महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के डिवीजन स्वराज ट्रैक्टर्स ने कृषकों के लिए वर्तमान में स्वराज 8200 स्मार्ट हार्वेस्टर का अनावरण किया है। कंपनी ने इसे खरीफ सीजन में प्रस्तुत किया है, जिससे धान एवं सोयाबीन जैसी फसलों की कटाई में उत्कृष्ट नतीजे देखने को मिले है। कंपनी अपने इस स्मार्ट हार्वेस्टर के उत्पादन को बढ़ाने जा रही है। Swaraj Harvester 8200: महिंद्रा एंड महिंद्रा के प्रस्तुत कृषि मशीनरी प्लांट पीथमपुर (मध्य प्रदेश) में स्वराज 8200 स्मार्ट हार्वेस्टर की उपज को बढ़ाया जा रहा है।
बतादें, कि भारत में स्वदेशी रुप से तैयार हुआ यह प्रथम स्मार्ट हार्वेस्टर है। महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के डिवीजन स्वराज ट्रैक्टर्स ने कृषकों के लिए इस स्मार्ट हार्वेस्टर का अनावरण किया है। कंपनी ने इसको खरीफ सीजन में प्रस्तुत किया है, जिससे धान सोयाबीन जैसी फसलों की कटाई में उत्कृष्ट नतीजा देखने को मिले है। कंपनी को अपने इस नवीन स्मार्ट हार्वेस्टर के सफल प्रारंभ के साथ आशा है, कि आगामी रबी फसल के सीजन में इस उत्पाद की शानदार मांग रहने वाली है। सीनियर वाइस प्रेसिडेंट एंड बिजनेस हेड, फार्म मशीनरी, महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड कैरास वखारिया ने कहा है, कि स्वराज 8200 स्मार्ट हार्वेस्टर के साथ किसान कटाई के कार्यों को सहजता और कम खर्चे के साथ पूर्ण कर सकते हैं।
महिंद्रा समूह के एक भाग स्वराज ट्रैक्टर्स ने सोमवार को कहा कि उसने कृषकों की बढ़ती आवश्यकताओं को पूर्ण करने के लिए 40-50 एचपी श्रेणी में ट्रैक्टरों की एक नई श्रृंखला विकसित करने के लिए 200 करोड़ रुपये का निवेश किया है। कंपनी का कहना है, कि नए उत्पाद अंततः इस श्रेणी में उसके मौजूदा ट्रैक्टरों की जगह ले लेंगे।
महिंद्रा एंड महिंद्रा (एमएंडएम) के स्वराज डिवीजन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हरीश चव्हाण का कहना है, कि नए उत्पाद आधुनिक कृषि की मांगों को पूर्ण करने के लिए विकसित किए गए हैं।
उन्होंने कहा, "नई रेंज नई सुविधाओं, कृषि अनुप्रयोगों के विभिन्न सेट के साथ आती है। हम भविष्य के लिए तैयार रहना चाहते हैं और यही कारण है कि हम नए ट्रैक्टर पेश कर रहे हैं।"
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नए ट्रैक्टरों के बारे में विस्तार से पूछे जाने पर चव्हाण ने कहा, यह विभिन्न आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए कम सुविधाओं वाले ट्रिम से लेकर चार-पहिया ड्राइव जैसी उच्च-स्तरीय सुविधाओं वाले वेरिएंट तक एक व्यापक बाजार रेंज है।
नए ट्रैक्टर विकसित करने के लिए कंपनी के निवेश के बारे में चव्हाण ने कहा, "हमने परियोजना पर करीब 200 करोड़ रुपये का निवेश किया है।"
