि योजना का किसे मिल सकता है लाभ

इस योजना का लाभ मुख्य तौर पर उन गरीब किसानों के लिए है जिनके पास 2 हेक्टेयर से ज्यादा की जमीन नहीं है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य गरीब किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। अगर कोई किसान किसी सरकारी पेंशन इस स्कीम का लाभ उठा रहा है, तो वह भी इस योजना का लाभ नहीं ले सकता है और अगर कोई किसान अपनी खेती की जमीन का उपयोग कृषि के कार्य को छोड़कर किसी अन्य कार्य करने के लिए कर रहा है, तो वह भी किसान इस योजना का लाभ लेने से वंचित रह जाएगा।

17 अक्टूबर को मिल चुकी है 12वीं किस्त की रकम

इस योजना की शुरुआत केंद्र सरकार के द्वारा वर्ष 2019 में की गई थी। दिवाली से पहले ही 17 अक्टूबर को किसानों के खाते में 12वीं किस्त के ₹2000, केंद्र सरकार के द्वारा दिवाली और महापर्व छठ को ध्यान में रखते हुए भेज दिया गया हुआ है। लेकिन कुछ किसान ऐसे भी हैं जिनके खाते में 12वीं किस्त का पैसा अभी तक नहीं पहुंच पाया है, जिसका मुख्य कारण ईकेवाईसी का नहीं होना हो सकता है। लेकिन वैसे किसान जो ईकेवाईसी करा लिए हैं फिर भी उनके खाते में 12वीं किस्त का पैसा नहीं पहुंचा है, तो इसके पीछे लैंड सीडिंग एक बड़ी वजह हो सकती है। केंद्र सरकार के द्वारा योजना में फर्जीवाड़े को रोकने के लिए बहुत हैं कड़े निर्देश तथा सख्ती बढ़ती गई है। इस योजना का लाभ लेने वाले किसानों के लिए ईकेवाईसी का कराना अनिवार्य कर दिया गया है। ईकेवाईसी के आधार पर ही किसान पात्र है या अपात्र है, इसका पता किया जा सकता है और इसी को आधार मानकर किसान सम्मान निधि योजना का किस्त भेजा जा रहा है। वहीं अगर 12वीं किस्त के पैसे के बारे में बात करें तो यह पैसा किसानों के खाते में 30 नवंबर तक आते रहेगा। ऐसे में जो किसान ने लैंड सीडिंग नहीं कराया है, उन्हें अपने नजदीकी कृषि केंद्र पर जाकर अपना डॉक्यूमेंट अपडेट और वेरिफिकेशन करा लेना चाहिए ताकि उनके खाते में 12वीं किस्त की राशि 30 नवंबर तक पहुंच सके।