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ट्रेक्टर

ट्रैक्टर(Tractor) किसान का साथी

ट्रैक्टर(Tractor) किसान का साथी

ट्रैक्टर(Tractor) और किसान एक दूसरे के साथी हैं या आप कह सकते है की किसान बिना ट्रेक्टर(Tractor) के अधूरा ही होता है.पुराने समय में लोग हल बैल से खेती करते थे तो सारी जमीं में बुआई नहीं कर पाते थे जिससे की जमीं पड़ी रह जाती थी और उसकी वजह से हम अपने खाद्यान्य के लिए दूसरे देशों पर निर्भर रहते थे. पहले हालत ये थे की एक जोड़ी ( दो बैल ) बैल रखना ही हो पाता था और जिस किसान के पास तीन से चार जोड़ी बैल होते थे वो आज के किसी 70HP ट्रेक्टर से कम नहीं माने जाते थे यानि जिस किसान के पास एक से अधिक बैलों की जोड़ी होती थी वो जमींदार होते थे, पैसे वाले और उन्नत किसानों में उनकी गिनती होती थी. फसल के उत्पादन का आलम ये था की अगर किसी की 100 मन ( 40 कुंतल) पैदावार हो जाये तो लोगों में उसका अलग ही सम्मान होता था. बोलते थे " देखो उसका सेकरा पूज गया" यानि उसके पास 100 मन अनाज हो गया.धीरे धीरे समय बदला और आज 100 मन गेंहूं 10 बीघे ( छोटा बीघा) खेत में ही हो जाते हैं और आज हल बैलों की जगह ट्रैक्टर(Tractor) ने लेली और बड़े से बड़ा काम एक अकेला आदमी करने लगा.

ट्रैक्टर(Tractor) का काम:

आज ये कहना की ट्रैक्टर का क्या काम है तो बहुत ही अलग हो जायेगा, आज हम ये कह सकते हैं की क्या काम नहीं कर सकता. आज हर छोटे या बड़े किसान की जरूरत है एक
ट्रेक्टर(Tractor) के आने से किसान अब सारी जमीन पर खेती करने लगा है और अब तो जो ग्राम समाज की जमीन पर भी कब्ज़ा करके उसमे भी खेती करने लगा है. कई ऐसे किसान होते है जिन पर हकीकत में जमीन न के बराबर होती है और वैसे उनके पास ग्राम समाज की बहुत जमीन होती है. ट्रैक्टर(Tractor) से आप जुताई , बबाई, पानी , नराई, फसल काटना ,भूसा बनाने से लेकर खेत को समतल करना , मेढ़बंदी करना यानि आप जो सोच सकते है वो काम आप ट्रेक्टर से ले सकते है.

किस किसान के लिए कौन सा ट्रेक्टर(Tractor) :

वैसे तो आजकल 35HP से कम का ट्रैक्टर कोई किसान लेना पसंद नहीं करता लेकिन ट्रेक्टर का चुनाव कई बातों को देख कर करना चाहिए, जैसे: जमीन की मिट्टी, फसल , और कितनी जमीन पर काम करना है.मसलन आपके पास 100 बीघा जमीं है तो आपको 35HP से 45HP का ट्रेक्टर काम दे देगा. और आपको पानी भी अपने ट्रैक्टर से निकालना है तो आप 20HP से 25HP तक भी जा सकते हो इसमें आपको ज्यादा खर्चा नहीं पड़ेगा. अगर आपके पास जमीन भी ज्यादा है और आप काम भी उससे ज्यादा लेना चाहते है तो आपको 50HP से 60HP का ट्रेक्टर लेना होगा जिससे आप कटर, रीपर , रोटाबेटर , और कंप्यूटर मांझा चला सकते हो अगर आप इससे ऊपर भी जाना चाहते हो तो आप कंबाइन और JCB चलना चाहते हो तो आपको 60HP के ऊपर का ट्रेक्टर चाहिए होगा. जितने बड़ा हॉर्स पावर उतना ही ज्यादा डीज़ल का खर्चा. मेरा अपना मानना है की अगर आपका ज्यादा बड़ा काम नहीं है तो आप 35HP से 50HP का ट्रैक्टर(Tractor) ले सकते है और अपने सारे छोटे बड़े काम कर सकते हैं. ये भी पढ़े: ट्रैक्टर Tractor खरीदने पर मिलेगी 50 फीसदी सब्सिडी(subsidy), ऐसे उठा सकते हैं इस योजना का लाभ