घरेलू ट्रैक्टर उद्योग में 40-50 एचपी सेगमेंट की बिक्री लगभग 50 प्रतिशत है। स्वराज पंजाब के मोहाली में अपने दो विनिर्माण संयंत्रों से ट्रैक्टर बनाती है। चव्हाण ने कहा, "एक तीसरा संयंत्र भी निर्माणाधीन है।
इस साल की तीसरी तिमाही तक आने की संभावना है। चौथी तिमाही में हम इसे चालू कर देंगे। संयंत्र कार्यान्वयन के अंतिम चरण में है।"
नई ट्रैक्टर रेंज की कीमत बेस वेरिएंट के लिए 6.9 लाख रुपये (42 एचपी) है और 50 एचपी टॉप-एंड मॉडल के लिए 9.95 लाख रुपये तक जाती है।
40-75 HP में 10 नए 'टाइगर' ट्रैक्टरों के नवीनतम लॉन्च के साथ, कंपनी ने 5 नए शक्तिशाली तथा ईंधन कुशल इंजन, 5 नए मल्टी-स्पीड ट्रांसमिशन और 3 नए 5G हाइड्रोलिक्स प्रस्तुत किए हैं, जिससे किसानों को ट्रैक्टर में किसी भी प्रकार का समझौता ना करना पड़े (शून्य समझौता रेंज)। 'डिज़ाइन्ड इन यूरोप' इस ट्रैक्टर रेंज में नवीनतम तकनीक है जिसने सोनालीका को ट्रैक्टर एक्सपोर्ट बाजार में नंबर 1 स्थान हासिल करने में मुख्य भूमिका निभाई है। नई रेंज ढेर सारे विकल्प देता है जिससे किसान अपने खेत और व्यावसायिक आवश्यकताओं के अनुसार सर्वोत्तम ट्रैक्टर चुन सकते हैं।
नई दिल्ली, 8 फरवरी, 2024: भारत से ट्रैक्टर एक्सपोर्ट में नंबर 1 ब्रांड सोनालीका ट्रैक्टर्स अपने हैवी ड्यूटी ट्रैक्टरों और उनके शक्तिशाली तथा ईंधन कुशल इंजनों के साथ किसानों के प्रदर्शन को बढ़ाने में दृढ़ता से विश्वास रखता है। साल 2024 में कंपनी ने भारत में अपनी सर्वश्रेष्ठ उत्पाद सीरीज़ पेश कर दी है और 40 - 75 एचपी सेगमेंट में 10 नए 'टाइगर' हैवी ड्यूटी ट्रैक्टरों की सबसे बड़ी रेंज लॉन्च कर के उत्साहित है। 'डिज़ाइन्ड इन यूरोप’ इस नवीनतम रेंज में सोनालीका ने 5 नए इंजन विकल्प दिए हैं, जिसमें उद्योग के सबसे अच्छे और सबसे बड़े इंजन (सी आर डी एस और एच डी एम+), विभिन्न कृषि कार्यों के लिए 5 अलग-अलग मल्टी-स्पीड ट्रांसमिशन और 3 अलग-अलग उन्नत और इंटेलीजेंट 5जी हाइड्रोलिक्स शामिल हैं जिसमें 140+ से अधिक ऑटो सेटिंग्स उपलब्ध हैं। हैवी ड्यूटी इंजन का सही उपयोग किसानों के लिए सबसे बेहतरीन प्रदर्शन प्रदान करेगा क्योंकि यह शून्य आरपीएम ड्रॉप भी प्रदान करता है जिसके परिणामस्वरूप श्रेणी में सर्वोत्तम ईंधन लागत एवं बचत होती है। सोनालीका की नई रेंज से किसानों को ट्रैक्टर खरीद के दौरान कोई समझौता नहीं करना पड़ेगा (शून्य समझौता) जिससे कंपनी ने 'प्राइड ऑफ़ इंडिया' के रूप में अपनी स्थिति को और मजबूत किया है|
