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चैटबॉट

किसान भाई केंद्र सरकार के पीएम चैट बोर्ड का कैसे उपयोग करें और इसके क्या लाभ हैं ?

किसान भाई केंद्र सरकार के पीएम चैट बोर्ड का कैसे उपयोग करें और इसके क्या लाभ हैं ?

किसान भाइयों की सहायता के लिए सरकार की तरफ से पीएम किसान चैट बोर्ड की शुरुआत की गई थी। इसकी सहायता से किसान बहुत सारी जानकारी हांसिल कर सकते हैं। किसानों की सहायता के लिए विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिनके अंतर्गत किसान भाइयों को बहुत सारी उपयोगी जानकारी दी जाती है। 

केंद्र सरकार ने किसान भाइयों की सहायता करने के लिए पीएम किसान चैट बोर्ड का आरंभ किया था। ये एक भाषा मॉडल है, जो कि कृषकों को पीएम किसान योजना के विषय में जानकारी और सहयोग प्रदान करता है। इस चैटबॉट के माध्यम से किसान भाई अपने आवेदन की स्थिति, भुगतान विवरण, अपात्रता की स्थिति और योजना से संबंधित अन्य नवीन अपडेट हांसिल कर सकते हैं।

चैट बोर्ड का कैसे उपयोग करें ?

पीएम किसान चैट बोर्ड का उपयोग करना अत्यंत आसान है। किसान भाई पीएम किसान मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से या फिर सीधे तौर पर इसकी वेबसाइट पर जाकर इसे एक्सेस कर सकते हैं। पीएम किसान मोबाइल एप्लिकेशन में चैटबॉट को "किसान-eमित्र" के तौर पर जाना जाता है। किसान भाई "किसान-e मित्र" टैब पर जाकर चैटबॉट से बात करना चालू कर सकते हैं। चैटबॉट से मदद लेने के लिए किसान अपनी भाषा का चयन कर सकते हैं। इसके बाद वह अपने सवाल पूछ सकते हैं। 

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चैट बोर्ड की ये कुछ खास बातें हैं 

पीएम किसान चैट बोर्ड हिंदी, अंग्रेजी समेत 5 भाषाओं में उपलब्ध है। ये किसानों को उनके आवेदन की स्थिति, भुगतान विवरण, अपात्रता की स्थिति और योजना-संबंधित अन्य अपडेट प्राप्त करने में सहायता करता है। इसके अतिरिक्त ये किसानों को योजना के विषय में जानकारी प्रदान करता है। जैसे कि पात्रता मानदंड, आवेदन प्रक्रिया और भुगतान की शर्तें। पीएम किसान चैट बोर्ड किसानों के लिए अत्यंत आवश्यक साधन है। इससे किसानों को योजना के बारे में जानकारी और मदद मिलती है। ये बोर्ड 24x7 मौजूद है और ये बहुत स्पीड से काम करता है।

चैटबॉट (ChatBot) ला रही सरकार, किसानों को मिलेगी हर एक योजना की खबर

चैटबॉट (ChatBot) ला रही सरकार, किसानों को मिलेगी हर एक योजना की खबर

किसानों को तमाम सरकारी योजनाओं की खबर वॉट्सऐप (WhatsApp) पर मिलेगी. जिसके लिए सरकार ने वॉट्सऐप पर ही चैटजीपीटी (ChatGPT) जैसा चैटबॉट (ChatBot) लाने वाली है. इस साल एक के बाद एक Product या सर्विस नये-नये प्लेटफोर्म पर लांच किये जा रहे हैं. इस वक्त बाजार में ओपन AI के चैटबॉट ने सबका ध्यान अपनी ओर खींच रखा है. बच्चों से लेकर बड़े तक, हर तरफ हर सेक्टर में इस कृत्रिम बुद्धि (Artificial intelligence) के बारे में बात हो रही है. Future के लिए भी इसे कई मायनों में अच्छा माना जा रहा है. इन सबके बीच सरकार की तरफ से किसनों के लिए एक और अच्छी खबर आ चुकी है.

किसानों के लिए फायदा

सरकार जल्द ही किसनों के लिए WhatsApp (वॉट्सऐप) पर ही ChatGPT (चैटजीपीटी) जैसा ChatBot (चैटबॉट) लाने जा रही है. खबरों के मुताबिक ChatGPT (चैटजीपीटी) जैसे ChatBot (चैटबॉट) को WhatsApp (वॉट्सऐप) पर लाने के लिए आईटी मिनिस्ट्री की छोटी सी Team इस Project पर काम कर रही है. इसे भाषिणी नाम दिया जाएगा. WhatsApp पर इस ChatBot (चैटबॉट) को लाने के बाद
किसानों को सरकार की कई तरह की योजनाओं के बारे में जानकारी मिल सकेगी. जिसके लिए उन्हें सिर्फ एक क्लिक ही करना होगा.

अपनी परेशानी पूछ पाएंगे किसान

किसान वॉयस नोट (Voice Note) के जरिये अपनी हर तरह की परेशानी ChatBot (चैटबॉट) से पूछ सकेंगे. ChatGPT (चैटजीपीटी ) एक तरह का मशीन लर्निंग टूल है जिसमें पब्लिकली मौजूद पूरा डेटा फीड है. Google से अच्छा और आसान तरीके से ये आपके किसी भी सवाल का जवाब देने में सक्षम है. हालांकि अब तक इस पर काम चल रहा है. इसलिए इस चैटबॉट को WhatsApp पर कब तक लाइव किया जाएगा, इस बात से पर्दा नहीं उठाया गया है.

