आजकल रबी की फसल की कटाई का समय चल रहा है। मार्च-अप्रैल में किसान सब्जियों की बुवाई करना शुरू कर देते हैं। लेकिन किसान कौन सी सब्जी का उत्पादन करें इसका चयन करना काफी कठिन होता है। किसानों को अच्छा मुनाफा देने वाली सब्जियों के बारे में हम आपको जानकारी देने वाले हैं।
दरअसल, आज हम भारत के कृषकों के लिए मार्च-अप्रैल के माह में उगने वाली टॉप 5 सब्जियों की जानकारी लेकर आए हैं, जो कम वक्त में बेहतरीन उपज देती हैं।
भिंडी मार्च-अप्रैल माह में उगाई जाने वाली सब्जी है। दरअसल, भिंडी की फसल (Bhindi Ki Fasal) को आप घर पर गमले अथवा ग्रो बैग में भी सुगमता से लगा सकते हैं।
भिंडी की खेती के लिए तापमान 25-35 डिग्री सेल्सियस उपयुक्त माना जाता है। आमतौर पर भिंडी का इस्तेमाल सब्जी बनाने में और कभी-कभी सूप तैयार करने में किया जाता है।
किसान भाई खीरे की खेती (Cucumber cultivation) से काफी अच्छा लाभ कमा सकते हैं। दरअसल, खीरा में 95% प्रतिशत पानी की मात्रा होती है, जो गर्मियों में स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी होती है। गर्मियों के मौसम में खीरा की मांग भी बाजार में काफी ज्यादा देखने को मिलती है।
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अब ऐसी स्थिति में अगर किसान अपने खेत में इस समय खीरे की खेती करते हैं, तो वह काफी शानदार कमाई कर सकते हैं। खीरा गर्मी के सीजन में काफी अच्छी तरह विकास करता है। इसलिए बगीचे में बिना किसी दिक्कत-परेशानी के मार्च-अप्रैल में लगाया जा सकता है।
बैंगन के पौधे (Brinjal Plants) को रोपने के लिए दीर्घ कालीन गर्म मौसम की आवश्यकता होती है। साथ ही, बैंगन की फसल के लिए तकरीबन 13-21 डिग्री सेल्सियस रात का तापमान अच्छा होता है। क्योंकि, इस तापमान में बैंगन के पौधे काफी अच्छे से विकास करते हैं।
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ऐसी स्थिति में यदि आप मार्च-अप्रैल के माह में बैंगन की खेती (baingan ki kheti) करते हैं, तो आगामी समय में इससे आप अपनी आमदनी को बढ़ा सकते हैं।
एक अध्यन के अनुसार, हरा धनिया एक प्रकार से जड़ी-बूटी के समान है। हरा धनिया सामान्य तौर पर सब्जियों को और अधिक स्वादिष्ट बनाने के कार्य करता है।
इसे उगाने के लिए आदर्श तापमान 20 से 30 डिग्री सेल्सियस काफी अच्छा माना जाता है। ऐसे में भारत के किसान धनिया की खेती (Coriander Cultivation) मार्च-अप्रैल के माह में सुगमता से कर सकते हैं।
प्याज मार्च-अप्रैल में लगाई जाने वाली सब्जियों में से एक है। प्याज की बुवाई के लिए 10-32 डिग्री सेल्सियस तापमान होना चाहिए। प्याज के बीज हल्के गर्म मौसम में काफी अच्छे से विकास करते हैं। इस वजह से प्याज रोपण का उपयुक्त समय वसंत ऋतु (Spring season) मतलब कि मार्च- अप्रैल का महीना होता है।
बतादें, कि प्याज की बेहतरीन प्रजाति के बीजों की फसल लगभग 150-160 दिनों में पककर कटाई के लिए तैयार हो जाती है। हालांकि, हरी प्याज की कटाई (Onion Harvesting) में 40-50 दिन का वक्त लगता है।
