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PM Kisan Scheme

इंतजार की घड़ियां हुई खत्म, जानिए किस दिन आएगी पीएम किसान की 13वीं किस्त

इंतजार की घड़ियां हुई खत्म, जानिए किस दिन आएगी पीएम किसान की 13वीं किस्त

लंबे इंतजार के बाद आखिरकार वो घड़ी आ ही गयी, जब किसानों को पीएम किसान योजना के अंतर्गत 13वीं किस्त दी जाएगी. जिसके लिए दिन भी लगभग तय हो चुका है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों के लिए किसी मसीहा से कम नहीं हैं. किसानों के हित में उन्होंने पीएम किसान योजना को शुरू किया. जिसकी 17 किस्त पीएम ने खुद 17 अक्टूबर के दिन जारी की थी. बता दें केंद्र सरकार ने इसके लिए लगभग 16 हजार करोड़ रूपये खर्च किये थे. जिसका फायदा देश के 8 करोड़ किसानों को हुआ था. पीएम किसान यानि कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना केंद्र सरकार की योजना है. जिसके तहत किसानों को साल में 6 हजार रुपये दिए जाते हैं. 6 हजार की यह राशि तीन किस्तों में यानि की दो-दो हजार करके दी जाती है. इसका मतलब सरकार हर चौथे महीने दो हजार की किस्त जारी करती है, जो सीधा किसानों के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर की जाती है.

पीएम किसान योजना के बारे में

यह योजना देश के उन भूमिधारक किसानों परिवारों के लिए है, जो उनकी आय में मदद करती है. इस योजना के तहत किसानों को कृषि के साथ साथ अन्य घरेलू जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलती है. इस योजना की शुरुआत खास तौर पर सीमांत किसानों के लिए की गयी थी.

इस दिन जारी हो सकती है 13वीं किस्त

किसानों को 13वीं किस्त का बड़ी ही बेसब्री से इंतज़ार है. जानकारी के मुताबिक बता दें कि, केंद्र सरकार आने वाली होली तक इस किस्त को जारी कर सकती है. किसानों को अगर इस योजना का फायदा लेना है तो इसके लिए उन्हें सबसे पहले अपना ई-केवाईसी अपडेट करवाना जरूरी होगा. वरना उन्हें इसका फायदा नहीं मिलेगा. ये भी पढ़ें: जानें पीएम किसान योजना जी 13 वीं किस्त कब तक आएगी

ऑनलाइन ऐसे करें अपना ई-केवाईसी अपडेट

ऑनलाइन ई-केवाईसी अपडेट करने के लिए किसान भाइयों को सबसे पहले पीएम किसान से सम्बंधित आधिकारिक साइट पर विजिट करना होगा. जिसके बाद उनके सामने ई-केवाईसी का विकल्प आएगा. जिसपर क्लिक करके अपना आधार कार्ड नंबर दाखिल करना होगा. अगले चरण में कैप्चा कोड और रजिस्टर मोबाइल नंबर डालना होगा. एसएमएस के जरिये ओटीपी आएगा, जिसे दर्ज करके आप अपना ई-केवाईसी अपडेट कर सकते हैं.
यदि तीन सप्ताह बाद भी नहीं आई है प्रधानमंत्री किसान योजना की किस्त तो यहां दर्ज करें शिकायत

यदि तीन सप्ताह बाद भी नहीं आई है प्रधानमंत्री किसान योजना की किस्त तो यहां दर्ज करें शिकायत

देश के किसानों को सशक्त करने के लिए केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना लागू की है। जिसके अंतर्गत हर साल किसानों को 6 हजार रुपये की सहायता राशि प्रदान की जाती है। यह राशि तीन किस्तों में दी जाती है। अब तक केंद्र सरकार प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 13 किस्तें किसानों के बैंक खातो में ट्रांसफर कर चुकी है। आखिरी किस्त 27 फरवरी को ट्रांसफर की गई थी। जिसे पीएम मोदी ने डीबीटी के माध्यम से सभी किसान भाइयों के बैंक खातों में सीधे राशि पहुंचाई थी। सरकार के सूत्रों ने बताया है कि इस दौरान 8,000 करोड़ से अधिक किसानों के बैंक खातों में 16,000 करोड़ से अधिक की राशि ट्रांसफर की गई थी। लेकिन अभी भी बहुत सारे किसान भाई ऐसे हैं जिन्हें 13वीं किस्त प्राप्त नहीं हुई है। यह सभी किसान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत सहायता राशि पाने के हकदार हैं, लेकिन कुछ तकनीकी खामियों के चलते तीन सप्ताह बीत जाने के बाद भी किसानों को किस्त नहीं मिल पाई है। जिन भी किसानों को अभी तक राशि नहीं मिली है वो पीएम किसान योजना के ऑनलाइन हेल्प डेस्क नंबर पर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं साथ ही इन अन्य विकल्पों से भी मदद प्राप्त कर सकते हैं।

पीएम किसान की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपनी गलतियां सुधारें किसान

