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गेहूं फसल की कटाई करने वाली तीन बेहद सस्ती कटाई मशीन

गेहूं फसल की कटाई करने वाली तीन बेहद सस्ती कटाई मशीन

रबी की फसल कटाई का समय अब चरम सीमा पर चल रहा है। किसान भाइयों को अपने गेहूं की कटाई करवाने के लिए मजदूरों की उचित मूल्य और समय पर उपलब्धता में कमी आ रही है। 

ऐसे में गेहूं की फसल की कटाई के लिए किसानों के लिए हम कुछ ऐसी गेहूं कटाई करने वाली मशीनों की जानकारी लेकर आए हैं, जिससे कृषकों की यह समस्या आसानी से समाप्त हो सकती है। 

जी हाँ, किसान भाई इन मशीनों के उपयोग से गेहूं कटाई की लागत में कमी आने के साथ साथ फसल कटाई का कार्य समय से पूरा हो जाएगा। 

स्वचालित वर्टिकल कन्वेयर रीपर

स्वचालित वरटिकल कनवेयर रीपर फसल कटाई के लिए उपयोग में लायी जाने वाली एक इंजन संचालित मशीन है। इस मशीन को संचालित करने के लिए चालक को पीछे पैदल चलना पड़ता है। इस मशीन द्वारा अनाज एवं तिलहनी फसलों को काटकर एक कतार में व्यवस्थित रखा जा सकता है। 

इस स्वचालित वरटिकल कनवेयर रीपर मशीन में इंजन, शक्ति संचरण बॉक्स, कटाई पट्टी, फसल पंक्ति विभाजक, लग सहित कनवेयर पट्टी, स्टार पहिया और संचालन प्रणाली एक मजबूत फ्रेम पर लगे होते हैं। 

इसमें पट्टा व घिरनी के द्वारा इंजन की शक्ति; कटाई पट्टी और कनवेयर पट्टी को प्रेषित की जाती है।

रीपर को आगे चलाने के समय फसल पंक्ति विभाजक फसल को विभाजित करते हैं। साथ ही, फसल के तने कटाई पट्टी के संपर्क में आने पर कट जाती है। 

फसल को हाथों-हाथ गट्ठर बनाकर गहाई स्थान पर ले जाया जाता है। मशीन द्वारा काटी फसल का वहन खड़ी दिशा मे होने के कारण फसल के बिखेरने से होने वाले नुकसान से बचा जा सकता है। 

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इस मशीन की लंबाई, चौड़ाई और ऊंचाई तकरीबन 2450, 1200 और 1000 मिमी, क्रमशः होती है। इस मशीन का वजन तकरीबन 145 किग्रा तथा कटाई पट्टी की लंबाई एवं पिच 1000 एवं 75 मिमी क्रमशः होती है। 

इस मशीन का इस्तेमाल मुख्यतः गेहूं, धान, सोयाबीन तथा अन्य अनाज एवं तिलहन फसलों की कटाई के लिए अच्छा है। 

इस मशीन की कार्य क्षमता तकरीबन 0.15 हेक्ट./घंटा होती है। इस मशीन की ईधन खपत करीब 1 लीटर प्रति घंटा होती है। इस मशीन का अनुमानित मूल्य लगभग रुपये 85,000/- है।

बैठकर चलाने वाला स्वचालित रीपर

बतादें, कि बैठकर चलाने वाला स्वचालित रीपर एक स्वचालित मशीन है, जिस पर चालक के लिए सीट मुहैय्या कराई जाती है। इस मशीन में दो बड़े हवा युक्त पहिये लगे होते हैं। 

इसका संचालन पिछले धुरे से किया जाता है। इस मशीन को संचालित करने के लिए करीब 6 एचपी का डीजल इंजन लगा होता है। 

इस मशीन मे सुविधा के अनुरूप ब्रेक, क्लच और स्टेयरिंग द्रव्यचलित प्रणाली और शक्ति संप्रेषण प्रणाली लगी हुयी है। जो कि मशीन को सुगमता से चलाने मे सहयोग करती है। 

