खूब गुलाब बेच रहे किसान, वेलेंटाइन पर कमा रहे भारी मुनाफा
वेलेंटाइन वीक शुरू हो चुका है. अब ऐसे में जहां एक तरफ युवाओं के सिर पर प्यार का खुमार चढ़ा हुआ है, वहीं दूसरी तरफ किसान भी इसका जमकर फायदा उठा रहे हैं और खूब सारा मुनाफा कमा रहे हैं. आमतौर पर वेलेंटाइन वीक को गुलाबों का त्यौहार भी कह सकते हैं. जिस वजह से इसका बाज़ार भी तेजी पकड़े हुए है. हालांकि सर्दी और पाले की वजह से किसानों की फसलों का काफी नुकसान हुआ है, जिस कारण आवक में कमी और कीमतों में बढ़ोतरी हो गयी है. देखा जाए तो इस वक्त बाजार में गुलाब अपनी कीमत से चार गुना ज्यादा दामों पर बेचा जा रहा है. वेलेंटाइन में गुलाब किसानों की कमाई का एक बढ़िया जरिया बना हुआ है. मार्केट में एकदम से गुलाब की डिमांड बढ़ गयी है. जिसका सीधा फायदा फूलों की खेती करने वाले किसानों को हो रहा है. इतना ही नहीं देश की अलग-अलग मंडियों की बात करें तो गुलाब की कीमतें आसमान पर हैं. 10 से 15 रुपये में मिलने वाला गुलाब इस समय बाजार में कम से कम 100 से 150 रुपये में बिक रहा है. जिसकी वजह से किसानों की खूब बल्ले-बल्ले हो रही है.गाजीपुर में आसमान छू रहे फूलों के दाम
वेलेंटाइन वीक के शुरू होते ही गाजीपुर में भी गुलाब के दामों ने आसमान छू लिया. इस वीक के पहले ही दिन से गुलाब की कीमत 50 रुपए तक हो गयी. ऐसे में किसान को भी इसका खूब फायदा हो रहा है. सिर्फ गुलाब ही नहीं बल्कि अन्य फूलों की कीमत भी लोगों से खूब वसूली जा रही है. किसानों की मानें तो जब आवक ज्यादा होता है और बिक्री कम होती है तो कीमतें भी कम हो जाती हैं. लेकिन कम आवक और ज्यादा डिमांड होने की वजह से कीमतों में भी बढ़ोतरी कर दी जाती है. ये भी देखें: पारंपरिक खेती की जगह इस फूल की खेती किसानों को कर सकता है मालामालक्या है किसानों को अनुदान
वेलेंटाइन वीक गुलाब के अलावा जरबेरा के फूलों की भी जबरदस्त डिमांड होती है. जो प्रेमी जोड़ों की पहली पसंद भी है. इन दिनों किसान जरबेरा की ऊटी वैरायटी बाजार में बेच रहा है. एक एकड़ में जरबेरा की खेती लगभग 50 लाख की होती है. लेकिन बागवानी विभाग से इसे लेकर सब्सिडी भी जाती है. जिसके बाद इसकी लागत काफी कम हो जाती है. जानकारी के लिए बता दें कि तेलंगाना में सबसे ज्यादा जरबेरा की खेती की जाती है. वेलेंटाइन वीक ना सिर्फ कपल्स के लिए बल्कि किसानों के लिए भी खूब मुनाफेदार साबित हो रहा है. इस सीजन में गुलाबों का यह व्यापार किसानों के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद हो रहा है.
12-Feb-2023