ऐसे किसान जिनकी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 13वीं किस्त नहीं आई है वो योजना की आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाकर फॉर्म भरते समय की गई गलतियों को सुधार लें। कई बार ऐसा होता है कि किसान आवेदन करते समय गलत जानकारियां भर देते हैं जिससे किसानों के दस्तावेजों का मिलान करने में कठिनाई होती है, जिससे समय पर सही अपडेट नहीं मिल पाता।

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कई बार आवेदन में गलत मोबाइल नंबर की वजह से किसानों को पता ही नहीं चलता कि उनके बैंक खाते में किस्त का पैसा जमा हो चुका है। किसानों को समय पर मैसेज नहीं मिल पाता जिसके कारण किसान यह समझते हैं कि उनका पैसा अभी तक बैंक खाते में जमा नहीं किया गया है। ऐसे में सभी वांछित जानकारियां आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपडेट कर दें। साथ ही वेबसाइट के माध्यम से किसान भाई अपने लाभार्थी स्टेटस की जानकारी भी बेहद आसानी से ले सकते हैं।

लिस्ट में नाम जरूर चेक करें

इस साल प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से 1.86 लाख किसानों के नाम हटाए गए हैं। क्योंकि कई फर्जी किसान इस योजना का गलत तरीके से लाभ ले रहे थे। इसलिए लिस्ट में अपना नाम जरूर चेक करें ताकि यह पता लग पाए कि अन्य किसानों के साथ कहीं आपका नाम भी तो लिस्ट से नहीं कट गया। अपना नाम चेक करने के लिए पीएम किसान की ऑफिशियल वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाएं। वहां पर Farmers Corner के सेक्शन में जाएं। इसके बाद नीचे दिए गए Beneficiary Status के विकल्प पर क्लिक करें। इसके बाद आपसे अकाउंट नंबर, आधार नंबर और फोन नंबर मांगा जाएगा। इन सभी चीजों को उचित स्थान पर दर्ज करें। इसके बाद Get Data पर क्लिक करते ही लाभार्थी के स्टेटस की जानकारी मिल जाएगी।

यहां पर संपर्क करें किसान भाई

बहुत सारे कारण होते हैं जिनकी वजह से कई बार प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की किस्त किसानों के बैंक खाते में समय पर नहीं पहुंच पाती। इससे किसान भाइयों को किसी भी प्रकार की चिंता करने की जरूरत नहीं है। किसान भाई चाहें तो इस समस्या के निराकरण के लिए अपने जिले के कृषि विभाग के कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं। साथ ही अधिक जानकारी के लिए  pmkisan-ict@gov.in पर अपनी समस्या लिखकर भेज सकते हैं। साथ ही हेल्पलाइन नंबर- 155261, 1800115526 या फिर 011-23381092 पर कॉल करके जानकारी हासिल कर सकते हैं।
अब इस स्कीम के तहत किसानों को मिलेगी 5 हजार रुपये की सहायता राशि, ये किसान होंगे पात्र

अब इस स्कीम के तहत किसानों को मिलेगी 5 हजार रुपये की सहायता राशि, ये किसान होंगे पात्र

झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार ने एक बार फिर से मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना लागू कर दी है। इस योजना के अंतर्गत किसानों को 5 हजार रुपये की सहायता राशि प्रदान की जायेगी। इस योजना का लाभ सिर्फ उन किसानों को ही मिल पाएगा जिन किसानों के पास 5 एकड़ से कम कृषि योग्य भूमि है। 5 एकड़ से ज्यादा कृषि भूमि के मालिकों को इस योजना से बाहर रखा गया है।

यह है मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना का मुख्य उद्देश्य

इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसनों को आर्थिक रूप से संबल बनाना है। इस योजना से ज्यादातर छोटे किसान लाभान्वित होने वाले हैं। इससे उन्हें खेती बाड़ी में आर्थिक समस्याओं का सामना करने में बल मिलेगा। इस योजना के माध्यम से मिलने वाली राशि से किसान भाई कृषि कार्य के लिए
जरूरी उपकरण, खाद, बीज और कीटनाशक खरीद पाएंगे। केंद्र सरकार के साथ-साथ झारखंड की राज्य सरकार भी किसानों की आय को बढ़ाने का प्रयत्न कर रही है। जिसके लिए मुख्यमंत्री के द्वारा समय-समय पर कई योजनाएं लॉन्च की जाती हैं। यह योजना भी उसी उद्देश्य के साथ लागू की गई है। इस सहायता राशि से किसान आगामी फसलों की बुवाई आसानी से कर पाएंगे, जिससे भविष्य में उन्हें अच्छा उत्पादन प्राप्त हो सकता है। अच्छा उत्पादन प्राप्त होने पर किसान अपने परिवार का भरण पोषण भी बेहद आसानी से कर पाएंगे। इस योजना का लाभ उठाने के लिए झारखंड के मूल निवासी (जिनके पास कृषि भूमि 5 एकड़ से कम है) ऑनलाइन माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। इस योजना के तहत आगामी खरीफ फसल की बुवाई के पहले किसान को उनके बैंक खाते में सहायता राशि उपलब्ध कारवाई जाएगी, ताकि किसान भाई आसानी से खरीफ फसल की बुवाई कर सकें। ये भी पढ़े: किसान भाई ध्यान दें, खरीफ की फसलों की बुवाई के लिए नई एडवाइजरी जारी इस योजना के अलावा झारखंड के किसान केंद्र सरकार की अन्य योजनाओं से लाभान्वित हो रहे हैं। केंद्र सरकार की तरफ से हर किसान को प्रतिवर्ष 6 हजार रुपये की सहायता राशि उपलब्ध करवाई जाती है। इसके अलावा केंद्र सरकार ने किसानों के लिए बहुत सारी योजनाएं चला रखी हैं, जिनका फायदा उठाकर किसान भाई कृषि क्षेत्र में तेजी से प्रगति कर रहे हैं। पिछले कुछ सालों से किसानों का उत्पादन बढ़ा है और उनकी आय में भी तेजी से वृद्धि हुई है।
फर्जीवाड़ा करने वाले अपात्र किसानों को सूची से किया गया बेदखल