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इसमें फसल पंक्ति विभाजक, स्टार पहिया, कटाई पट्टी, कनवेयर पट्टी और वायर स्प्रिंग इत्यादि लगे हुए होते हैं। इस रीपर में दो आगे और एक पीछे चाल का प्रावधान है। 

इस मशीन द्वारा फसल काटने के पश्चात कनवेयर पट्टी द्वारा खींचकर मशीन के एक ओर पंक्ति मे डाल दी जाती है।

इस मशीन की लंबाई, चौड़ाई और उंचाई तकरीबन 3185, 1900 और 1450 मिमी क्रमशः होती है। मशीन का वजन करीब 1530 किग्रा होता है। 

वहीं, प्रचालन गति करीब 3.0 से 3.5 किमी/घंटा होती है। इस मशीन की क्षेत्र क्षमता 0.25 से 0.30 हेक्ट/घंटा तथा क्षेत्र कार्य कुशलता 60-70% तक होती है। 

इसमें इंधन की खपत 0.90 – 1.15 लीटर/घण्टा तथा फसल हानि 5.0 – 5.9 प्रतिशत होती है। इस मशीन का इस्तेमाल धान, गेहूं, सोयाबीन और अन्य अनाज एवं तिलहन फसलों की कटाई के लिए उपयुक्त है। इस मशीन की अनुमानित लागत तकरीबन 1,50,000/- रुपए है।

ट्रैक्टर चलित वरटिकल कनवेयर रीपर

यह एक ट्रेक्टर चलित कटाई उपकरण है। इस यंत्र को ट्रैक्टर के आगे लगाया जाता है और इसे ट्रैक्टर के पी.टी.ओ. द्वारा कपलिंग शाफ्ट एवं मध्यवर्ती शाफ्ट के जरिए से संचालित किया जाता है। 

जमीन के ऊपर मशीन की ऊंचाई घिरनी एवं स्टील रस्सी की मदद से ट्रैक्टर के हाइड्रोलिक द्वारा संचालित की जाती है। 

कत्तई पट्टी द्वारा फसल की कटाई के बाद फसल को लग्ड़ कनवेयर पट्टी की मदद से ऊर्ध्वाधर स्थिति में मशीन के एक तरफ ले जाया जाता है और कटी फसल मशीन की चलने की दिशा से अधोलंब दिशा मे एक कतार मे खेत पर गिर जाती है। 

बतादें, कि इस मशीन में 75 मि.मी. पिच का कटाई पट्टी असेम्बली, 7 फसल पंक्ति विभाजक, लग सहित 2 कनवेयर पट्टी, दबाव स्प्रिंग, घिरनी और पावर संचरण गियर बक्सा लगे होते हैं। 

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फसल पंक्ति विभाजक कटाई पट्टी असेम्बली के सामने फिट किए जाते हैं तथा स्टार पहिया फसल पंक्ति विभाजक के ऊपर लगे होते है। 

इस मशीन में 7 स्टार पहिया, जिनका व्यास 270 – 282 मि. मी. तथा 2000 – 2210 मि. मी. प्रभावी चौड़ाई की कटाई पट्टी होती है। 

इसमें 55 - 60 मि. मी. चौड़ाई की कनवेयर पट्टी, 118 -140 मि. मी. व्यास की घिरनी तथा 1600 – 2010 मि. मी. लंबाई का कटर बार लगा होता है। 

ट्रैक्टर चलित वरटिकल कनवेयर रीपर का इस्तेमाल गेहूं और धान की फसल को काटकर एक कतार मे भूमि पर रखने के लिए किया जाता है। इस मशीन का अनुमानित मूल्य करीब 55,000/- रुपए है।