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लॉन्च किए गए 10 नए 'टाइगर' ट्रैक्टरों में हैवी ड्यूटी माइलेज (एचडीएम+) इंजन वाले 6 ट्रैक्टर शामिल हैं - टाइगर DI 42 पॉवर प्लस, टाइगर DI 745, टाइगर DI 47, टाइगर DI 50, टाइगर DI 55 III, टाइगर DI 60 टॉर्क प्लस और इनमें से प्रत्येक ट्रैक्टर एचडीएम+ अनुकूलित रेटेड आरपीएम इंजन से लैस है, जिससे ऑपरेटिंग रेंज में अधिक शक्ति और टॉर्क मिलता है और ईंधन बचत में वृद्धि होती है। इसके साथ ही, कंपनी ने सी आर डी एस तकनीक के साथ 4 ट्रैक्टरों में उद्योग का सबसे बड़ा 4 सिलेंडर 4,712 cc इंजन भी लॉन्च किया है - टाइगर DI 55 सी आर डी एस, टाइगर DI 60 सी आर डी एस, टाइगर DI 65 सी आर डी एस और टाइगर DI 75 सी आर डी एस। उन्नत सी आर डी एस तकनीक पर्यावरण के अनुकूल है और किसानों की उत्पादकता को अधिकतम करने के लिए 3 मल्टी-मोड (पावर, नॉर्मल और बचत) प्रदान करती है। कुल मिलाकर, सोनालीका टाइगर ट्रैक्टरों की पूरी नई रेंज किसानों के लिए कई उन्नत सुविधाएँ प्रदान करती है जैसे कि 5G हाइड्रोलिक्स के साथ 2,000-2500 किलोग्राम लिफ्ट क्षमता और मल्टी-स्पीड ट्रांसमिशन जैसे 40-स्पीड, 24-स्पीड, 20-स्पीड, 15-स्पीड और 10-स्पीड। पूरी तरह से अत्याधुनिक तकनीकों से लैस नई सोनालीका टाइगर ट्रैक्टर रेंज को विभिन्न कृषि उपकरणों को संचालित करने और सभी कृषि और व्यावसायिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अनुकूलित किया गया है।
इस अवसर पर डॉ. अमृत सागर मित्तल, वाईस चेयरमैन, इंटरनेशनल ट्रैक्टर्स लिमिटेड, ने कहा, “भारत में खेती विकल्पों से भरी है और किसान अक्सर आवश्यक सुविधाओं की कीमत पर ट्रैक्टर की अपनी पसंद से समझौता करते हैं। हमारी नई रेंज भारतीय किसानों को 'शून्य समझौता ट्रैक्टर रेंज' का वादा करती है क्योंकि हम टाइगर सीरीज़ में अब नंबर 1 ट्रैक्टर एक्सपोर्ट सीरीज़ की घोषणा करते हैं।"
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अपने विचार साझा करते हुए, श्री रमन मित्तल, जॉइंट मैनेजिंग डायरेक्टर, इंटरनेशनल ट्रैक्टर्स लिमिटेड, ने कहा, “हम 40-75 एचपी में 10 नए उन्नत 'टाइगर' ट्रैक्टरों की सबसे बड़ी रेंज भारत में लॉन्च करने के लिए बहुत उत्साहित और ऊर्जावान महसूस कर रहे हैं। भारतीय किसानों की आवश्यकताओं और उनकी क्षेत्रीय विविधता से अच्छी तरह वाकिफ होने के कारण, हमने अपनी सभी इंजीनियरिंग क्षमताओं को शामिल किया है और सर्वोत्तम अंतर्राष्ट्रीय तकनीक से बने ट्रैक्टर लेकर आए हैं। हमने नई श्रृंखला को सबसे ताकतवर तथा ईंधन कुशल इंजन और उन्नत 5जी हाइड्रॉलिक्स द्वारा समर्थित मल्टी-स्पीड ट्रांसमिशन के साथ पूरी तरह से अनुकूलित किया है, जो पॉवर, प्रदर्शन और माइलेज को फिर से परिभाषित करके हर प्रकार की एप्लिकेशन आवश्यकताओं के अनुरूप है।"