फर्जीवाड़ा करने वाले अपात्र किसानों को सूची से किया गया बेदखल

महाराष्ट्र कृषि विभाग द्वारा नकली बीमा की जानकारी करने के लिए बेहद सजग सर्वेक्षण किया गया। सर्वेक्षण में यह जानकारी प्राप्त हुई है, कि 82,338 आवेदकों में से 8,674 लोगों ने फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का गलत तरीके से लाभ उठा रहे अपात्र किसानों की छटनी के बाद अब मौसम आधारित फसल बीमा स्कीम (आरडब्ल्यूबीसीआईएस) में घपलों की खबर सुनने को मिल रही है। बताया जा रहा है, कि आरडब्ल्यूबीसीआईएस के अंतर्गत बागवानी फसलों के बीमा का फायदा लेने हेतु किसानों द्वारा अवैध तरीके से आवेदन किया गया है। जिसकी जांच पड़ताल करने के उपरांत अपात्र घोषित कर दिया गया है। केंद्र सरकार द्वारा रबी सीजन हेतु बीमित बागवानी फसलों की सच्चाई पता करने के लिए सर्वेक्षण के आदेश दिए थे। सर्वेक्षण में यह पता चला है, कि बीमा का फायदा लेने के लिए किसानों ने फर्जी लीज डीड का इस्तेमाल किया है। विशेष बात यह है, कि जिन फसलों के बीमा हेतु फर्जी लीज डीड का इस्तेमाल किया गया था, वह उस खेत में उपस्थित ही नहीं थी।

केंद्र सरकार की संयुक्त हिस्सेदारी कितने करोड़ है

जिसके उपरांत महाराष्ट्र कृषि विभाग द्वारा नकली बीमा की जानकारी करने के लिए सजग सर्वेक्षण किया गया है। सर्वेक्षण के अंतर्गत जानकारी मिली है, कि 82,338 आवदकों में से 8,674 लोगों ने फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया है। जानकारी के अनुसार, सोलापुर जनपद में सर्वाधिक 2715 मामले फर्जी पकडे गए हैं। इसके उपरांत सांगली में 1395 वहीं जलगांव में 744 मामले पाए गए। खबरों के अनुसार, अधिकांश जनपदों में फर्जी मामले सामने आए हैं। उधर, प्रीमियम में किसानों की भागीदारी लगभग 9.07 करोड़ रुपये थी। वहीं, राज्य एवं केंद्र सरकार की संयुक्त भागीदारी 31.77 करोड़ रुपये है। ये भी पढ़े: पीएम कुसुम योजना में पंजीकरण करने का दावा कर रहीं फर्जी वेबसाइट : नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय की एडवाइजरी

अवैध रूप से 42 करोड़ रुपए का फायदा उठाया

जानकारी के लिए बतादें कि बीते दिनों हरियाणा में पीएम किसान योजना में फर्जीवाड़े की खबर देखने को मिली थी। यहां पर पेंशनधारी, ज्यादा जोत वाले किसान एवं करदाता भी फर्जी दस्तावेजों के उपयोग से पीएम किसान का फायदा उठा लिए थे। इन लोगों द्वारा 42 करोड़ रुपए की धनराशि बहुत सी किस्तों में उठाई थी। हालांकि, मसला सामने आने के बाद कुछ ही किसान इन रुपयों को वापस लौटा पाए हैं। अब सरकार द्वारा इन कृषकों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
अगर किसी और के नाम पंजीकृत भूमि को जोत रहे हो तो नहीं मिलेगी पीएम किसान सम्मान निधि

अगर किसी और के नाम पंजीकृत भूमि को जोत रहे हो तो नहीं मिलेगी पीएम किसान सम्मान निधि

