नींबू की खेती से अच्छी उपज पाने के लिए नींबू की इन खास किस्मों के विषय में जानें

नींबू की खेती करने के लिए दोमट मृदा सबसे उपयुक्त होती है। नींबू का उपयोग सब्जी के स्वाद को बढ़ाने, नींबू की चाय बनाने और गर्मियों में शिकंजी बनाने के लिए किया जाता है। आज हम इस लेख में आपको नींबू की विभिन्न प्रकार की किस्मों के विषय में बताने वाले हैं। नींबू की खेती काफी बड़े पैमाने पर की जाती है। यह पीले रंग का बेहद ही खट्टा एवं चटपटे स्वाद का होता है। इसका उपयोग चटनी, अचार एवं शरबत आदि बनाने में किया जाता है। इसके अतिरिक्त इसे औषधीय गुणों के लिए भी जाना जाता है। इसकी खेती के लिए कम देखभाल की आवश्यकता होती है। आज हम आपको इन विभिन्न तरह की किस्मों एवं उनसे जुड़ी विशेषताओं के संबंध में बताने जा रहे हैं।

नींबू की गोंधोराज लेबू किस्म

बतादें, कि
नींबू की इस किस्म की खेती अधिकांश बंगाल में होती है। गोंधोराज लेबू की खेती इन क्षेत्रों में काफी बड़े पैमाने पर की जाती है। इसके छिलके मोटे एवं काफी मजबूत होते हैं। इसकी सुगंध बेहद अच्छी होती है। इसका उपयोग बंगाल के डाक्टर दवाइयाँ तैयार करते हैं। ये भी पढ़े: नींबू की खेती से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी

नींबू की नेपाली गोल किस्म

नेपाली गोल किस्म के नींबू की खेती भारत के दक्षिणी राज्यों में की जाती है। इस नींबू के अंदर बाकी नींबू की तुलना में काफी अधिक रस होता है। बतादें, कि इस प्रजाति का नाम नेपाली है। परंतु, यह दक्षिणी राज्यों में काफी ज्यादा मशहूर है।

नींबू की मौसंबी नींबू किस्म

मौसंबी नींबू आकाक मौसंबी की तरह होता है। यह सबसे सहजता से मिलने वाली किस्म है। इसे आप किसी भी फल अथवा सब्जियों की दुकान पर सहजता से खरीद सकते हैं। यह नींबू की प्रमुख किस्मों में से एक है, जो स्वाद में हल्का कड़वा एवं मीठा होता है।

नींबू की शरबती नींबू किस्म

शरबती नींबू के छिलके आकार में काफी मोटे होते हैं। साथ ही, इनका रस भी काफी मोटा होता है। इसकी खेती मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ राज्यों में अधिक होती है। इसका अधिकांश इस्तेमाल आचार निर्मित करने के लिए किया जाता है। ये भी पढ़े: नींबू की बढ़ती कीमत बढ़ा देगी आम लोगों की परेशानियां

नींबू की काजी नींबू किस्म

काजी नींबू असम राज्य का मशहूर नींबू है। बतादें, कि इस पौधे को तैयार होने में लगभग एक वर्ष तक का समय लग जाता है। बाकी नींबू के मुकाबले में यह काजी नींबू ज्यादा रसदार एवं ताजा होता है। बतादें, कि इसका उपयोग भी जूस एवं अचार तैयार करने में किया जाता है।