ट्रेक्टर(Tractor) कैसे लें:

Tractor ट्रैक्टर आप दो तरह से ले सकते है, आप ज्यादा ट्रैक्टर के बारे में नहीं जानते और 8 से 10 साल तक चिंता मुक्त होना चाहते हैं तो नया ट्रैक्टर ही लें और अगर आप थोड़ी भी जानकारी रखते हैं और कोई छोटी मोटी समस्या आती है और उसको अपने आप भी देख सकते हैं तो आप पुराना ट्रैक्टर(Tractor) भी ले सकते हैं. ये भी पढ़े: खेती करो या उठाओ भार,एस्कॉर्टस ट्रैक्टर रहे हमेशा तैयार

लोन(Loan) कहाँ से मिलेगा:

जैसा की सभी जानते है किसान के पास इतना पैसा नहीं होता की वो नगद पैसा से कृषि यंत्र खरीद सके तो उसको लोन(Loan) के लिए जाना ही पड़ता है. ज्यादातर किसान बिचौलियों के चक्कर में आकर प्राइवेट कर्ज ले लेते है जिसे पुराने समय में पूंजीपति के कर्ज में किसान फसता था वही आजकल ये प्राइवेट वाले कर रहे है. किसान को कर्ज देने में सरकार कई योजनाए ला रही है जैसे KCC पर लोन , आप SBI , HDFC , ICICI Bank से भी लोन(Loan) ले सकते है. कोशिश करें की आप किसी सरकारी बैंक से ही लोन लेकर ट्रैक्टर(Tractor) लें.आजकल बैंक किसान को कृषि यंत्रों पर भी कर्ज दे रही है. आप ज्यादा जानकारी के लिए निचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके पाता कर सकते हैं या आप हमारे कमेंट बॉक्स में भी पूछ सकते है हम आपकी पूरी सहायता करने की कोशिश करेंगें. SBI: https://sbi.co.in/web/agri-rural/agriculture-banking/farm-mechanization-loan/tractor-loan
आप कृपया कमेंट बॉक्स में बताएं अगली जानकारी किस बारे में चाहते है.
किसान और उसकी जरूरतें: अच्छे Tractor से खेती मतलब खेत के साथ किसान का भी विकास

किसान और उसकी जरूरतें: अच्छे Tractor से खेती मतलब खेत के साथ किसान का भी विकास

किसान भाइयों को जिसकी सबसे ज्यादा जरूरत होती है उसमें से उसका दराँत ( हंसिया) , फावड़ा, बैलों की जोड़ी जो की आजकल Tractor में बदल गई है. इन सभी से किसान की सुबह से शाम तक की कहानी चलती है. Farmhouse Tractor

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पहले किसान जब बैलों से खेती करता था तब अपने पूरे खेत पर फसल नहीं कर पाता था और न ही उतनी पैदावार ले पाता  था. आज के इस technology वाले युग में किसानों का काम आसान किया है हमारी Tractor निर्माता कंपनियों ने. जिनमे प्रमुख रूप से देसी और आपकी अपनी Escorts Tractor कंपनी है. Escorts ने हमेशा "किसानों के लिए किसानों के साथ" वाले वाक्य को चरितार्थ किया है. पहले के Tractors में इतनी technology को प्रयोग में नहीं लाया जाता था. मुझे आज भी याद है 1983 में मेरे घर Escorts का 335 Tractor आया था जिसके हेरॉन में सिर्फ 5 के तये होते थे न ही Tractor में पावर स्टेयरिंग थी न ही कोई और technology . लेकिन जो था वो एक किसान के लिए काफी था वो था "Escorts का विश्वास" जो सालों साल से आज भी कायम है. आज भी हमें जो मिलता है  उसमें संतुष्टि नहीं है जैसा की एक मनुष्य की आदत होती है. अगर मनुष्य जितना है उसी में संतुष्ट हो जाये तो दुनियां में जितने नए नए अविष्कार हो रहे हैं शायद ये नहीं होते. हम सभी अपने जीवन में थोड़ा ज्यादा चाहते हैं। चाहे वह सब्जियों के साथ मुफ्त धनिया मिर्च हो या मुफ्त cashback, हम भारतीय हमेशा उसी में अधिक की तलाश करते हैं। इसी तरह, हमारे किसानों को भी अपने Tractor में इसकी अधिक आवश्यकता होती है, चाहे उसकी शक्ति, सुविधाएँ, उत्पादकता लेकिन समान इनपुट लागत पर और बेहतर या समान ईंधन दक्षता पर। उसी के लिए और अधिक। साथ ही, हमारा कृषि उद्योग बहुत सटीक होने लगा है और जरूरतें भी सटीक हैं।