किसान पीएम किसान सम्मान निधि की 14 वीं किस्त खाते में आने की उत्सुकता से बाट देख रहे हैं। हालाँकि, पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ उठाने के लिए बहुत सारी शर्ते हैं। ऐसी स्थिति में यह जानना अत्यंत आवश्यक है, कि दूसरे की भूमि पर खेती करने पर किस्त प्राप्त होगी कि नहीं होगी। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की किस्त प्रति 4 माह में किसानों के खातों में हस्तांतरित की रही है। 13 वीं किस्त फिलहाल लगभग सभी किसानों के खाते में पहुंच गयी हैं। हालाँकि, अब किसानों को 14 वीं क़िस्त की किसानों को प्रतीक्षा है। किसान वेबसाइट पर निरंतर रूप से नजर बनाए हुए हैं। पीएम किसान निधि को लेकर निरंतर अपडेट ली जा रही है। साथ ही, केंद्र सरकार की तरफ से भी यह स्पष्ट कर दिया गया है, कि किसी भी अपात्र किसान के खाते में किसी भी स्थिति में धनराशि हस्तांतरित नहीं की जाएगी। जो भी अपात्र किसानों के खाते में धनराशि पहुँच चुकी है। उनसे उस धनराशि की रिकवरी की जा रही है। ऐसी स्थिति में पीएम किसान सम्मान निधि को किसानों के मन में यह प्रशन्न है, कि क्या दूसरे की भूमि जोत कर पीएम किसान सम्मान निधि का फायदा लिया जा सकता है।

पीएम योजना के कौन कौन पात्र हैं

योजना का फायदा उठाने के लिए किसान का पात्र होना अत्यंत आवश्यक है। जो किसान पात्र नहीं हैं, उन्हें क़िस्त नहीं मिल सकती है। साथ ही, पात्र होने के लिए भी केंद्र सरकार की बहुत सारी शर्ते हैं। इसलिए, पीएम योजना का लाभार्थी सरकारी नौकर नहीं होना चाहिए। साथ ही, पेंशनधारक भी नहीं होना चाहिए। साथ ही, पात्र कर दाता नहीं होना चाहिए। पीएम योजना का लाभ लेने वाला किसी पद पर न होना चाहिए, साथ ही वकील, डॉक्टर जैसे पेशे पर न होना चाहिए। इसके अतिरिक्त और भी शर्ते निर्धारित की गई हैं। ऐसे पेशेधारकों को योजना का फायदा नहीं मिल पाएगा। ये भी पढ़े: अब तक प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से नहीं जुड़े हैं? फौरन करें ये काम

अन्य किसी की जमीन जोतने वाले किसान योजना के लिए अपात्र

भारत के विभिन्न राज्यों में लोग दूसरों की भूमि जोतते हैं। ऐसे में इन लोगों के समक्ष संकट रहता है, कि उन्हें योजना का फायदा मिल सकेगा अथवा नहीं। आज यही जानने का प्रयास करते हैं। जो खेती का असली स्वामी है, वहीं योजना का फायदा उठा सकता है। ऐसी स्थिति में समझ लीजिए, अगर जमीन पैतृक सम्पति है। मतलब मां- पिता से प्राप्त हुई है। यदि यह भूमि आपके नाम पंजीकृत नहीं है, तो आप योजना के लिए योग्य पात्र नहीं हो सकते हैं। योजना का लाभ लेने के लिए भूमि का रजिस्ट्रेशन होना अत्यंत आवश्यक है। अब ऐसी हालत में यदि आप किसी अन्य व्यक्ति की भूमि जोत रहे हैं, तो आप जमीन आपके नाम रजिस्टर्ड नहीं होने की वजह से लाभ नहीं ले सकते हैं। ऐसे किसान अपात्र और योजना के लिए अयोग्य होने की श्रेणी में हैं।

किसान भाई यहां से सहायता प्राप्त कर सकते हैं

किसानों की सहायता करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा हेल्प लाइन नंबर भी उपलब्ध किए गए हैं। किसान भाई जहां पर संपर्क कर सहायता भी प्राप्त कर सकते हैं। किसान भाई ईमेल आईडी pmkisan-ict@gov.in पर संपर्क कर सकते हैं। पीएम किसान योजना के हेल्पलाइन नंबर- 155261 या 1800115526 (Toll Free) या फिर 011-23381092 पर संपर्क साध सकते हैं।
पीएम किसान सम्मान निधि की 15 वीं किस्त को आने में लगेगा समय जानें क्यों ?

पीएम किसान सम्मान निधि की 15 वीं किस्त को आने में लगेगा समय जानें क्यों ?