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गर्मियों में खीरे की खेती से किसान कमा रहे है मोटा मुनाफा। आइये आज के इस आर्टिकल में जानते है, किस प्रकार की तकनीक का उपयोग कर किसान खीरे से मोटी कमाई कर रहे है।
यह कहानी है उतार प्रदेश के किसान दिलीप कुमार की जिन्होंने ड्रिप तकनीक की सहायता से खीरे की खेती कर भारी मुनाफा कमाया है।
दिलीप कुमार ने बताया ड्रिप विधि से खीरे की खेती करने के लिए सबसे पहले खेत की अच्छे से जुताई कर लेनी चाहिए। जुताई करने के बाद पुरे खेत में मेढ़ बनाते है और उन सभी मेढ़ों को पन्नी के जरिये अच्छे से ढक देते है।
सभी मेढ़ों पर खीरे के बीज की बुवाई लगभग डेढ फ़ीट पर होनी चाहिए। खेत की मेढ़ों पर ड्रिप बिछा दी जाती है, और जब खीरे का पौधा बढ़ने लग जाता है तो इसी ड्रिप के द्वारा पौधों में सिंचाई की जाती है। ऐसा करने के बाद पौधों को बांस के जरिये सीधा डोरी या रस्सी से बाँध दिया जाता है।
ऐसा करने से पौधा सीधा बढ़ता है और फसल अच्छी और ज्यादा रहती है। फलों को तोड़ने में भी आसानी होती है। खीरा की बुवाई के 60 से 65 दिन बाद ही पौधों पर फल निकलना शुरू हो जाते है।
इन फलों को रोजाना तोड़कर बाजारों में बेचा जा सकता है। खीरे की फसल लगभग 2 महीने तक फल प्रदान करती है , इसके फलों को तोड़कर बाजार में कई बार बेचा जा सकता है।
किसानों द्वारा खीरे की खेती मुनाफे के तौर पर की जा रही है। यदि किसान खीरे की खेती वैज्ञानिक तौर से करें तो ज्यादा मुनाफा कमा सकता है। लेकिन इसके लिए किसान को खीरे की बुवाई से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना होगा।
बाराबंकी में स्थित कुतलूपुर गांव के दिलीप कुमार ने बताया वो पिछले तीन वर्ष से एक बीघे जमीन पर खीरे की खेती कर रहे है।
उन्होंने खीरे की खेती ड्रिप विधि की सहायता से शुरू की आज वो खीरे के खेती लगभग 4 बीघे जमीन पर कर रहे है। इसके अलावा उन्होंने ये भी बताया खीरे की खेती से वो सालाना 3 से 4 लाख रुपए सालाना कमा रहे है।
खीरा की फसल लगभग 60 से 65 दिन के अंदर पककर तैयार हो जाती है। यह बहुत जल्दी तैयार होनी वाली फसल है। दीलिप कुमार ने बताया खीरे की एक बीघे खेती में लगभग 15 से 20 हजार का खर्चा आता है।
खीरे की ड्रिप विधि द्वारा खेती में बीज, बांस, डोरी, पन्नी, ड्रिप, लेबर और कीटनाशक दवाइयों का खर्चा आता है। लेकिन इससे मुनाफा भी 3 से 4 लाख रुपए सालाना कमाए जा सकते है।
खीरा बहुत जल्दी तैयार होने वाली फसल है। भोजन के साथ सलाद के अलावा खीरे को कच्चा भी खाया जा सकता है। इस फसल की बुवाई कर छोटे किसान भी इससे मुनाफा कमा सकते है। प्रति हेक्टेयर में खीरे का उत्पादन 100 से 150 क्विंटल होती है।
खीरे की बुवाई करते वक्त याद रहे, प्रति हेक्टेयर खेत में बीज की 1 किलोग्राम मात्रा की आवश्यकता रहती है। बीज की बुवाई से पहले बीज का उपचार करना आवश्यक है।