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किसान भी अच्छी तरह से जानते हैं  कि वे वास्तव में क्या चाहते हैं। और क्या उन्हें मिलाना चाहिए. इसी वजह से Tractor निर्माताओं को कम से कम लागत में ज्यादा से ज्यादा देने को काम करना पड़ता है. और इसमें कहने की आवश्यकता नहीं है की भारतीय  कंपनी Escorts इसमें हमेशा खरी उतरती है.

इसी कड़ी में Escorts Tractor ने "PowerHouse" नाम से किसानों के लिए एक नई सीरीज निकाली है जिसकी मुख्य विशेषतायें नीचे दी गई हैं.

Farmhouse Tractor PowerHouse: हमारा किसान क्या चाहता है? - पावर, ईंधन दक्षता, अनुप्रयोग उपयुक्तता, कम रखरखाव लागत, विशेषताएं ये सभी सर्वोत्तम मूल्य पर। Powertrac की नई लॉन्च की गई PowerHouse श्रृंखला इन सभी को पूरी तरह से पूरा करती है। यह श्रृंखला किसान को अधिक शक्ति, अधिक सुविधाएँ, अधिक उत्पादकता, सर्वोत्तम मूल्य की पेशकश पर समान ईंधन दक्षता प्रदान करती है। इसके तहत हर ट्रैक्टर ने अब 5 एचपी तक की शक्ति बढ़ाई है। यह कैसे हो सकता है? : Powertrac ईंधन दक्षता के लिए जाना जाता है। Powerhouse में अपनी ईंधन-बचत तकनीक के साथ, यह खपत किए गए ईंधन की हर बूंद के साथ अधिक ताकत उत्पन्न करता है। हर बूंद से मिले ज्यादा ताकत।

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वो कहते हैं न " ये दिल माँगे मोर" ये दिल मांगे एक्स्ट्रा… (किसानों की जरूरत को पूरा करना) श्रृंखला में इसके तहत 6 ट्रैक्टर हैं जो 39HP श्रेणी से लेकर 55HP श्रेणी तक हैं। वही नीचे सूचीबद्ध हैं: 434 प्लस पावरहाउस - 39HP कैट 439 प्लस पावरहाउस - 45 एचपी कैट यूरो 42 प्लस पावरहाउस - 47HP यूरो 47 पावरहाउस - 50HP यूरो 50 पावरहाउस - 52HP कैट यूरो 55 पावरहाउस - 55HP कैट Merikheti टीम के कंटेंट हेड  श्री दिलीप यादव जी को Escorts Tractor के मार्केटिंग हेड श्री अरविन्द श्रीवास्तव जी ने बताया की Escorts ने हमेशा से किसानों के दिलों में राज किया है. हमारे Tractors ने किसानों के दिल में जो जगह बनाई है उसके लिए Escort हमेशा कार्य करता रहेगा और उसी विश्वास को कायम रखेगा
किसान ने बिना डीजल-पेट्रोल और बिजली के उपयोग से चलने वाला ट्रेक्टर तैयार किया

