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ट्रांसप्लांटर

महिंद्रा ने 6 आरओ धान ट्रांसप्लांटर को लॉन्च किया, जानिए इससे होने वाले लाभ

महिंद्रा ने 6 आरओ धान ट्रांसप्लांटर को लॉन्च किया, जानिए इससे होने वाले लाभ

जब कभी कृषि से संबंधित किसी उपकरण या ट्रैक्टर का जिक्र होता है, तो सबसे पहले किसानों के मन में महिंद्रा की छवि आती है। ऐसा इसलिए क्योंकि महिंद्रा के सभी उपकरण और कृषि यंत्र वर्षों से अच्छा प्रदर्शन और विश्वसनीयता बनाए हुए हैं। 

विश्व की सबसे बड़ी ट्रैक्टर निर्माता कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के फार्म इक्विपमेंट सेक्टर (एफईएस) ने महिंद्रा 6आरओ पैडी वॉकर नाम से एक नया 6 पंक्ति वाला धान ट्रांसप्लांटर अनावरित किया है। 

धान की रोपाई में नए मानक स्थापित करते हुए, महिंद्रा की नवीन उन्नत धान रोपाई मशीन उत्कृष्ट ऑपरेटर दक्षता प्रदान करती है और इसे एक ही पास में एक साथ छह पंक्तियों में सटीक और कुशल रोपाई के लिए विकसित किया गया है।

परिचालन क्षेत्र में एक समान प्रत्यारोपण सुनिश्चित करने के लिए, महिंद्रा 6आरओ पैडी वॉकर मैन्युअल रूप से संचालित होता है। डिजाइन में कॉम्पैक्ट है और इसे सीमित जगहों में भी चलाना सुगम है। वर्ना श्रम-केंद्रित प्रक्रिया के मुकाबले में श्रम लागत काफी कम हो जाती है।

नया धान ट्रांसप्लांटर कम खर्चा में ज्यादा उपज दिलाने में मददगार 

नया धान ट्रांसप्लांटर शक्ति, विश्वसनीयता और प्रदर्शन पर ध्यान देने के साथ अत्यधिक टिकाऊ गियरबॉक्स और इंजन का दावा करता है, जो उच्च उत्पादन और कम ईंधन खपत की गारंटी प्रदान करता है। 

धान की खेती में उत्पादकता को ज्यादा से ज्यादा बढ़ाता है। साथ ही, विस्तारित सेवा अंतराल भी देता है। नया समाधान जल संरक्षण को सामर्थ बनाएगा। 

चावल की खेती से जुड़े पर्यावरणीय प्रभाव को कम करेगा। वहीं, फसल की समग्र लाभप्रदता में भी सुधार करेगा। 

नया महिंद्रा 6आरओ पैडी वॉकर तमिलनाडु में महिंद्रा के व्यापक डीलर नेटवर्क के माध्यम से सीमित समय के विशेष ऑफर मूल्य 2, 49 999 रुपये के साथ उपलब्ध होगा। 

नए महिंद्रा 6आरओ पैडी वॉकर को महिंद्रा फाइनेंस और श्रीराम फाइनेंस से सर्वोत्तम श्रेणी के वित्तपोषण विकल्पों के साथ भी प्रस्तुत किया जाएगा।

महिंद्रा कृषि प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अग्रणी स्थान पर बना हुआ है। साथ ही, विश्व भर के किसानों को ज्यादा सफलता और स्थिरता हांसिल करने में सहयोग कर रहा है। 

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महिंद्रा पैडी वॉकर 6आरओ का अनावरण नवीन अत्याधुनिक कृषि प्रौद्योगिकी समाधानों के जरिए से खेती में परिवर्तन और किसानों के जीवन को समृद्ध और सशक्त बनाने के लिए कंपनी के समर्पण को रेखांकित करता है।

महिंद्रा पैडी वॉकर 6आरओ की प्रमुख विशेषताएं क्या-क्या हैं ?