यदि आप भी पीएम किसान सम्मान निधि योजना का फायदा पाना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको आज ही अपना दस्तावेजीकरण का काम पूर्ण कर लें।कृषकों को आर्थिक तौर पर सहायता प्रदान करने के लिए सरकार की तरफ से विभिन्न योजनाएं चलाई जाती हैं। इन योजनाओं में से एक योजना पीएम किसान सम्मान निधि भी है। इस योजना के माध्यम से किसान भाइयों के खातों में प्रति वर्ष 6 हजार रुपये की धनराशि भेजी जाती है। इस योजना के माध्यम से 2-2 हजार रुपये की धनराशि भेजी जाती है।

पीएम किसान सम्मान निधि योजना की 14 किस्त भेजी जा चुकी हैं

योजना के अंतर्गत अब तक 14 किस्त भेजी जा चुकी हैं। फिलहाल, किसान भाइयों को 15वीं किस्त का बड़ी बेसब्री से इंतजार है। जो कि शीघ्र ही उनके खातों में पहुंच सकती है। परंतु, यदि आपने अब तक ई-केवाईसी नहीं कराई है अथवा फिर फॉर्म भरने के दौरान कुछ गलती की है, तो आपको योजना का फायदा नहीं मिलेगा।

पीएम किसान की 15 वीं किस्त आने में विलंभ है

यदि आप PM किसान सम्मान निधि पोर्टल पर अपना विवरण देख रहे हैं। साथ ही, आपकी आगामी किस्त के लिए राज्य की मंजूरी की प्रतीक्षा कर रहे हैं, तो आपको 2000 रुपये की धनराशि मिलने में अभी थोड़ा वक्त लगेगा। क्योंकि मंजूरी अभी राज्य सरकार की तरफ से नहीं दी गई है। राज्य सरकार आपके दास्तावेजों को वेरीफाई करके केंद्र को request for transfer Sign देगी। राज्य मंजूरी के कारण पैसे नहीं मिलने वालों में वो किसान शामिल होंगे, जो किसान अपनी कृषि भूमि का समुचित दस्तावेजीकरण नहीं कर पाए हैं। इसके साथ ही जो किसान कृषि पंजीकरण नहीं कर पाए हैं।

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जानें rft sign के बारे में

बतादें, कि जब आप पीएम किसान सम्मान निधि की वेबसाइट पर जाकर अपना पेमेंट स्टेटस चेक करते हैं, तब कई बार Rft Signed by State for 1st, 2nd instalment लिखा नजर आता है। दरअसल, इसका मतलब यह है, कि राज्य की सरकार ने लाभार्थी के डेटा की जांच-परख कर ली है, जो कि ठीक है। इसके पश्चात राज्य की सरकार केंद्र सरकार से लाभार्थी पात्र के खाते में रुपये भेजने के लिए अनुरोध करती है। ऐसी स्थिति में आप इस बात का खास ध्यान रखें, कि आपकी तरफ से दिए गए समस्त दस्तावेज सही हों। ekyc प्रक्रिया का पूर्ण होना भी आवश्यक है।
मोदी जी ने पीएम किसान सम्मान निधि की सहायता राशि दोगुनी करने का ऐलान किया

मोदी जी ने पीएम किसान सम्मान निधि की सहायता राशि दोगुनी करने का ऐलान किया

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत केंद्र सरकार ने एक बड़ा निर्णय लिया है। दरअसल, किसानों को इस योजना में वार्षिक 6,000 रुपये तक प्रदान किए जाते हैं। साथ ही, वर्तमान में किस्त की इस धनराशि को दोगुना कर दिया गया है। चलिए ऐसे में जानते हैं, कि किन किसानों को पीएम किसान योजना का यह फायदा मिलेगा। केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में एक काफी बड़ा बदलाव करने का ऐलान किया है। पीएम किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत देश के किसानों की आर्थिक तौर पर मदद करने के लिए वार्षिक 6,000 रुपये तक देती हैं। परंतु, केंद्र सरकार ने हाल ही में राजस्थान के किसानों के लिए इस योजना की धनराशि में बढ़ोतरी कर 12,000 रुपये वार्षिक देने का वादा किया है। जानकारी के लिए बतादें, कि बीते कल मतलब कि 20 नवंबर, 2023 के दिन राजस्थान के हनुमानगढ़ में पीएम मोदी ने चुनावी जनसभा में कहा कि "राजस्थान बीजेपी ने किसानों से एमएसपी/MSP पर फसल खरीदने का निर्णय किया है। साथ ही, उन्हें बोनस भी प्रदान करेगी। राजस्थान बीजेपी ने किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के माध्यम से 12,000 रुपये तक देने का फैसला भी किया है।"

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में कितने रुपए मिलेंगे

दरअसल, राजस्थान में आजकल सियासी सरगर्मियां चरम सीमा पर हैं। क्योंकि विधानसभा चुनाव पास आते जा रहे हैं। इसी कड़ी में पीएम मोदी ने सोमवार को राजस्थान राज्य का दौरा किया एवं किसानों के लिए विभिन्न घोषणाऐं की। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने कृषकों को कर्ज में डुबो दिया। आगे उन्होंने कहा कि कपास की लाखों हेक्टेयर फसल जो कि बर्बाद हुई हैं, कांग्रेस को उसका जवाब देना पड़ेगा। साथ ही, उन्होंने यह भी बताया कि जिन्होंने किसान को ठगा है, उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा। इसी क्रम में राजस्थान भाजपा ने निर्णय लिया है, कि राज्य के किसानों की फसल की MSP पर खरीद करेंगे। इसके साथ-साथ किसानों को बोनस भी प्रदान करेगी। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में मिलने वाली धनराशि को बढ़ाकर 12,000 रुपये तक कर दिया जाएगा।