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बिना उपचार के बीजो की खेतों में बुवाई करने से फसल में रोग लगने की ज्यादा आशंकाए रहती है। इसीलिए बुवाई से पहले बीज को 2 ग्राम कप्तान से उपचारित करना चाहिए।
खीरे के फलों को कच्ची अवस्था में ही तोड़ लेना चाहिए, कच्चे फलों की बाजार में अच्छी कीमत होती है। फलों को एक दिन बाद छोड़कर तोडना चाहिए।
फलों को तेज धार वाले चाकू से काटना चाहिए ताकि खीरे की बैल को कोई नुक्सान न पहुंचे। खीरे को पीला पड़ने से पहले ही तोड़ लेना चाहिए , फल को तोड़ते समय फल नरम होना चाहिए।
गर्मियों का मौसम हालांकि हर किसी को पसंद नहीं आता है लेकिन गर्मी के मौसम मे बनने वाली कुछ ऐसी सब्जियां हमें जरूर पसंद आती हैं। भारत के कई ऐसे इलाके हैं जहां पर गर्मियों के समय मे इन सभी सब्जियों की बड़े पैमाने पर खेती की जाती हैं और गर्मियों के मौसम मे इनकी बिक्री भी काफी तेजी पर होती है। गर्मियों की हरी सब्जियां हर जगह उपलब्ध भी नहीं हो पाती हैं। ऐसे मे हर समय गर्मी के मौसम मे बाजार से इन सब्जियों को लाने मे हम सभी को कई परेशानियां होती हैं। इन सभी परेशानियों का समाधान आप अपने घर के किचन के गार्डन के अंदर ही इन सभी सब्जियों को आसानी से लगा सकते हैं। तो आज हम आपको ऐसी ही कुछ अच्छी सब्जियों के बारे मे बताने वाले है, जिन्हें आप गर्मियों के समय मे अपने घर के गार्डन मे बड़ी ही आसानी से लगा सकते है । साथ ही साथ स्वादिष्ट ताजा सब्जी खाने का लुत्फ भी उठा सकते है । तो आईये जानते हैं गर्मियों की हरी सब्जियां जो आसानी से उगाई जा सकती हैं।
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तो चलिए चलिए अब हम आपको बताते है, की आप किस प्रकार गर्मियों की हरी सब्जियां में प्रथम करेली की सब्जी को अपने गार्डन मे उगा सकते है: -
करेले को हमेशा कम पानी की आवश्यकता होती है,चाहे गर्मी का मौसम हो या सर्दी का आप केवल दो-तीन दिन में एक बार पानी जरूर सींचे।
हर घर मे एक ऐसी सब्जी होती है, जो सबकी पसंदीदा होती है और वह है भिंडी। भिंडी हमारे शरीर को कई सारी बीमारियों से बचाती है और हमारे इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत बनाए रखती है। भिंडी को भी आप अपने किचन के गार्डन मे काफी आसानी से लगा सकते है, जिसके लिए आपको कुछ टिप्स को जानना जरूरी होगा। भिंडी मे बहुत सारे विटामिन और कार्बोहाइड्रेट भी पाए जाते है जो हमारे शरीर मे कोलेस्ट्रॉल और मधुमेह जैसी बीमारियों को कंट्रोल करने के काम आते हैं।
तो चलिए जानते है आप किस प्रकार भिंडी को अपने किचन के बाग बगीचे मे लगा सकते है :-
लौकी जिसे कई जगहों पर गिया के नाम से भी जाना जाता है। लौकी की सब्जी खाने मे बहुत ही स्वादिष्ट होती है। इसलिए हर किसी की पसंद यही होती है कि वह ताजा और फ्रेश लौकी की सब्जी खाएं। ऐसे मे लौकी हमारे शरीर के लिए भी काफी फायदेमंद होती हैं।