किसान ने बिना डीजल-पेट्रोल और बिजली के उपयोग से चलने वाला ट्रेक्टर तैयार किया

भारत में हम बचपन से एक शब्द सुनते आ रहे हैं, जिसका नाम है जुगाड़। भारतीय लोग जुगाड़ करने के मामले में सबसे ज्यादा माहिर होते हैं। इसी कड़ी में एक किसान ने जुगाड़ करके एक ऐसा ट्रेक्टर बनाया है, जो कि आजकल चर्चा में है। इस ट्रेक्टर का नाम HE ट्रेक्टर है। बतादें कि यह ट्रेक्टर किसान भाइयों के बजट से में आता है। वहीं, इसको चलाना काफी सरल और सहज होता है। जैसा कि हम जानते हैं, कि आज के समय में ट्रेक्टर किसानों के लिए किसी मित्र से कम नहीं है। यह खेत के हर तरह के कार्य को बड़ी ही सुगमता से पूरा करने की शक्ति रखता है। परंतु, आज भी भारत में बहुत सारे ऐसे किसान भी हैं, जो कि एक उत्तम खेती करने के लिए पर्याप्त धन तक नहीं जुटा पा रहे हैं। अब ऐसे में वह खेती-किसानी के लिए ट्रेक्टर कैसे खरीद सकते हैं।

संजीत ने जुगाड़ के जरिए बनाया अद्भुत ट्रेक्टर

आपकी जानकारी के लिए बतादें, कि आर्थिक तौर पर कमजोर किसान भाइयों की सहायता करने लिए बिहार के पश्चिम चंपारण के नौतन ब्लॉक के धुसवां गांव के 28 वर्षीय किसान संजीत ने देसी जुगाड़ के जरिए एक बेहतरीन ट्रेक्टर का निर्माण किया है। इससे किसानों की विभिन्न प्रकार की समस्याओं को मिनटों में दूर किया जा सकता है। अब आप यह सोच रहें होंगे कि इसकी कीमत और लागत भी बाजार में मिलने वाले ट्रैक्टर की भाँति ही होगी। परंतु, ऐसी कोई बात नहीं है। यह ट्रैक्टर किसानों के बजट में आता है। साथ ही, इसको बनाने के लिए आपको ज्यादा खर्चा भी नहीं करना पड़ता। दरअसल, यह ट्रैक्टर संजीत ने कबाड़ के इस्तेमाल से तैयार किया है, जिसे चलाने के लिए डीजल-पेट्रोल और बिजली कुछ भी नहीं लगती है। आपको यह केवल साइकिल की भांति ही चलाना होता है। ये भी देखें: कम जोत वाले किसानों के लिए कम दाम और अधिक शक्ति में आने वाले ट्रैक्टर

संजीत ने इस ट्रेक्टर का नाम HE रखा है

आपकी जानकारी के लिए बतादें, कि संजीत द्वारा स्वयं के इस कबाड़ से निर्मित ट्रेक्टर का नाम HE रखा है। HE का अर्थ ह्यूमन एनर्जी ट्रेक्टर होता है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, संजीत ने अपने इस ट्रेक्टर को निर्मित करने हेतु संजीत को लगभग 1 माह का वक्त लगा। फिलहाल, वह इसको किसानों की मदद के लिए उपयोग कर रहे हैं। बतादें कि संजीत के इस आविष्कार के लिए उन्हें अवार्ड भी प्राप्त हो चुका है।

HE ट्रेक्टर की विशेषताएं

  • किसान द्वारा इसमें विभिन्न प्रकार की विशेषताएं दी गई हैं। जो इसको एक बेहतर ट्रेक्टर बनाती हैं।
  • इस ट्रेक्टर के एलईडी बल्बों के लिए 5000 एमएएच पावर की एक चार्जेबल बैटरी की व्यवस्था की गई है।
  • इसके अतिरिक्त इसमें 4 फॉरवर्ड एवं 1 रिवर्स गियर भी होता है। जो इसको खेत के साथ-साथ सड़कों पर भी आसानी से चलाया जा सकता है।
  • इस ट्रेक्टर को कुछ इस प्रकार से तैयार किया गया है, कि यह ट्रैक्टर करीब 600 किलोग्राम तक का वजन आसानी से उठा सकता है।
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HE ट्रेक्टर की खासियत

  • HE ट्रैक्टर की सबसे अच्छी खासियत यह है, कि इसको चलाने के लिए आपको पेट्रोल-डीजल अथवा बिजली की आवश्यकता नहीं पड़ती है। इसके लिए आपको अपनी खुद की शक्ति लगानी है, जैसे कि आप साइकिल चलाते समय लगाते हैं।
  • यह ट्रैक्टर तकरीबन 5 से 10 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से दौड़ सकता है।
  • यह HE ट्रैक्टर सहजता से खेत में 2.5 से 3 इंच गहराई तक मृदा की जुताई करने हेतु समर्थ है।
महिंद्रा ने भारत के 77 वें स्वतंत्रता दिवस के पावन पर्व पर 7 ट्रैक्टर लॉन्च किए

