किसानों को ट्रेन किराए में रेलवे की तरफ से कितनी छूट दी जाती है
रेलवे विभाग की तरफ से भी कृषकों को सुविधा प्रदान की जाती है। भारतीय रेलवे में किसानों को निर्धारित छूट पर टिकट मिल सकती हैं। भारत एक ऐसा देश है, जो कि किसानों को अन्नदाता के नाम से संबोधित करता है। साथ ही, अन्नदाता के लिए केंद्र सरकार और राज्य की सरकारें विभिन्न योजनाऐं चलाती हैं। इसके माध्यम से किसान भाइयों को लाभ प्रदान किया जाता है।
किसान भाइयों को टैक्स पर उपकरणों - यंत्रों की खरीद पर अच्छी खासी छूट दी जाती है। साथ ही, टोल पर भी कृषकों के ट्रैक्टरों को छूट मिलती है। इसके अतिरिक्त भी बाकी जगहों पर किसान भाइयों को विभिन्न तरह से रियायत मिल जाती है। परंतु, आज हम आपको यह बताने जा रहे हैं, कि कृषकों के लिए रेलवे की तरफ से क्या सुविधा मुहैय्या कराई जाती है।
कृषकों को ट्रेन किराए में भारी छूट
रिपोर्ट्स के मुताबिक, किसान भाइयों को ट्रेन के किराए में काफी छूट मिलती है। भारतीय रेलवे की ओर से कृषकों और मजदूरों को सेकंड क्लास और स्लीपर क्लास टिकट पर 25 से लेकर 50 प्रतिशत तक छूट प्रदान की जाती है। इन समस्त सुविधाओं को पाने के लिए कृषक भाइयों को कुछ आवश्यक बातों का पालन करना बेहद जरूरी है।
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लाभ उठाने के लिए आवश्यक दस्तावेज
- किसान को अपना आधार कार्ड या मतदाता पहचान पत्र टिकट बुक करते समय टिकट काउंटर पर दिखाना पड़ेगा।
- किसान का नाम और पता टिकट पर दर्ज होना चाहिए।
- किसान को यात्रा के दौरान अपना आधार कार्ड या मतदाता पहचान पत्र साथ लेकर चलना होगा।
किसानों को छूट कैसे मिलती है ?
- किसान भाई को किसी भी कृषि या औद्योगिक प्रदर्शनी में हिस्सा लेने के लिए जाने पर 25 प्रतिशत छूट मिलती है।
- किसानों को सरकार द्वारा प्रायोजित विशेष ट्रेनों में यात्रा करने पर 33 प्रतिशत छूट प्रदान की जाती है।
- किसान भाइयों को राष्ट्रीय स्तर के कृषि व पशुपालन संस्थान में अध्ययन करने के लिए जाने पर 50 प्रतिशत छूट मिलती है।
- किसानों को ट्रेन किराए में छूट के लिए टिकट बुक करते समय टिकट काउंटर पर "किसान" का विकल्प चुनना होगा।