मेरीखेती की तरफ से ग्रेटर नोएडा के छोलस गाँव में डॉ विपिन शर्मा (प्रभारी केवीके) की अध्यक्षता में किसानों के प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए राष्ट्रीय किसान दिवस के अवसर पर किसान पंचायत का आयोजन किया गया।
राष्ट्रीय किसान दिवस किसान मसीहा पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण जी के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है।
किसानों के प्रति अटूट प्रेम और उनकी प्रगति में अहम योगदान देने वाले किसान मसीहा पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी को पुष्प अर्पित किए।
मेरीखेती किसान पंचायत के आयोजन के दौरान पूसा के वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक संजीव कुमार प्रेमी और भारी संख्या में किसान उपस्थित रहे।
जिनमें जीतेन्द्र नागर, मुकेश नागर, मनेन्द्र सिंह, विनोद भार्गव (डीओए), अम्बप्रकाश शर्मा (एडीओ), डॉ.विपिन शर्मा (प्रभारी केवीके), देवेन्द्र चौधरी, धर्मेन्द्र बंसल, युद्धवीर सिंह, डॉ वीनीता सिंह, डॉ कुँवर घनश्याम और सुभाष कुमार आदि कई विद्वान, विशेषज्ञ और प्रगतिशील किसान मौजूद रहे।
ये भी पढ़ें: पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह जी को किसान मसीहा क्यों कहा जाता है?
कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों के देशहित में दिए जाने वाले योगदान पर बात करते हुए कहा कि भारत का कृषि क्षेत्र, जो देश की लगभग आधी आबादी को रोजगार देता है, देश की अर्थव्यवस्था की आधारशिला और राष्ट्र निर्माण का प्रमुख आधार बना हुआ है।
यह वित्त वर्ष 2023-24 में मौजूदा कीमतों पर सकल मूल्य वर्धित (जीवीए) में 17.7% फीसदी का योगदान देता है।
भारत के 32.87 करोड़ हेक्टेयर में से तकरीबन 54.8% प्रतिशत को कृषि भूमि के रूप में वर्गीकृत किया गया है और फसल भूमि 155.4% प्रतिशत है।
साल 2021-22 के लिए भूमि उपयोग सांख्यिकी के मुताबिक, किसान इस आवश्यक क्षेत्र की आधारशिला हैं।
उनकी भूमिका केवल खेती से कहीं आगे तक फैली हुई है, वे ग्रामीण विकास और राष्ट्र निर्माण के वास्तुकार हैं, खाद्य सुरक्षा प्रदान करते हैं और लाखों लोगों की आजीविका को बनाए रखते हैं।
अपनी कड़ी मेहनत और नवाचार के माध्यम से, वे समृद्ध भारत को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।