इससे उच्च सटीकता और सटीक रोपण में मदद मिलती है। 

  • स्थिर अंकुर प्रत्यारोपण तंत्र: समायोज्य रोपण अंतर के साथ, तैरते हुए अंकुरों और गलत रोपण को रोकता है। 
  • स्थिर बीजारोपण फीड: उचित अंकुरण पोषण के लिए रबर स्पाइक्स की सुविधा। 
  • क्षैतिज नियंत्रण: असमान खेत की सतहों पर भी स्थिर रोपण गहराई बनाए रखता है।

सुविधाजनक एवं कुशल धान रोपाई इस प्रकार करता है

  • बड़े व्यास वाला पहिया: क्षेत्र संचालन और गतिशीलता के लिए अनुकूलन क्षमता को बढ़ाता है।
  • समायोजन: फसल की विविधता और रोपण के मौसम के आधार पर अंकुर फीड और रोपण की गहराई के आसान समायोजन की अनुमति देता है।
  • हल्का वजन: क्षेत्र में कॉम्पैक्ट और सुचारू रूप से काम करने में सक्षम बनाता है।

कम खर्चा में ज्यादा कमाई

अत्यधिक टिकाऊ गियरबॉक्स: गुणवत्ता और विश्वसनीयता के प्रति प्रतिबद्धता के साथ, नया महिंद्रा पैडी वॉकर 6आरओ एक उच्च गुणवत्ता और टिकाऊ गियरबॉक्स का उपयोग करता है जो लंबे समय तक चलने वाले प्रदर्शन के लिए जलरोधक है।

उच्च आउटपुट ओएचवी पेट्रोल विश्वसनीय इंजन: हल्का, कॉम्पैक्ट, कम शोर, कंपन और ईंधन-कुशल के साथ, नया महिंद्रा पैडी वॉकर 6आरओ लंबे समय तक चलने के लिए विकसित किया गया है।

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बड़ा ईंधन टैंक: कुशल और निरंतर काम के लिए नया धान ट्रांसप्लांटर चार लीटर की बड़ी क्षमता वाले ईंधन टैंक से सुसज्जित है।

व्यापक बिक्री के पश्चात सेवा के साथ मन की शांति।

महिंद्रा सेवा: अनुभवी महिंद्रा सेवा कर्मियों द्वारा महिंद्रा डीलरों पर गुणवत्तापूर्ण सेवाएं।

असली हिस्से: असली महिंद्रा हिस्से महिंद्रा डीलरशिप पर उपलब्ध हैं।

महिला किसानों के लिए कृषि करना हुआ बेहद आसान, जाने कैसे काम करेंगे स्मार्ट कृषि यंत्र

महिला किसानों के लिए कृषि करना हुआ बेहद आसान, जाने कैसे काम करेंगे स्मार्ट कृषि यंत्र

भारत में बहुत सी ऐसी जगह है, जहां पर महिलाएं भी बढ़-चढ़ कर खेती-बाड़ी में लगी हुई है। घर के साथ-साथ खेतों को संभालना बहुत पुराने समय से चला आ रहा है। आंकड़ों की मानें तो लगभग 60 प्रतिशत औरतें खेती बाड़ी का काम करती हैं। यहां पर एक समस्या है, कि महिलाओं द्वारा कृषि करने के पारंपरिक तरीके ही ज्यादातर अपनाए जाते हैं। इसमें पैसा भी ज्यादा लगता है और साथ ही अधिक मेहनत भी लगती है। ऐसी दिक्कत को देखते हुए कुछ इस तरह के स्मार्ट कृषि यंत्र बाजार में लाए जा रहे हैं, जिससे मेहनत भी बचती है और दिनों का काम कुछ घंटों में ही निपटाया जा सकता है। ऐसे में महिलाएं कृषि क्षेत्र में और ज्यादा हिस्सेदारी बढ़ा सकती हैं और मुनाफा भी कमा सकती हैं। आइए जानते हैं, ऐसे कौन से कृषि यंत्र हैं जो महिलाओं के लिए खेती करना आसान बना सकते हैं।

