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सम्पादकीय

मेरीखेती द्वारा आयोजित मार्च की किसान पंचायत में नवीनतम कृषि तकनीकों पर हुई चर्चा

मेरीखेती द्वारा आयोजित मार्च की किसान पंचायत में नवीनतम कृषि तकनीकों पर हुई चर्चा

मेरीखेती द्वारा मार्च माह की किसान पंचायत का आयोजन उत्तर प्रदेश के दादरी जनपद के अंतर्गत दुजाना गांव में किया गया। इस पंचायत की मेजबानी किसान जीतेन्द्र नगर दुजाना ने की, जिसमें किसानों की आय बढ़ाने के लिए आधुनिक कृषि तकनीकों पर विस्तार से चर्चा की गई। विशेषज्ञों और किसानों की भागीदारी   इस किसान पंचायत में वरिष्ठ पूसा कृषि वैज्ञानिक डॉ. सीवी सिंह मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे। उनके साथ किसान संजय कुमार रूपवास, मुकेश नागर बम्बावर, जीतेन्द्र नागर, युद्धवीर सिंह, तरुण चौधरी, तेजवीर सिंह, बीरपाल सिंह, श्यामवीर प्रधान, आलोक डबास, ब्रहमपाल सिंह, बिज्जन सिंह, धर्मेंद्र सिंह सहित कई...
पूसा कृषि मेले की कहानी मेरीखेती की जुबानी

पूसा कृषि मेले की कहानी मेरीखेती की जुबानी

भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (Indian Agricultural Research Institute - IARI) भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के अधीन एक प्रमुख संस्थान है, जो कृषि अनुसंधान और शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान की स्थापना 1905 में पूसा में हुई थी, जो अब नई दिल्ली में स्थित है।इसका मुख्य उद्देश्य कृषि के विभिन्न क्षेत्रों में अनुसंधान करना और कृषि उत्पादकता में सुधार लाना है। IARI विभिन्न फसलों की उत्पादकता बढ़ाने, रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने, और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने पर अनुसंधान करता है।यह संस्थान कृषि विज्ञान में स्नातकोत्तर और डॉक्टरेट स्तर की...
बायोफर्टिलाइज़र क्या है? बायोफर्टिलाइज़र के उपयोग, लाभ, फायदे, प्रकार के बारे में जाने यहाँ

बायोफर्टिलाइज़र क्या है? बायोफर्टिलाइज़र के उपयोग, लाभ, फायदे, प्रकार के बारे में जाने यहाँ

कृषि वैज्ञानिकों ने जैव उर्वरक (बायोफर्टिलाइजर) या "जीवाणु खाद" (जैव उर्वरक) बनाया है जो भूमि की उर्वरता को टिकाऊ बनाए रखते हैं।बायोफर्टिलाइज़र ऐसे लाभकारी सूक्ष्मजीवों के तैयार उपयोग के लिए जीवित फॉर्मुलेशन हैं, जो बीज, जड़, या मिट्टी पर लगाने से अपनी जैविक गतिविधि के माध्यम से पोषक तत्वों की उपलब्धता को बढ़ाते हैं और सामान्य रूप से मिट्टी के स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करते हैं।इस लेख में हम आपको बायोफर्टिलाइज़र से जुडी सम्पूर्ण जानकरी देंगे।बायोफर्टिलाइज़र का उपयोग क्यों किया जाता है?हरित क्रांति में आयी नई तकनीकों के कारण आधुनिक कृषि मुख्यतः सिंथेटिक इनपुट्स (मुख्यतः उर्वरकों) पर निर्भर...
पौधे को अपने जीवन सम्पूर्ण करने के लिए किन पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है

पौधे को अपने जीवन सम्पूर्ण करने के लिए किन पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है

3. द्वितीयक पोषक तत्व जैसे मानव शरीर को जीवित और स्वस्थ रहने के लिए पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। उसी प्रकार पौधों को भी जीवन सम्पूर्ण करने के लिए पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है, पोषक तत्वों की प्रचुर मात्रा फसल और पौधे को मिलने से अच्छी उपज प्राप्त होती है।किसान ध्यान रखे की फसल को 17 पोषक तत्वों की जरुरत होती है। इस लेख में आप पोषक तत्वों के बारे में विस्तार से बताएगें।पौधों को कितने पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है?वैसे तो प्राथमिक और द्वितीयक पोषक तत्व प्रमुख तत्वों के रूप में जाने जाते हैं। परन्तु...
भारत मौसम विज्ञान विभाग द्वारा लागु की गई कृषि एडवाइजरी, कैसे करें फसलों और पशुओं की विशेष देखभाल

भारत मौसम विज्ञान विभाग द्वारा लागु की गई कृषि एडवाइजरी, कैसे करें फसलों और पशुओं की विशेष देखभाल

मौसम में निरंतर बदलाव होने के कारण ठण्ड में भी वृद्धि हो रही हैं। इस मौसम में फसलों और पशुओं की विशेष देखभाल की जरूरत होती है, पर किसानों को इसकी पूरी जानकारी नहीं होती।इसी को देखते हुए भारत मौसम विज्ञान विभाग चंडीगढ़ ने हरियाणा और पंजाब के किसानों को सलाह दी है, जिसके आधार पर किसान अपने फसलों और जानवरों को मानसून में होने वाली क्षति से बचा सकेंगे।किसानों को बताया गया है कि वह इस मौसम में कैसे अपनी फसल और पशुधन का ध्यान रखें।गेहूंइस समय नवंबर में बोए गए गेहूं की दूसरी सिंचाई करें और दिसंबर...
टेरेस फार्मिंग: जानें इसके प्रकार और फायदे | सीढ़ीदार खेती का गाइड