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किसानों को सस्ती खाद प्रदान करने हेतु सरकार करोड़ों खर्च कर रही है

राजस्थान की चुनावी रैली में पीएम मोदी ने यह भी कहा कि किसानों की सहायता के लिए सरकार सदैव उनके साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि कृषकों के लिए सस्ती खाद हेतु केंद्र सरकार के द्वारा करोड़ों रुपये खर्च किए जाते हैं। जिससे कि किसान को सस्ती खाद प्राप्त हो सके एवं खाद के लिए उन्हें कहीं और न भटकना पड़े। उन्होंने आगे कहा कि विश्वभर में यूरिया की एक बोरी की कीमत तकरीबन 3,000 रुपये तक मिलती है। लेकिन, वहीं भारत में यूरिया की एक बोरी की कीमत सरकार के द्वारा 300 रुपये से भी कम भाव पर किसानों को मुहैय्या करवाई जाती हैं।
इस योजना के तहत लघु एवं सीमांत कृषकों को प्रतिमाह 3 हजार रुपए की आर्थिक मदद दी जाएगी

इस योजना के तहत लघु एवं सीमांत कृषकों को प्रतिमाह 3 हजार रुपए की आर्थिक मदद दी जाएगी

इस योजना के अंतर्गत छोटे एवं सीमांत कृषकों को 60 वर्ष की आयु पूर्ण होने पर प्रति माह 3 हजार रुपये की पेंशन देकर आर्थिक मदद प्रदान करती है। यह योजना किसान पेंशन योजना के तौर पर भी जानी जाती है।  केंद्र की मोदी सरकार कृषकों के उत्थान के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं चला रही है। बतादें, कि उनमें से ही एक पीएम किसान मानधन योजना भी है। इस योजना के अंतर्गत सरकार भारत के छोटे तथा सीमांत कृषकों को बुढ़ापे में बेहतर ढंग से जीवनयापन करने के लिए पेंशन प्रदान करती है। इस योजना का आरंभ केंद्र सरकार ने मई 2019 में किया था। सरकार इस योजना के अंतर्गत छोटे एवं सीमांत कृषकों को 60 वर्ष की उम्र में पूर्ण होने पर प्रति माह 3 हजार रुपये की पेंशन देकर आर्थिक मदद प्रदान करती है। यह योजना किसान पेंशन योजना के तौर पर भी जानी जाती है। ऐसी स्थिति में यदि आप भी इस योजना के लिए आवेदन करना चाहते हैं, तो आपकी आयु 18 से 40 वर्ष के मध्य होनी चाहिए।

प्रति माह कितना प्रीमियम देना पड़ेगा 

इस योजना का फायदा उठाने के लिए आपके पास लगभग 2 हेक्टेयर तक कृषि योग्य जमीन होनी चाहिए। योजना के अंतर्गत यदि लाभार्थी की मृत्यु हो जाती है, तो पेंशन की धनराशि उसकी पत्नी के खाते में हस्तांतरित की जाती है, जो कि लगभग 1500 प्रतिमाह होती है। किसान मानधन योजना के अंतर्गत आवेदन करने वाले लाभार्थियों को प्रति माह प्रीमियम भी देना होता है, जो आयु वर्ग के मुताबिक भिन्न-भिन्न होता है। यदि आपकी आयु 18 वर्ष है, तो आपको प्रति माह 55 रुपये का प्रीमियम देना पड़ेगा। इसी प्रकार 40 साल की आयु वालों को प्रति माह 200 रुपये के प्रीमियम का भुगतान करना पड़ेगा। केवल प्रीमियम का भुगतान वाले ही 60 वर्ष उम्र के उपरांत इस योजना का फायदा प्राप्त किया जा सकता है।

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योजना का लाभ उठाने के लिए आवश्यक कागजात 

यदि आप भी पीएम किसान मानधन योजना का फायदा प्राप्त करना चाहते हैं, तो आपके पास कुछ आवश्यक दस्तावेज होने जरूरी हैं। योजना के मुताबिक, लाभार्थी के पास एक बैंक खाता होना चाहिए, जो आधार कार्ड से जुड़ा हो। इसके अतिरिक्त आपके पास पासपोर्ट साइज फोटो, पहचान पत्र, आयु प्रमाण पत्र, खेत की खसरा खतौनी जैसे दस्तावेज भी होने अनिवार्य हैं। इस योजना के अंतर्गत बुढ़ापे में मिलने वाली धनराशि प्रत्यक्ष रूप से लाभार्थी के बैंक खाते में स्थानांतरित की जाएगी। प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना 2023 का प्रमुख उद्देश्य भारत के कृषकों को बुढ़ापे में स्वावलंबी बनाना एवं भूमिहीन कृषकों को मजबूत बनाना है।