महिंद्रा ने भारत के 77 वें स्वतंत्रता दिवस के पावन पर्व पर 7 ट्रैक्टर लॉन्च किए

हिंदुस्तान के 77वें स्वतंत्रता दिवस के पावन उपलक्ष्य पर महिंद्रा ओजा 7 रेवोल्यूशनरी लाइटवेट ट्रैक्टर का अनावरण हुआ। यह भव्य कार्यक्रम साउथ अफ्रीका के केपटाउन में आयोजित हुआ। आपकी जानकारी के लिए बतादें, कि 1945 में स्थापित महिंद्रा समूह सबसे बड़े एवं सबसे बहुराष्ट्रीय महासंघों में से एक है। 100 से ज्यादा देशों में 260,000 कर्मचारियों वाली कंपनी है। कृषि उपकरणों के इलाकों में यह सदैव अग्रसर रही है।

2018 में फॉर्च्यून इंडिया 500 द्वारा भारत में शीर्ष कंपनियों की सूची में इसे 17वां स्थान मिला है। इसकी सहायक कंपनी महिंद्रा ट्रैक्टर्स मात्रा के अनुरूप दुनिया में ट्रैक्टर की सबसे बड़ी निर्माता कंपनी है। महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड ने 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य पर साउथ अफ्रीका में महिंद्रा ओजा 7 के साथ रेवोल्यूशनरी लाइटवेट ट्रैक्टर को वैश्विक रुप से लॉन्च किया गया। महिंद्रा ने आज ट्रैक्टर विनिर्माण प्रभाग महिंद्रा ओजा से पर्दा उठाया, जिसे कंपनी “सबसे तकनीकी रूप से उन्नत वैश्विक ट्रैक्टर प्लेटफॉर्म” कहती है।

इन ट्रैक्टरों की खासियतें ये रहेंगी

महिंद्रा कंपनी द्वारा नवीन हल्के वजन वाले वैश्विक ट्रैक्टर प्लेटफॉर्म में चार उप-ट्रैक्टर प्लेटफॉर्म होंगे, जिनमें सब-कॉम्पैक्ट, कॉम्पैक्ट, स्मॉल यूटिलिटी और लार्ज यूटिलिटी ट्रैक्टरों की श्रेणियां शम्मिलित हैं। साथ ही, महिंद्रा ओजा ट्रैक्टर प्लेटफॉर्म 40 मॉडलों को निर्मित करने जा रहा है, जिन्हें चार उप-प्लेटफॉर्मों पर विकसित किया जाएगा।

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आपकी जानकारी के लिए बतादें, कि इन ट्रैक्टरों की विशेषता यह है, कि यह 21 एचपी से लेकर 70 एचपी तक के हैं। कंपनी ने आज स्वतंत्रता दिवस पर साउथ अफ्रीका में ओजा ट्रैक्टर प्लेटफार्म को वैश्विक रूप से लॉन्च किया है। इसमें 7 ट्रैक्टर प्रस्तुत किए गए हैं। कंपनी इन ट्रैक्टर को ओजा 2130, ओजा 3132 ओजा 3140, ओजा 2121, ओजा 2124, ओजा 2127 व बाकी नाम दिए हैं। इन ट्रैक्टरों में 20 एचपी से लेकर 40 एचपी (14.91kW – 29.82kW) के हैं।

समस्त ट्रैक्टर सिंगल सीटर हैं माना जा रहा है, कि ये ट्रैक्टर बागवानी व कृषि क्षेत्र के लिए बेहतर सिद्ध होंगे। महिंद्रा ओजा 40-मजबूत ट्रैक्टर रेंज इसका प्राथमिक बाजार दक्षिण पूर्व एशिया, अमेरिका, भारत और जापान है। इसे जापान के मित्सुबिशी महिंद्रा एग्रीकल्चर मशीनरी और चेन्नई में महिंद्रा रिसर्च वैली की इंजीनियरिंग टीमों के बीच सहयोग के जरिए से विकसित बनाया गया है, जो महिंद्रा के ऑटो और फार्म सेक्टर के लिए अनुसंधान एवं विकास केंद्र है। 

