ये भी पढ़े: आया बगैर इंजन वाला ट्रैक्टर, बगैर डीजल के चलेगाओईएम की उत्पाद कतारों को पुनर्गठित करने के साथ साथ कुछ ज्यादा टॉर्क एवं कम हॉर्सपावर वाले ट्रैक्टरों को भी जोड़ा जा रहा है। परिणामस्वरूप, 50 से ज्यादा एचपी समूह के मूल्य पर 41-50 एचपी सेगमेंट के अनुकूल एचपी मिश्रण परिवर्तित हो जाएगा। रोहन कंवर गुप्ता, आईसीआरए के वाइस प्रेसिडेंट, ने कॉर्पोरेट रेटिंग्स द्वारा भविष्यवाणी के तौर पर बताया है। ICRA के मुताबिक 50 HP श्रेणी के ट्रैक्टर का उत्पादन करने में होने वाला खर्च बढ़ जायेगा। 10-15% मूल्य में बढ़ोत्तरी के आधार पर 1 से 1.3 लाख वृद्धि होगी। हालाँकि, उद्योग का कुल बिक्रय का तकरीबन 7 से 8% 50-एचपी श्रेणी में ट्रैक्टरों से हुआ है; ज्यादातर ट्रैक्टर 30 से 50-एचपी के दायरे में विक्रय किये जाते हैं। ICRA के मुताबिक, भारत स्टेज TREM IIIA नियम उद्योग के एक बेहद जरुरी वर्ग पर जारी होते रहेंगे- 50 हॉर्सपावर से कम, जिसका वित्त वर्ष 22 में विक्रय का करीब 92 फीसद भाग था। 50-एचपी से ज्यादा खंड हेतु अद्यतन उत्सर्जन मानकों को आरंभ में अक्टूबर 2020 में प्रभावी बनाने हेतु निर्धारित किया गया था। परंतु सरकार ने महामारी द्वारा आयी चुनौतियों के मध्य उद्योग की परेशानियों पर सोच विचार करने के फलस्वरूप इस तिथि में निरंतर देरी हुई है।
ये भी पढ़े: ट्रैक्टर Tractor खरीदने पर मिलेगी 50 फीसदी सब्सिडी(subsidy), ऐसे उठा सकते हैं इस योजना का लाभउन्होंने जारी रखा, “निर्यात मॉडल पहले से ही विकसित उत्सर्जन मानदंडों को पूर्ण करता है, यही वजह है, कि मूल उपकरण निर्माता (ओईएम) के समीप उन्नत मानदंडों से संबंध साधने हेतु तकनीकी जागरुकता नहीं है।”
दिल्ली के भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के ग्राउंड में लगने वाला कृषि मेला 2 से 4 मार्च तीन दिनों तक चलेगा। आईसीएआर-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के निदेशक डॉ अशोक कुमार सिंह ने कृषि मेला की जानकारी देते हुए कहा,
"इस बार पूसा कृषि विज्ञान मेला मार्च 2 से 4 तक लगाया जाएगा। मेले का उद्घाटन 2 मार्च को केंद्रीय कृषि एवं कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर करेंगे।"
इस बार कृषि मेले में अंतर्राष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष 2023 के अंर्तगत मोटा अनाज आधारित मुल्य श्रृंखला विकास, स्मार्ट खेती/ संरक्षित खेती मॉडल, जलवायु तन्यक एवं संपोषक, कृषि विपणन एवं निर्यात, किसानों के नवाचार- संभावनाएं एवं समस्याएं, किसान उत्पादक संगठन- स्टार्टअप लिंकेज जैसी जानकारियां दी जाएंगी।
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भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान वर्ष 2023 के भाकृअनुसं-नवोन्मेषी किसान और भाकृअनुसं-अध्येता किसान पुरस्कारों के लिए योग्य नवोन्मेषी कृषकों के आवेदन आमंत्रित करता है, जिन्हें मार्च 2-4, 2023 के दौरान आयोजित होने वाले पूसा कृषि विज्ञान मेले में प्रदत्त किया जाएगा।
मेरीखेती की टीम भी इस कृषि मेले में उपस्थित रहने वाली है अगर आप इस मेले से जुड़ी जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो हमारे यूट्यूब चैनल https://www.youtube.com/c/MeriKheti/ पर देख सकते है।
भारत कृषि से संबंधित तकनीकी नवाचारों और सबसे नवीन खेती प्रणालियों का प्रदर्शन करने के लिए दिल्ली में 28 फरवरी से 1 मार्च, 2024 तक भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान का पूसा कृषि विज्ञान मेले का आयोजन होने जा रहा था।
जो कि "दिल्ली चलो मार्च" के चलते कुछ कारणों की वजह से स्थगित कर दिया गया है। यह मेला न केवल किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण प्लेटफॉर्म प्रदान करता है, बल्कि आगामी समय की खेती के लिए नए दिशा-निर्देश प्रदान करेगा।
पूसा का वरिष्ठ वैज्ञानिकों ने कहा है, कि जैसे ही मेला की तिथि सुनिश्चित होगी, तुरंत किसानों को सूचित कर दिया जाएगा।