मानधन योजना के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया 

योजना के लिए आवेदन करने हेतु सर्व प्रथम आधिकारिक वेबसाइट maandhan.in पर जाएं। इसके पश्चात होमपेज पर जाकर लॉगिन करें। फिर उम्मीदवार लॉगिन करने के लिए आवेदक को अपना फोन नंबर भरना पड़ेगा। बतादें, कि ऐसा करते ही एक नवीन पेज खुलेगा, जहां आपको अपनी जानकारी दर्ज करनी होगी। इसके पश्चात जनरेट OTP पर क्लिक करें। पंजीकृत मोबाइल नंबर पर आए OTP को खाली बॉक्स में भरें एवं आवेदन फॉर्म को सबमिट करें। ऐसा करते ही आपका फॉर्म सबमिट हो जाएगा। 
इन राज्यों में पीएम किसान सम्मान निधि के तहत 12 हजार प्रदान किए जाऐंगे

इन राज्यों में पीएम किसान सम्मान निधि के तहत 12 हजार प्रदान किए जाऐंगे

पीएम किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत कृषकों को अब 12 हजार रुपये मिल सकते हैं। इस योजना का आरंभ कृषकों की आर्थिक सहायता के लिए किया गया था। कृषकों की आर्थिक उन्नति के लिए केंद्र राज्य सरकारें विभिन्न योजनाएं चलाती हैं। केंद्र सरकार की ओर से चलाई जाने वाली सबसे बड़ी योजना में पीएम किसान सम्मान निधि का नाम सबसे ऊपर आता है। इस योजना के अंतर्गत किसान भाइयों को धनराशि हस्तांतरित की जाती है, जिसका उपयोग वह खेती के कामों में लेते हैं। योजना का फायदा पा रहे कृषकों के लिए शानदार समाचार है।

इन राज्यों में मिल सकेंगे 12 हजार रुपए 

दरअसल, पीएम नरेंद्र मोदी ने राजस्थान में विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था, कि सरकार बनने पर योजना के लाभार्थियों को 12 हजार रुपये प्रदान किए जाएंगे। साथ ही, एमपीसी पर फसल खरीदने बोनस देने की बात भी पीएम मोदी ने कही थी। अब ऐसी स्थिति में जिन राज्यों में भाजपा की सरकार है। वैसे राज्यों के कृषकों को 12 हजार रुपये मिल सकते हैं। 12 हजार में से 6 हजार रुपये केंद्र तथा 6 हजार रुपये राज्य सरकार देगी।

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गैर बीजेपी शासित राज्यों में 12 हजार मिलना मुश्किल 

आपकी जानकारी के लिए बतादें, कि अब तक प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के अंतर्गत कृषकों को वर्षभर में 6 हजार रुपये की धनराशि प्रदान की जाती है। ये धनराशि उनके बैंक खाते में तीन किस्तों में पहुंचती है। अब तक योजना के चलते समकुल 15 किस्त जारी की जा चुकी हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, वर्तमान में बीजेपी शासित राज्यों में किसान भाइयों को हर साल 12 हजार रुपये मिल सकते हैं। वहीं, गैर बीजेपी शासित राज्यों में किसानों को 12 हजार रुपये मिलना उतना सुगम नहीं होगा। आंकड़ों की बात करें तो इन राज्यों में केंद्र सरकार की ओर से दी जाने वाली धनराशि के अतिरिक्त राशि प्रदान करने के लिए राज्य सरकारों की इच्छा होनी जरूरी है।

पीएम किसान की 15 वीं किस्त कब जारी हुई थी 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 नवंबर को झारखंड दौरे के समय 8 करोड़ से ज्यादा किसानों के बैंक खाते में योजना के तहत 15वीं किस्त के रुपये हस्तांतरित किए थे। इस योजना का मकसद किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार लाना और उन्हें सम्पन्न बनाना है।
Pm Kisan Yojana: पीएम किसान योजना की 16वीं किस्त को लेकर अहम जानकारी

Pm Kisan Yojana: पीएम किसान योजना की 16वीं किस्त को लेकर अहम जानकारी

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना केंद्र सरकार की कई अहम योजनाओं में से एक है। इस योजना के तहत किसान भाइयों को अधिक रुपये मिल सकते हैं। 

योजना का फायदा पाने के लिए किसान भाई ई-केवाईसी अवश्य करा लें। भारत ही नहीं विश्व की सबसे बड़ी डीबीटी योजना में शामिल प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का फायदा भारत भर के करोड़ो कृषकों को मिल रहा है। 

अब तक किसानों को इस योजना के अंतर्गत 6 हजार रुपये प्रदान किए जाते हैं, जिसे बढ़ाने की बात विगत दिनों सामने आई थी। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए घोषणा की गई थी, कि राजस्थान में बीजेपी सरकार बनने पर पीएम किसान योजना के लाभार्थी को वार्षिक 12,000 रुपये प्रदान किए जाऐंगे।