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लौकी खाने से हमारा मस्तिष्क तनाव मुक्त रहता है और हृदय रोगी यानी कि मधुमेह रोगियों के लिए भी यह काफी लाभदायक साबित होती है। इसके अलावा लड़कियों में लौकी खाने से उनके बाल काले मोटे और घने होते हैं और सफेद बालों से भी छुटकारा मिल जाता। तो चलिए आज हम आपको बताते है ,की आप किस प्रकार लौकी को अपने घर के गार्डन में किस प्रकार लगा सकते हैं: -
उत्तरी भारत के कई सारे इलाकों मे टिंडे गर्मियों की सबसे अच्छी सब्जी मानी जाती है ,और काफी स्वादिष्ट भी होती है। हम आपको बता देते है, कि टिंडे का मूल स्थान भारत ही है। भिंडी की सब्जी बनाने के लिए इसके कच्चे फलों का इस्तेमाल किया जाता है ना कि इसके पके हुए फलों का। टिंडे के पके हुए फलों मे बीज काफी बड़े और अंकुरित होते हैं ।लेकिन आप इसे अपने घर के बगीचे में बड़े ही आसानी से लगा सकते हैं और ताजा और फ्रेश सब्जी का लुफ्त उठा सकते हैं। तो चलिए जानते तो चलिए जानते है, कि आप किस प्रकार टिंडे की सब्जी को लगा सकते हैं :-
लोबिया की फली बहुत ही ज्यादा स्वादिष्ट होती है, जिसे भारत के कई इलाकों मे सब्जी के रूप मे भी बनाते है। भारत के कई राज्यों में लोबिया की खेती बड़े पैमाने पर होती है, लेकिन यदि आप अपने घर पर छोटी सी बागबानी करना चाहते हैं, तो आप बड़ी ही आसानी से लोबिया को अपने घर के गार्डन मे लगा सकते है। यह स्वादिष्ट होने के साथ-साथ हमारे शरीर के लिए काफी लाभदायक भी होती है। यह हमें कई प्रकार की हृदय संबंधी और जोड़ों मे दर्द होने जैसी परेशानियों से छुटकारा दिलाती है। इसकी सबसे अच्छी बात यह है कि इसे आप कहीं पर भी लगा सकते है अपने घर के आंगन मे छत मे।
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दरअसल, ककड़ी की उत्पत्ति हमारे देश भारत से ही हुई है और यह तोरई के समान सब्जी बनाने के काम मे आती हैं। खासकर गर्मियों के समय मे ककड़ी का सेवन करना हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है, क्योंकि यह हमारे शरीर में डिहाइड्रेशन की कमी को पूर्ण करती हैं। इसी के साथ साथ यह हमारे मस्तिष्क को तनावमुक्त रखती है, और कोलेस्ट्रॉल और उच्च रक्तचाप को भी सामान्य रखती है। ककड़ी की स्वादिष्ट सब्जी हर किसी की पसंदीदा होती है, ऐसे में हर कोई इसे अपने घर के अंदर बगीचे में लगाना जरूर पसंद करेगा। तो चलिए जानते हैं, कि आप किस प्रकार ककड़ी की सब्जी को अपने बगीचे में लगा सकते हैं :-
खेतों में आधुनिक तकनीकी का प्रयोग कर किसान को बेहतर उपज देने का लगातार प्रयास किया जा रहा है। यूपी में कृषि क्षेत्र को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देने के लिए कृषि उत्पादों की नर्सरी तैयार की जा रही है। जिससे कई जिलों के किसानों को लाभ मिलेगा। इसके अलावा यूपी के इस जिले का कृषि और सब्जियों के क्षेत्र में पूरी दुनियां में नाम रोशन होगा। यूपी सरकार की योजना है कि धान व गेहूं के उत्पादन में बेहतर रहने वाला जिला सब्जियों के उत्पादन में भी बेहतर परिणाम दे सके, जिसके लिए पूरी तैयारी की जा चुकी है।
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