इन दिनों भारत सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए भरसक प्रयास कर रही है। इसके लिए सरकार ने कई तरह की नई योजनाएं लॉन्च की है। साथ ही सरकार कई योजनाओं के अंतर्गत भारी अनुदान भी प्रदान कर रही है ताकि देश के किसान अपने पैरों पर खड़े हो सकें। साथ ही किसानों की आय में तेजी से इजाफा हो सके। किसानों की आय को बढ़ाने के लिए सरकार के द्वारा खेती किसानी से संबंधित उद्योग लगाने की भी सलाह दी जा रही है ताकि किसान भाई खेती किसानी के साथ-साथ उद्योग के क्षेत्र में भी अपने पैर पसार सकें। खेती किसानी से संबंधित उद्योग लगाने के लिए सरकार किसानों को आर्थिक मदद भी मुहैया करवा रही है। यह मदद सरकार के द्वारा एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड के अंतर्गत की जाती है। हाल ही में महाराष्ट्र के गोंदिया जिले के एक किसान ने एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड की सहायता से राइस ब्रान ऑयल की मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट खोली है। इसके लिए सरकार ने बड़ी मात्रा में किसान को फंड उपलब्ध करवाया है। इस यूनिट की मदद से वो चावल की भूसी से तेल निकाल रहे हैं। इस तेल को बाजार में राइस ब्रान ऑयल के नाम से जाना जाता है। राइस ब्रान ऑयल का उद्योग लगाने से वो अच्छा खास मुनाफा कमा रहे हैं साथ ही उन्होंने जिले में कई लोगों को रोजगार भी दिया है।
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इसके साथ ही राइस ब्रान ऑयल के उपयोग से ह्रदय रोग के खतरे को कम किया जा सकता है। इस तेल में ओरिजेनॉन नामक पदार्थ पाया जाता है जो ह्रदय संबंधी रोगों में लाभप्रद माना गया है। चूंकि इस तेल में कोलेस्ट्राल की मात्र बेहद कम होती है तो कई बार डॉक्टर ब्लड प्रेशर के मरीजों को भी इस तेल के उपयोग की सलाह देते हैं। इसके साथ ही यह तेल मानव शरीर में मजबूत इम्यून सिस्टम बनाता है ताकि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ सके। कई डॉक्टर बताते हैं कि राइस ब्रान ऑयल में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट कैंसर से बचाने में मददगार है। ऐसे में इस तेल के सेवन से ब्रेस्ट कैंसर, लग्स कैंसर और ब्रेन कैंसर से भी बचा जा सकता है।