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एक सवाल यह मन में आता है कि क्या सफेद चंदन की खेती नार्थ इंडिया के किसान भी कर सकते हैं ? तो हम बता दें कि इसकी खेती वैसे तो पूरे भारत में की जा सकती है, लेकिन इसके लिए मिट्टी का पीएच लेवल 6 से 8.5 के बीच सबसे अच्छा माना गया है। जहां सफेद चंदन के पेड़ लगाए गए हो वहाँ जल जमाव नहीं होना चाहिए। हां, इसे बर्फ से भी बचाया जाना जरूरी है।
गौरतलब है कि सफेद चंदन के एक पेड़ को विकसित होने में 12 से 15 साल का समय लग सकता है। अगर किसी किसान के पास एक एकड़ जमीन है तो उसमें वह सफेद चंदन के 400 पौधे लगा सकता है। हर दो पेड़ के बीच 12 फीट की जगह खाली होनी चाहिए। यानी, बीच की खाली जमीन में किसान सब्जी की भी खेती कर सकते हैं। अगर किसान चाहें तो चंदन के खेत में हरी सब्जी की भी खेती कर सकते हैं। 12 साल बाद इन चार सौ पेड़ों की कीमत इतनी होगी कि किसान निश्चित ही करोड़पति बन जाएंगे। तो देर किस बात की है, आज ही सफेद चंदन के पेड़ अपनी जमीन में लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दें।
मीडिया एजेंसियों के अनुसार, सफेद चंदन का उत्पादन उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों में भी किया जा सकता है। बहुत सारे किसानों ने तो इन राज्यों में सफेद चंदन की खेती चालू भी कर दी है। सफेद चंदन की लकड़ी काफी ज्यादा महँगी होती है। बाजार में इसकी कीमत 8 से 10 हजार रुपये प्रतिकिलो है। विदेशों में एक किलो सफेद चंदन का भाव 25 हजार रुपये है। मतलब कि चंदन के एक पेड़ से लाखों रुपये की आमदनी की जा सकती है। एक एकड़ में सफेद चंदन की खेती चालू करने पर एक लाख रुपये का खर्चा आता है। परंतु, 14 से 15 वर्ष के उपरांत इससे आप करोड़ों रुपये की आमदनी कर सकते हैं।
सफेद चंदन औषधीय गुणों से संपन्न होता है। इसका इस्तेमाल खिलौने, परफ्यूम, हवन सामग्री, अगरबती, कंठी माला और साबुन बनाने में किया जाता है। चंदन से निर्मित किए गए साबुन और परफ्यूम काफी ज्यादा महंगे बिकते हैं। यदि किसान भाई सफेद चंदन की खेती करते हैं। तब उनकी कुछ वर्षों के बाद जिंदगी ही बदल जाएगी।
सफेद चंदन की खेती के लिए हर प्रकार की मृदा उपयुक्त है
सफेद चंदन की खेती हर तरह की मृदा में की जा सकती है। यह पथरीली, बंजर, धूस और ऊसर मृदा में भी तेजी के साथ विकास करता है। हालाँकि, इस सब के बावजूद भी दोमट मृदा सफेद चंदन के लिए उपयुक्त मानी जाती है। इसका उत्पादन शुरू करने से पूर्व भूमि को सही ढंग से तैयार कर लें। दो पौधों के मध्य कम से कम 10 फीट की दूरी अवश्य रखें। एक एकड़ में चंदन के 400 से ज्यादा पौधे लगाए जा सकते हैं। साथ ही, समय- समय पर इसकी सिंचाई भी करते रहें। मुख्य बात यह है, कि जिस खेत में आपने सफेद चंदन के पौधे लगाए हैं, उसके अंदर जल निकासी की भी बेहतरीन सुविधा होनी चाहिए। खेत में जलभराव होने की स्थिति में पौधों को काफी हानि भी हो सकती है।