किसान भाई इन दो कृषि उपकरणों से कुछ ही घंटे में गेंहू की फसल काट सकते हैं

किसान भाई इन दो कृषि उपकरणों से कुछ ही घंटे में गेंहू की फसल काट सकते हैं

रबी की फसलों के अंतर्गत गेहूं खाद्यान्न की प्रमुख फसल के तौर पर किसानों द्वारा चुनी जाने वाली प्रमुख फसल है। हम आज आपको इस फसल की कटाई से संबंधित दो कृषि यंत्रों के बारे में जानकारी प्रदान करने जा रहे हैं, जिनके माध्यम से आप कई एकड़ फसल को कुछ ही घंटों के अंदर काट सकते हैं। किसान और सरकार चाहते हैं, कि भारतभर में फसलों का उत्पादन और उनकी गुणवत्ता में बढ़ोत्तरी हो। क्योंकि, इससे कृषक एवं सरकार दोनों को फायदा होगा। लेकिन यह सिर्फ तब ही संभव हो पाएगा, जब फसल उत्पादन का काम कम लागत में संपन्न हो। इसका एक मात्र विकल्प यह है, कि आधुनिक कृषि यंत्रों का इस्तेमाल किया जाए, जिससे कि समय, श्रम एवं लागत की बचत हो पाए। इससे किसानों को अच्छा मुनाफा भी हांसिल हो सकेगा। ऐसे में आज हम ऐसे आधुनिक 2 कृषि यंत्रों के विषय में बताएंगे, जो कि गेहूं की कटाई को काफी सुगम बना देते हैं।

ट्रैक्टर चलित रीपर बाइंडर

आपकी जानकरी के लिए बतादें, कि इस मशीन के द्वारा कटर बार से पौधे कटे जाते हैं, उसके बाद पुलों में बंध जाते हैं। इसके पश्चात संचरण प्रणाली द्वारा एक ओर गिरा दिया जाता है। मुख्य बात यह है, कि इस मशीन की सहायता से कटाई और बंधाई का काम बेहद ही सफाई से होता है।

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कार्यक्षमता: इससे तकरीबन 0.40 हेक्टेयर/घंटा की दर से कटाई कर सकते हैं। इससे कटाई की लागत लगभग 1050/- रुपए घंटा आती है। कीमत: इस मशीन का अनुमानित मूल्य तकरीबन 2 से 3 लाख रुपए के आस-पास होता है।

स्वचालित वर्टिकल कन्वेयर रीपर

किसान भाइयों आपकी जानकारी के लिए बतादें, कि छोटे और मध्यम किसानों के लिए गेहूं की कटाई करने हेतु यह अत्यंत उपयोगी मशीन है। इस मशीन में आगे की तरफ एक कट्टर बार लगी होती है, तो वहीं पीछे संचरण प्रणाली लगी होती है। इसके साथ ही रीपर में तकरीबन 5 हॉर्स पावर का एक डीजल इंजन लगा होता है, जो कि पहियों और कटर बार के लिए चलाने का कार्य करता है। कीमत: इस मशीन की अनुमानित लागत रुपए लगभग 100000/- है। कार्यक्षमता: इस मशीन से कटाई करने की लागत लगभग 1100 रुपए प्रति हेक्टेयर आती है. इसकी कार्य क्षमता लगभग 0.21 हेक्टेयर प्रति घंटा है।

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इन कृषि यंत्रों को खरीदने के लिए आप अपने क्षेत्र में स्थानीय कंपनियों से संपर्क कर सकते हैं, जो कि कृषि यंत्रों का निर्माण करती हैं। बतादें, कि यह कृषि यंत्र आपको बहुत ही कम कीमत में मिल जाएंगे।
इस राज्य में 108 कृषि यंत्रों की खरीद पर किसानों को अनुदान दिया जाएगा