किसानों को 16 वीं किस्त की बड़ी ही बेसब्री से प्रतीक्षा है।

फिलहाल, पीएम किसान योजना के माध्यम से किसान भाइयों को 6 हजार रुपये मुहैय्या कराऐ जाते थे। इस योजना के अंतर्गत किसान भाइयों को तीन समान किस्तों में 2-2 हजार रुपये हस्तांतरित किए जाते हैं। 

यह किस्त हर चार महीने के पश्चात भेजी जाती है। किसानों को 16 वीं किस्त की बड़ी ही बेसब्री से प्रतीक्षा है। योजना का फायदा उठाने के लिए किसान भाई आवेदन पत्र बेहतर तरीके से भरें। साथ ही, किसान भाई ई-केवाईसी अवश्य करा लें। 

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इन राज्यों के कृषकों को लाभ मिलने की आशा 

  • छत्तीसगढ़
  • झारखंड
  • राजस्थान
  • गुजरात

कृषक भाई इस प्रकार ई-केवाईसी की प्रक्रिया पूर्ण करें 

सर्व प्रथम पीएम किसान सम्मान निधि योजना की आधिकारिक वेबसाइट https://pmkisan.gov.in/ पर जाना पड़ेगा। यहां होम पेज पर आपको फार्मर कॉर्नर का विकल्प और ई-केवाईसी का विकल्प मिलेगा। 

इस पर क्लिक करना चाहिए। ऐसा करते ही आपके सामने ओटीपी पर आधारित एक बॉक्स खुल जाएगा।आपको यहां पर अपना आधार नंबर दर्ज करना होगा। इसके बाद में आपका मोबाइल नंबर मांगा जाऐगा।  

इसके पश्चात आपको नीचे OTP का विकल्प मिलेगा, इस पर क्लिक करना पड़ेगा। ऐसा करने पर आपके पंजीकृत मोबाइल पर एक ओटीपी भेजा जाऐगा। 

आपको वेबसाइट के बॉक्स में यह ओटीपी नंबर डालकर सबमिट करना होगा। आपको यहां दी गई संख्या पर एक ओटीपी भेजा जाएगा। ऐसा करते ही आपकी ई-केवाईसी प्रक्रिया पूर्ण हो जाएगी।

पीएम किसान की 16वीं किस्त खाते में नहीं आई तो यह करें किसान ?

पीएम किसान की 16वीं किस्त खाते में नहीं आई तो यह करें किसान ?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 28 फरवरी बुधवार को देश भर के करोड़ों किसान भाइयों के खाते में पीएम किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Samman Nidhi Yojana) की धनराशि ट्रांसफर की है। पीएम मोदी ने यह धनराशि डीबीटी के माध्यम से किसानों के खातों में हस्तांतरित की है। 

परंतु, कुछ ऐसे भी कृषक हैं, जिन्हें धनराशि हांसिल नहीं हो पाई है। अभी तक जिन किसान भाइयों के खाते में रुपये नहीं पहुंचे हैं। वह यहां बताए गए तरीकों को अपना सकते हैं।

दरअसल, किसानों के खाते में धनराशि नहीं आने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। इसमें एक मुख्य वजह बैंक खाते का आधार से लिंक ना होना भी है। साथ ही साथ ई-केवाईसी (E-KYC) नहीं होने के चलते भी ये धनराशि आपके बैंक अकाउंट में नहीं पहुंची है। 

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अगर आपने सभी आवश्यक कार्य पूर्ण कर लिए थे। लेकिन, फिर भी अकाउंट में धनराशि नहीं आई है तो आप अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। बतादें, कि आपकी तरफ से की गई एक छोटी सी गलती के कारण आपकी किस्त के रुपये अटक सकते हैं और आप योजना के लाभ से वंचित रह सकते हैं।

इन किसानों की किस्त अटक सकती है 

पीएम किसान योजना (PM Kisan Yojana) के अंतर्गत किसान भाइयों को वर्षभर में 6 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है। किसानों के बैंक खाते में ये धनराशि प्रत्येक 4 माह के अंतराल में 2-2 हजार रुपये करके 3 किस्तों में भेजी जाती है। 

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यदि आपके खातों में भी धनराशि नहीं आई है, तो आप सबसे पहले अपना स्टेटस की जांच करें। आवेदन पत्र में भरी गई डिटेल्स में जैसे लिंग (Gender) की गलती, नाम की गलती, आधार कार्ड विवरण (Details) दर्ज करने में गलती हुई है तो आपकी किस्त अटक सकती है।

किसानों को यहां से मिलेगी मदद

अगर आपने समस्त डिटेल्स अच्छी तरह से भरी हैं। पीएम किसान योजना की धनराशि आपके अकाउंट में नहीं पहुंची है तो सबसे पहले आधिकारिक ईमेल आईडी pmkisan-ict@gov.in पर संपर्क साध सकते हैं। 

इसके अतिरिक्त पीएम किसान योजना (PM Kisan Yojana) के हेल्पलाइन नंबर 155261/1800115526/011-23381092 पर भी संपर्क साध सकते हैं।