इस अवसर पर बोलते हुए, श्री विवेक गोयल, प्रेजिडेंट एंड चीफ, सोनालीका ट्रैक्टर्स, ने कहा, ''भारत विविधता से भरा बाजार है जहाँ उन्नत ट्रैक्टरों की मांग और कृषि मशीनीकरण को बढ़ाने वाली नई तकनीकों की मांग लगातार बढ़ रही है। 40-75 एचपी में टाइगर ट्रैक्टरों की हमारी सबसे बड़ी नई रेंज किसानों को उनके मौजूदा कृषि परिदृश्य से उनकी उत्पादकता को अधिकतम करने में सहायता करने के लिए डिज़ाइन की गई है और नई ट्रैक्टर श्रृंखला उद्योग में सबसे बड़ी 4WD ट्रैक्टर रेंज भी बन गई है। हमारे नए अत्याधुनिक लॉन्च ने 2024 के लिए हमारे लिए रास्ता तय कर दिया है और हम भारतीय किसानों की समृद्धि और विकास के लिए प्रतिबद्ध अपने हेवी ड्यूटी ट्रैक्टर रेंज में इस तरह के क्रांतिकारी बदलाव करना जारी रखेंगे।''
उत्तर प्रदेश में शीघ्र ही नंदिनी कृषक बीमा योजना जारी होने वाली है। इससे देशी प्रजातियों की गायों को प्रोत्साहन मिलेगा। साथ ही, आशा की जा रही है कि योजना राज्य में श्वेत क्रांति लाने का कार्य करेगी।
उत्तर प्रदेश सरकार एक के पश्चात एक पशुपालक किसानों के लिए लगातार योजनाएं जारी करती आ रही है। इसी कड़ी में एक बार फिर से योगी आदित्यनाथ की सरकार ने पशुपालकों को तोहफा दिया है।
राज्य में शीघ्र ही नंदिनी कृषक समृद्धि योजना की शुरुआत होने जा रही है। इसकी जानकारी स्वयं पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने प्रदान की है।
इसके लिए 'नंदिनी कृषक समृद्धि योजना' चालू करने का प्रस्ताव किया जा रहा है। इस योजना के अंतर्गत किसानों और पशुपालकों को 25 देशी उन्नतशील प्रजतियों की गायें मुहैय्या कराई जाऐंगी, जिससे दुग्ध उत्पादन में वृद्धि हो सकेगी।
इसके साथ-साथ श्वेत क्रांति का सपना साकार हो सकेगा। नंदिनी कृषक समृद्धि योजना का उद्देश्य देशी प्रजाति को प्रोत्साहन देना एवं कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम के माध्यम किसानों और पशुपालकों को आर्थिक तौर पर समृद्ध बनाना है।
उम्मीद व्यक्त की जा रही है, कि यह योजना दुग्ध उत्पादन क्षेत्र में मील का पत्थर सिद्ध हो सकती है।
योगी सरकार इस योजना पर 1000 रुपए का बजट आवंटित करेगी। इस मिशन के अंतर्गत वर्तमान में नंदिनी कृषक समृद्धि योजना का आरंभ होने वाला है।
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नंद बाबा दुग्ध योजना के अंतर्गत पशुपालकों को दूध का समुचित भाव प्रदान किया जाएगा, जिससे किसानो की आमदनी में इजाफा होगा।
इस योजना के अंतर्गत पशुपालक किसानों के अपने इलाके में दूध को बेचने की समुचित व्यवस्था की जाऐगी। बतादें, कि दूध विक्रय करने का प्रबंध दुग्ध उत्पादन सहकारी समितियों के जरिए ही किया जाएगा। यानी की फिलहाल पशुपालकों को दूध बेचने के लिए अपने क्षेत्र से कहीं दूर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।