महिंद्रा समूह के बेहतरीन ट्रैक्टर

OJA वर्ल्ड भारत में निर्मित होगा और 6 महाद्वीपों के विविध बाजारों में सेवा प्रदान करेगा।

ओजा: विश्व स्तरीय प्रौद्योगिकी के साथ भारत में किसानों को मजबूत बनाने को लेकर बल दिया जाएगा। भारत के लिए 7 मॉडल ट्रैक्टर लॉन्च किए गए, जो फास्ट इन कैटेगरी में प्रौद्योगिकी सुविधाओं पर आधारित हैं। यह तीन प्रौद्योगिकी पैक - MYOJA (इंटेलिजेंस पैक), PROJA (उत्पादकता पैक) एवं ROBOJA (ऑटोमेशन पैक). जहां OJA 2127 का भाव 5,64,500 रुपये बताई गई है। साथ ही, OJA 3140 की कीमत 7,35,000 रुपये है।

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विश्व के लिए हिंदुस्तान में निर्माण

महिंद्रा ओजा ट्रैक्टर रेंज का निर्माण विशेष तौर पर महिंद्रा के अत्याधुनिक ट्रैक्टर के तौर पर किया जाएगा। भारत के जाहीराबाद एवं तेलंगाना में सबसे बड़े और सबसे उन्नत ट्रैक्टर विनिर्माण संयंत्रों में एक है।

महिंद्रा का आगामी लक्ष्य क्या है

महिंद्रा की भारत में अपनी इस रोमांचक यात्रा आरंभ करने के पश्चात अब OJA रेंज को उत्तर में लॉन्च किया जाएगा। ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, यूरोप, अमेरिका, आसियान, ब्राजील और सार्क क्षेत्र में महिंद्रा भी इसकी मार्किंग करेगी। इसके साथ ही 2024 में थाईलैंड से चालू होकर ASEAN क्षेत्र में पदार्पण करेगी।

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 लॉन्च के कार्यक्रम के चलते महिंद्रा के फार्म इक्विपमेंट विभाग के अध्यक्ष हेमंत सिक्का का कहना है, कि "हल्के ट्रैक्टरों की नई OJA रेंज ऊर्जा का एक पावरहाउस है, यह किसानों की प्रगति को लेकर लक्षित किया गया है। OJA ट्रैक्टर इनोवेशन एवं नई तकनीक से युक्त है, जो महिंद्रा को मजबूत बनाते हैं। हिंदुस्तान हेतु लॉन्च 7 लाइटवेट 4WD ट्रैक्टर, हल्के वजन वाले 4WD OJA ट्रैक्टर (21-40HP) युक्त है। यह ट्रैक्टर वास्तव में विश्व भर में खेती में क्रांति लाने की हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक हैं"

महिंद्रा ट्रेक्टर ने नवंबर महीने में दर्ज की 10% की ग्रोथ

महिंद्रा ट्रेक्टर ने नवंबर महीने में दर्ज की 10% की ग्रोथ

अपना देसी ब्रांड जो की विदेशों में भी अपनी लोकप्रियता के आयाम स्थापित करने के लिए जाना जाता है, उसकी नवंबर महीने की रिपोर्ट आ गई है जिसमें उसने कुल बिक्री में 10% की ग्रोथ दर्ज की है. विशेष रिपोर्ट: महिंद्रा ट्रेक्टर बिज़नेस ने नवंबर महीने की रिपोर्ट तैयार की है जिसमें उसने 10% की ग्रोथ दिखाई है. नवंबर 2022 महीने में महिंद्रा ट्रैक्टर्स ने कुल 30528 यूनिट की बिक्री की है जबकि इसी महीने में 2021 में यानि नवंबर 2021 में 27681 यूनिट बेचीं थी. इस हिसाब से महिंद्रा ट्रैक्टर्स ने अपनी कुल बिक्री में बढ़त दर्ज की है. अगर हम घरेलू बिक्री की बात करें तो उसमे भी महिंद्रा में नवंबर 2021 के मुकाबले 2022 में ज्यादा यूनिट सेल की है. नवंबर 2021 में महिंद्रा ने 26094 यूनिट बेचीं थी वही नवंबर 2022 में महिंद्रा ने 12 % की ग्रोथ के साथ 29180 यूनिट बेचीं है. इस तरह से महिंद्रा ने अपनी ग्रोथ को बरक़रार रखते हुए किसानों के विश्वास को कायम रखा है. अगर हम निर्यात की गई यूनिट की बात करें तो इसमें गिरावट दर्ज की गई है. नवंबर 2021 में महिंद्रा ने 1587 यूनिट का निर्यात किया था जबकि नवंबर 2022 में मात्र 1348 यूनिट निर्यात की गई.
इस राज्य में कृषि उपकरणों पर दिया जा रहा है 50 प्रतिशत तक अनुदान