टेरेस फार्मिंग: जानें इसके प्रकार और फायदे | सीढ़ीदार खेती का गाइड

टेरेस फार्मिंग या सीढ़ीदार खेती कृषि की एक ऐसी तकनीक है, जिसमें पहाड़ी ढलानों पर सीढ़ीनुमा संरचनाएं बनाई जाती हैं। इस पद्धति का मुख्य उद्देश्य मिट्टी के कटाव को रोकना और जल संग्रहण को बढ़ाना है।यह तकनीक पहाड़ी क्षेत्रों में लंबे समय से उपयोग में लाई जा रही है, जिससे फसलों की खेती को बेहतर तरीके से संभव बनाया जा सके।टेरेस फार्मिंग के प्रकारभारत में सीढ़ीदार खेती की कई विधियाँ उपयोग में लाई जाती हैं। क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति और मिट्टी की प्रकृति के आधार पर इनका चयन किया जाता है।1.चौड़ी आधार वाली टेरेस (Broad-Based Terraces)यह विधि सबसे प्रभावी...
किसानों द्वारा जनवरी माह में किए जाने वाले प्रमुख कृषि कार्य

किसानों द्वारा जनवरी माह में किए जाने वाले प्रमुख कृषि कार्य

किसान भाइयों आज हम बात करेंगे जनवरी महीने में किए जाने वाले प्रमुख कृषि कार्यों के बारे में। दरअसल, इस दौरान रबी सीजन का समय होता है। इसमें ज्यादातर फसलों की नर्सरी को तैयार किया जाता है।इसके अतिरिक्त इस माह में किसानों द्वारा विभिन्न महत्वपूर्ण कृषि कार्य भी संपन्न किए जाते हैं। जानकारी ना होने की वजह से किसान इस महीने होने वाले कृषि फायदों से वंचित रह जाते हैं।सरसों की खेती में कृषि कार्यजनवरी के महीने में सरसों की फसल में फलियां बननी प्रारंभ हो जाती हैं। ऐसी स्थिति में सरसों की फसल की सिंचाई करना अत्यंत आवश्यक...
किसान दिवस के अवसर पर मेरीखेती किसान पंचायत का भव्य आयोजन

किसान दिवस के अवसर पर मेरीखेती किसान पंचायत का भव्य आयोजन

मेरीखेती की तरफ से ग्रेटर नोएडा के छोलस गाँव में डॉ विपिन शर्मा (प्रभारी केवीके) की अध्यक्षता में किसानों के प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए राष्ट्रीय किसान दिवस के अवसर पर किसान पंचायत का आयोजन किया गया।राष्ट्रीय किसान दिवस किसान मसीहा पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण जी के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है।किसानों के प्रति अटूट प्रेम और उनकी प्रगति में अहम योगदान देने वाले किसान मसीहा पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी को पुष्प अर्पित किए।मेरीखेती किसान पंचायत के दौरान कौन-कौन उपस्थित रहे?मेरीखेती किसान पंचायत के आयोजन के दौरान पूसा के वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक संजीव कुमार...
पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह जी को किसान मसीहा क्यों कहा जाता है, जानिए 7 पॉइंट्स में

पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह जी को किसान मसीहा क्यों कहा जाता है, जानिए 7 पॉइंट्स में

किसान-मजदूर और वंचित वर्ग की भलाई और गांवों की तरक्की के पैरोकार चौधरी चरण सिंह ने जब भी मौका मिला, तब ऐसे काम किए जो आज भी याद किए जाते हैं। असली भारत गांवों में बसता है और देश की खुशहाली का रास्ता खेत- खलिहानों से होकर गुजरता है। इन बातों को देश की राजनीति में स्थापित करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को उनके मरणोपरांत भारत सरकार ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया है। पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह लोकप्रिय जननेता ही नहीं, बल्कि गांधी जी के ग्राम स्वराज से प्रेरित प्रबुद्ध विचारक भी थे। आईये, जानते हैं...
महाकुंभ मेले के भव्य आयोजन में किसानों का भी रहेगा योगदान

महाकुंभ मेले के भव्य आयोजन में किसानों का भी रहेगा योगदान

महाकुंभ धार्मिक, सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक पर्व होने के साथ ही राष्ट्रीय एकता की झांकी भी प्रस्तुत करता है। इसके साथ पर्यटन के क्षेत्र में प्रोत्साहन भी देता है।इतना ही नहीं महाकुंभ की वजह से देश की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलती है। ऐसे में आगामी प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ 2025 के लिए उत्तर प्रदेश सरकार इसकी भव्यता और दिव्यता के लिए प्रयास कर रही है।महाकुंभ मेला की भव्यता इसी से पता चलती है कि इसकी व्यवस्था में इसे एक शहर का रूप दे दिया गया है, जिस तरह किसी एक शहर की प्रशासनिक ईकाई होती है, ठीक उसी...