इस राज्य में 108 कृषि यंत्रों की खरीद पर किसानों को अनुदान दिया जाएगा

बिहार सरकार द्वारा कृषि यंत्र खरीदने पर अनुदान देने के लिए योजना का आरंभ किया है। राज्य सरकार की तरफ से इस योजना के लिए कुल 4,87,67,796 रुपये का बजट आवंटित किया हुआ है। बिहार सरकार इस बजट के अनुरूप कुल 108 कृषि यंत्रों पर किसानों को अनुदान धनराशि प्रदान करेगी। जैसा कि सब जानते हैं, कि देश की राज्य सरकारें निरंतर किसानों की आमदनी दोगुनी करने के मिशन के लिए विभिन्न तरह की योजनाओं को चला रही हैं। बिहार सरकार कृषकों के लिए खेती को और भी ज्यादा सुगम बनाने के लिए तकनीक पर विशेष बल दे रही हैं। साथ ही, सरकार ने इस क्षेत्र को प्रोत्साहन देने के लिए कृषि यंत्रों पर 80 फीसद तक के अनुदान की घोषणा की है। राज्य सरकार द्वारा यह योजना कृषि में तकनीक को प्रोत्साहित करने और किसानों को कम खर्चे में अधिक मुनाफे को मन्देनजर रखते हुए जारी की है। आपकी जानकारी के लिए बतादें, कि वर्तमान में इस योजना का फायदा सिर्फ गया जनपद के मूल निवासी किसान ही उठा पाएंगे। बिहार सरकार ने इस योजना के लिए समकुल 4,87,67,796 रुपये का बजट भी पास किया हुआ है। राज्य सरकार इस धनराशी के अनुरूप कुल 108 कृषि यंत्रों पर किसानों को अनुदान धनराशि प्रदान करेगी।

इन खास कृषि यंत्रों पर रहेगी निगरानी

बिहार सरकार द्वारा कृषि यंत्र के लिए इस योजना के अंतर्गत 4,87,67,796 रुपये के बजट की धनराशि को आवंटित किया गया है। राज्य सरकार इसके लिए कुल 108 प्रकार के कृषि यंत्रों पर सब्सिडी देगी। इस अनुदान में कुछ खास कृषि यंत्रों पर विशेष बल दिया जायेगा, इनके अंतर्गत स्ट्रा बेलर, स्ट्रा रीपर एवं रीपर कम बाईंडर, हैपी सीडर और सुपर सीडर आदि होंगे। बिहार सरकार यह धनराशि अनुदान के लिए कुल धनराशि का 33 फीसद खर्च करेगी।

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अद्यतन मालगुजारी रसीद से ही सब्सिड़ी मिलेगी

राज्य सरकार की इस योजना के अंतर्गत फायदा लेने वाले कृषकों के लिए अद्यतन मालगुजारी रसीद दिखाना अत्यंत जरूरी होगा। दरअसल, बिहार सरकार ने यह नियम सिर्फ 20 हजार रुपये से ज्यादा के कृषि यंत्रों की खरीद पर रखा है। मालगुजारी रसीद के लिए किसान 2022-23 अथवा 2021-22 में से कोई भी एक साल की रसिद दिखा कर योजना का फायदा प्राप्त कर सकते हैं। परंतु, यदि किसानों ने तात्कालिक रसीद भी अर्जित की हुई है, तो वह रसीद भी योजना लाभ के लिए मान्य रहेगी। आपकी जानकारी के लिए बतादें, कि यदि किसानों के पास किसी भी साल की रसीद मौजूद नहीं है एवं वह इस योजना का फायदा उठाना चाहते हैं, तो उनको जनपद के कृषि समन्वयक के द्वारा सत्यापन कराना आवश्यक होगा। 20 हजार से कम के यंत्रों के लिए एलपीसी अथवा 3 सालों में से कोई एक रसीद लगाने का प्रावधान नहीं है। इस तरह के उपकरणों की खरीद करने पर किसान सीधे-तौर पर फायदा उठा सकते हैं।

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आवेदन की प्रक्रिया ऑनलाइन होगी

कृषकों को इस कृषि यंत्र अनुदान योजना का लाभ लेने के लिए ऑनलाइन फार्म मेकेनाईजेशन एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर (OFMAS) पोर्टल पर जाकर अप्लाई करना होगा। लेकिन यह आवश्यक नहीं है, कि आवेदन करने के उपरांत किसानों को अनुदान मिल ही जाए। यह भी संभव है, कि उनको यह अनुदान का लाभ न भी मिल पाए। दरअसल, राज्य सरकार ज्यादा आवेदन की परिस्थिति में ऑनलाइन लॉटरी के प्रावधान को रखेगी। इसमें भी कई किसानों को नंबर के मुताबिक प्रतीक्षा में रखा जायेगा।