आलू की विभिन्न प्रकार की किस्मे हैं। परंतु, आज आपको जिस आलू के भाव के बारे में बताने जा रहे हैं। उसको जानकर कोई भी हैरान हो जाएगा। इस आलू की कीमत में कोई भी व्यक्ति सुगमता से हाइटेक मोबाइल, टीवी और फ्रिज जैसे उत्पाद खरीद सकते हैं। लोग सोने के आभूषण निर्मित करने का स्वयं भी देख सकते हैं।
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आलू की इस किस्म का क्या नाम है
आलू की इस किस्म का नाम अपने भाव की वजह से काफी ज्यादा चर्चा में रहता है। इसका किस्म का नाम Le Bonnotte है . इसकी विशेष बात यह है, कि यह मात्र 10 दिनों के लिए ही बाजार में उपस्थित है। फिर भी लोग बहुत अधिक खर्च करने के बावजूद भी आलू नहीं मिल पाता।
इतना महंगा क्यों होता है यह आलू
फ्रांस में Ile de Noirmoutier नाम का एक द्वीप स्थिति है। यही पर Le Bonnotte आलू का उत्पादन किया जाता है। आप यह यह अनुमान लगा सकते हैं, कि मात्र 50 वर्गमीटर के खेत में ही इस प्रकार की खेती की जाती है। जनवरी माह के अंतर्गत Le Bonnotte की बुवाई करने के उपरांत इसकी खुदाई में 5 माह का वक्त लगता है। इसकी बेहतरीन ढंग से खेती में उर्वरक के तौर पर इसमें समुद्री शैवाल का इस्तेमाल किया जाता है। खाने में इसका स्वाद थोड़ा नमकीन होता है। सामान्यतः इसका उपयोग औषधीय रूप से किया जाता है।
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Le Bonnotte आलू दुनिया का सर्वाधिक महंगा आलू है।
आपकी जानकारी के लिए बतादें, कि आलू का उत्पादन करने के कई सारे फायदे होते हैं। क्योंकि, इसका इस्तेमाल सामान्य तौर पर सूप, सलाद और क्रीम के रूप में किया जाता है। भारत में एक तोले स्वर्ण का भाव लगभग 50 से 60 हजार रुपये के मध्य होता है। इस आलू को ट्रेड इंडिया पर 56020 रुपये प्रति किलोग्राम की कीमत के अनुसार बेचा गया है। बाकी अन्य किसी आलू की इतनी ज्यादा कीमत पर आलू की बिक्री होने का कोई समाचार नहीं है। ऐसी हालत में Le Bonnotte ही दुनिया का सर्वाधिक महंगा आलू माना जाता है।
विशेष बात यह है, कि आलू की इस किस्म का नाम ले बोनोटे है। इसकी खेती केवल फ्रांस में होती है। ऐसा कहा जाता है, कि इसकी कीमत एक तोले सोने से भी ज्यादा होती है। ऐसी स्थिति में आम भारतीय परिवार इस एक किलो आलू की कीमत में कई माह का राशन खरीद सकता है। आम तौर पर विश्व के धनवान लोग ही इस आलू का सेवन करते हैं। क्योंकि गरीब व्यक्ति एक किलो आलू खरीदने की जगह एक तोला सोना खरीद लेगा, जो कि बाद में बेहतरीन रिटर्न देगा।
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ले बोनोटे आलू इस वजह से इतना महंगा है, क्योंकि इसकी खेती फ्रांस के सीमित इलाकों में ही की जाती है। एक किलो ले बोनोटे की कीमत 50,000 से 90,000 रुपये के मध्य होती है। मतलब कि इतने रुपये में आप भारत में बहुत टन आलू खरीद सकते हैं। ऐसे ले बोनोटे आलू खाने में काफी स्वादिष्ट होता है। इसकी खेती केवल अटलांटिक महासागर में मौजूद फ्रांसीसी द्वीप नोइर्मौटियर पर ही होती है। बतादें, कि ले बोनोटे आलू को हाथ से भी काटा जाता है।
ले बोनोटे का सेवन मक्खन एवं नमक के साथ किया जाता है
इसकी काफी कम पैदावार होती है और यह सिर्फ मई व जून महीने के दौरान ही बाजार में मिलता है। एक किलो ले बोनोटे आलू की बिक्री अब तक सर्वाधिक 90048 रुपये में हुई है। यही कारण है, कि यह ट्रफल्स अथवा कैवियार जैसे बहुत से खाद्य उत्पादों की तुलना में ज्यादा महंगा है। ऐसा कहा जाता है, कि अनूठा स्वाद ले बोनोटे आलू को और ज्यादा महंगा बनाता है। बतादें, कि सामान्य आलू की भांति इसकी सब्जी नहीं बनाई जाती है। ले बोनोटे आलू को पहले पानी में उबाला जाता है। इसके उपरांत मक्खन और नमक के साथ मिलाकर सेवन किया जाता है।
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ले बोनोटे की पारंपरिक विधि से खेती की जाती है
ले बोनोटे आलू की पारंपरिक तरीकों के माध्यम से ही खेती की जाती है। किसान भाई इसकी रोपाई अपने हाथों से ही किया करते हैं। मतलब कि इसकी खेती में मशीन का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। यह आलू सामान्य आलू की अपेक्षा आकार में काफी छोटा होता है। इसका छिलका भी काफी पतला होता है। साथ ही, काफी मुलायम भी होता है। अब ऐसे में आप इसे आसानी से हाथों से भी काट सकते हैं।