पैडी ट्रांसप्लांटर

बहुत से राज्य ऐसे हैं, जिनमें साल भर धान की खेती की जाती है। हम जानते हैं, कि धान की रोपाई करने में बहुत ज्यादा समय लग जाता है। रोपाई में ज्यादा समय लगने के कारण बहुत ज्यादा उत्पादन भी नहीं मिल पाता है। साथ ही, यह बहुत ज्यादा मेहनत का काम है और अगर महिलाएं इसे करती हैं, तो उनके लिए यह और ज्यादा परेशानी का कारण बन जाता है। लंबे समय तक यही काम करते रहने से उन्हें स्वास्थ्य से जुड़ी हुई कई समस्याएं होने का खतरा होता है। धान की रोपाई को आसान बनाने के लिए भी बाजार में बेहद सस्ता पैडी ट्रांसप्लांटर मौजूद हैं, जो एक लाइन से चटाई की तरह धान की रोपाई कर देती है। इस मशीन में धान पौध खिसकाने वाली ट्रे, हत्था, पौध पकड़ने वाली ट्रे और गहराई कंट्रोल पैनल भी लगा है। इस कृषि उपकरण की मदद से झुककर धान की बुवाई करने का झंझट खत्म हो जाता है और जब कतारों में धान की रोपाई होती है। तो निराई-गुडाई, निगरानी, छिड़काव जैसे काम भी आसान हो जाते हैं।


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गन्ना चिपर

गन्ने के उत्पादन में भारत विश्व में दूसरे नंबर पर आता है। गन्ने के उत्पादन में सबसे बड़ी समस्या है, कि ज्यादातर लोग आज भी इसके रोपण के लिए पारंपरिक तरीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं। गन्ने की रोपाई कुछ ऐसी फसलों में से एक है जो काफी ज्यादा मुश्किल होती है। इसलिए महिलाएं या फिर किसान इसके रोपण के लिए गन्ना बड चिपर का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस यंत्र के साथ लगभग 1 घंटे में 100 से ज्यादा गन्ने रोपित किए जा सकते हैं।


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दांतेदार हंसिया

फसलों को लगाने में जितनी मेहनत लगती है, उससे कहीं ज्यादा मेहनत फसलों को काटने में भी लग जाती है। जमीन पर बैठे-बैठे फसलों को काटते रहने से कमर से जुड़ी हुई कई तरह की समस्याएं होने का डर रहता है। ऐसे में कृषि अभियांत्रिकी संस्थान, भोपाल ने उन्नत दांतेदार हंसिया यानी सिकल विकसित किया है। जो गेहूं से लेकर सोयाबीन, धान, चना, सरसों और घास आदि पतले डंठल वाली फसलों की कटाई आसानी से कर देता है। इस कृषि यंत्र में दांतेदार ब्लेड, सामी और लकड़ी के हैंडल लगे होते हैं। सबसे अच्छी बात यह है, कि इस स्मार्ट टूल का वजन सिर्फ 180 ग्राम होता है, जिससे कटाई करने पर कलाई पर भी ज्यादा बोझ नहीं पड़ता।


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सीड ड्रिल मशीन (Seed Drill Machine)

पारंपरिक तरीके से बीज उगाने के लिए उन्हें हाथ में लेकर जमीन पर फेंक दिया जाता है। ऐसा करने का सबसे बड़ा नुकसान है, कि इसमें बीजों की खपत भी ज्यादा लगती है और साथ ही उत्पादन भी बहुत ज्यादा नहीं हो पाता है। ऐसे सीड ड्रिल मशीन की मदद से आप एक लाइन में अच्छी तरह से बीज लगा सकते हैं। इस मशीन के जरिए गेहूं से लेकर सोयाबीन, मक्का, चना, और अरहर के बीजों की कतारों की बुवाई कर सकते हैं। इस तरह से इन सभी मशीनों का प्रयोग करते हुए महिला अपनी मेहनत को बचा सकती हैं और मुनाफे को बढ़ा सकती हैं।