पीएम किसान योजना से जुड़ी भी मिलेगी जानकारी

अगर कोई किसान पीएम किसान योजना से जुड़ी किसी भी तरह की जानकारी लेना चाहता है, या उसे केवाईसी (KYC) के लिया क्या दस्तावेज की जरूरत पड़ेगी, इसके अलावा योजना की किस्त कब तक भेजी जाएगी, इन सभी बातों की जानाकरी तुरंत और आसान शब्दों में ChatBot (चैटबॉट) दे देगा. ये भी देखें: जानें पीएम किसान योजना जी 13 वीं किस्त कब तक आएगी

भाषाओँ की नहीं होगी दिक्कत

ChatBot (चैटबॉट) की सबसे बड़ी खासियत की बात करें तो इसमें कुल 12 भाषाओं सवालों के जवाब मिल पाएंगे. जिसमें लोकल और हिंदी की भाषा समेत इंग्लिश, तमिल, तेलुगू, बंगाली, मराठी, ओड़िया, कनाडा और असमिया भाषा भी शामिल है. सरकार की तरफ से इसमें कई भाषाओँ में डाटा फीड किया जाएगा.

गूगल चैट जीपीटी (Google ChatGPT) को टक्कर

हाल फिलहाल के दिनों में चैटजीपीटी (ChatGPT) काफी लोकप्रिय हो गया है. जिसे देखते हुए कई बड़ी कम्पनियां ऐसा ही फीचर ला रही है. गूगल चैटजीपीटी (Google ChatGPT) को टक्कर देने के लिए बार्ड पेश हो चुका है. इसकें अलावा ओपेरा (Opera) ने भी अपने ब्राउजर पर शार्टटेन नाम का फीचर लाइव कर दिया है. इन सबके बीच माइक्रोसॉफ्ट भी पीछे नहीं है. उसने में बिंग में चैट मोड लाने का ऐलान कर दिया है.
केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री ने कृषि भवन में ''पीएम किसान चैटबॉट'' (किसान ई-मित्र) का अनावरण किया

केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री ने कृषि भवन में ''पीएम किसान चैटबॉट'' (किसान ई-मित्र) का अनावरण किया

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री द्वारा कृषि भवन में "PM Kisan AI Chatbot (Kisan e-Mitra)" को लॉन्च करते हुए कहा है, कि किसानों को होने वाली असुविधाओं का निराकरण करने के लिए यह बेहद कारगर सिद्ध होगा। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने आज AI Chatbot लॉन्च किया, जो प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का भाग है। AI Chatbot का उद्घाटन पीएम-किसान योजना को ज्यादा प्रभावी बनाने एवं किसानों को उनके सवालों का त्वरित, स्पष्ट एवं सही उत्तर देने में एक महत्वपूर्ण कदम है। बतादें, कि इस दौरान राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा है, कि कृषि क्षेत्र को तकनीक से जोड़ने का यह महत्वपूर्ण कदम कृषकों के जीवन में व्यापक बदलाव लाने वाला है। कृषि राज्य मंत्री ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अच्छे शासन के अंतर्गत तकनीक के इस्तेमाल को बढ़ावा देने का आह्वान किया है। दरअसल, आज की गई कार्रवाई इसमें कामयाब होगी। ड्रोन के जरिए से खेती करने की तकनीक का प्रभाव है, जिससे युवा कृषि की ओर आकर्षित हो रहे हैं। यही वजह है कि भारत के कृषि क्षेत्र में नए-नए उद्यम चालू हो रहे हैं।

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री ने क्या कहा है

केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री ने राज्य के अधिकारियों से कहा है, कि वह किसानों को AI चैटबॉट का इस्तेमाल करने के लिए प्रशिक्षण दें। बतादें, कि समुचित निगरानी रखें एवं प्रारंभिक दौर में आने वाली किल्लतों का तुरंत प्रभाव से समाधान करें। उन्होंने इस कवायद को मौसम, फसल नुकसान, मृदा की स्थिति, बैंक भुगतान इत्यादि से जोड़ने पर विशेष जोर दिया।

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AI Chatbot शीघ्र 22 भाषाओं में उपलब्ध होगा

AI Chatbot को पीएम-किसान शिकायत प्रबंधन प्रणाली में शुरू करने का उद्देश्य किसानों को एक सुगम और सरल प्लेटफार्म देना है। AI Chatbot अपने विकास के प्रथम चरण में किसानों को उनके आवेदन की स्थिति, भुगतान विवरण, अपात्रता की स्थिति एवं अन्य योजना-संबंधी अपडेट प्राप्त करने में मदद करेगा। पीएम-किसान लाभार्थियों की भाषाई एवं क्षेत्रीय विविधता को पूरा करते हुए AI Chatbot को पीएम-किसान मोबाइल एप में भाषिनी के साथ एकीकृत किया गया है। दरअसल, वर्तमान में चैटबॉट छह भाषाओं में मौजूद है, जिनमें अंग्रेजी, हिंदी, बंगाली, उड़िया एवं तमिल शम्मिलित हैं। शीघ्र ही यह देश की 22 भाषाओं में उपलब्ध होगा।