औषधीय गुणों से परिपूर्ण शहद की मांग सर्दियों के दौरान काफी ज्यादा बढ़ जाती है। ऐसी स्थिति में लोगों को नकली शहद से सावधान रहने की आवश्यकता है। हालाँकि, सामान्य तौर पर शानदार शहद की मांग हर मौसम में बरकरार बनी रहती है। परंतु, सर्दियों के दौरान इसकी मांग काफी ज्यादा रहती है। परंतु, इस दौरान शहद की मांग बढ़ने के कारण कुछ नक्काल लोग नकली शहद निर्मित करके बेचना भी आरंभ कर देते हैं। ऐसा तो नहीं है, कि आप भी इस जमाने में अच्छा शहद समझ कर कोई गलत चीज का सेवन तो नहीं कर रहे हैं। चलिए आपको आज के इस लेख में बताऐंगे कि कैसे आप सही शहद की पहचान करें।
आंकड़ों के मुताबिक, सही शहद की पहचान करना काफी मुश्किल होता है। क्योंकि, मिलावटी शहद को एकदम असली शहद की तरह निर्मित किया जा सकता है। हालांकि, कुछ सुगम तरीके हैं, जिनसे आप अच्छे शहद की आसानी से पहचान कर सकते हैं। बतादें, कि इसके लिए आप एक गिलास गर्म पानी में एक चम्मच शहद डालें। अगर शहद पानी में घुल जाता है, तो यह मिलावटी है। असली शहद पानी में नहीं घुलता और पानी की सतह पर तैरता रहता है। इसके अतिरिक्त आप एक लकड़ी की छड़ी पर शहद लगाकर उसे आग पर रख दें। अगर शहद जलने पर मोमबत्ती की भांति जलता है, तो ये असली है। मिलावटी शहद जलने पर चिपचिपा हो जाता है और सहजता से नहीं जलता है।
आंकड़ों के मुताबिक, आप ब्रेड के टुकड़े पर शहद लगाकर भी शहद की आसानी से पहचान कर सकते हैं। अगर शहद ब्रेड में बेहतर तरीके से चिपक जाता है, तो वह बिल्कुल असली है। क्योंकि, मिलावटी शहद ब्रेड से सुगमता से अलग हो जाता है। इसके अतिरिक्त आप लैब्स की सहायता से भी असली और नकली शहद की आसानी से पहचान कर सकते हैं।
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खाद्य विशेषज्ञों का कहना है, कि शहद उन दुर्लभ खाद्य पदार्थों में से एक है, जिसका सेवन करते ही तत्काल शरीर को ऊर्जा मिल जाती है। ऐसे तो दुनिया में विभिन्न प्रकार के मानव निर्मित स्वीटनर उपलब्ध हैं। परंतु, शहद ऐसी मिठास है, जिसकी ‘नकल’ नहीं की जा सकती है। इतना तो हो सकता है, कि शहद की मक्खी (Honey Bee) को ‘बहला-फुसलाकर’ विभिन्न प्रकार के फूलों के स्वाद का शहद निर्मित किया जाए। परंतु, इसका प्रतिरूप नहीं जा सकता है। विशेष बात यह भी है, कि हजारों साल पुरानी इस मिठास के स्वाद में बड़ा परिवर्तन भी देखने को नहीं मिला है।