इस राज्य में कृषि उपकरणों पर दिया जा रहा है 50 प्रतिशत तक अनुदान

आजकल मक्का, गन्ना और गेंहू की कटाई के उपरांत खेत को आगामी फसल हेतु तैयार करने में अत्यंत समय लग जाता है। परंतु, फिलहाल आधे भावों पर यह कृषि मशीनरी खरीदकर एक ही दिन में खेत तैयार किया जा सकता है। फिलहाल के आधुनिक काल में मशीनें एवं तकनीकें तकरीबन हर क्षेत्र का कार्य सुगम और सुविधाजनक बना रही हैं। कृषि क्षेत्र हेतु विभिन्न स्पेशलाइज्ड मशीनें बाजार में उतारी जा रही हैं, जिनसे करीब हर कृषि कार्य को काफी कम समय में पूर्ण किया जा सकता है। रोटावेटर का नाम भी इन मशीनों की सूची में शम्मिलित है, जिनसे बड़े स्तर की खेती किसानी को बेहद सुविधाजनक किया जा सकता है। विशेष बात यह है, कि लाखों की कीमत वाली यह मशीन फिलहाल आधी कीमतों पर किसानों को मुहैय्या करवाई जा रही है। वर्तमान में राजस्थान सरकार द्वारा कृषि कार्यों में उपयोग होने वाली मशीनरी पर अनुदान देने का ऐलान किया है। इसी कड़ी में ट्रेक्टर चलित रोटावेटर पर 50% प्रतिशत अनुदान मतलब कि 50,400 रुपये की सब्सिड़ी दी जाती है।

रोटावेटर पर 50% प्रतिशत का अनुदान दे रही राजस्थान सरकार

राजस्थान सरकार लगातार किसानों के हित में कोई ना कोई कार्य और योजना जारी करती आ रही है। अब रोटावेटर की खरीद पर भिन्न-भिन्न श्रेणी के कृषकों को 40 से 50 प्रतिशत सब्सिडी दी जा रही है। इस योजना के नियमों के अनुसार, एससी-एसटी, लघु, सीमांत एवं महिला किसानों के रोटावेटर की खरीद में 50% सब्सिडी मतलब 42000 रुपए से 50,400 रुपये तक की छूट प्रदान की जाएगी। साथ ही, सामान्य वर्ग के कृषकों को 40 प्रतिशत छूट सहित 34000 रुपए से 40,300 रुपये सब्सिड़ी का प्रावधान है। ये भी देखें: एक घंटे में होगी एक एकड़ गेहूं की कटाई, मशीन पर सरकार की भारी सब्सिडी

इच्छुक किसान यहां करें आवेदन

राजस्थान सरकार द्वारा किसानों की सुविधा हेतु राज किसान साथी पोर्टल तैयार किया है। इस पोर्टल की सहायता से कृषि क्षेत्र के विकास एवं कृषकों हेतु जारी कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी हाँसिल की जा सकती है। यदि किसान चाहें तो विभिन्न सरकारी योजनाओं हेतु किसान प्रत्यक्ष रूप से आवेदन भी कर सकते हैं। अगर आप भी राजस्थान के किसान हैं और रोटावेटर की खरीद पर अनुदान का फायदा उठाना चाहते हैं, तो राजकिसान साथी पोर्टल पर आवेदन कर सकते हैं। ज्यादा जानकारी के लिए किसान अपने ग्राम पंचायत स्तर पर कृषि पर्यवेक्षक, पंचायत समिति स्तर पर सहायक कृषि अधिकारी, उप जिला स्तर पर सहायक निदेशक कृषि (विस्तार) या उद्यान कृषि अधिकारी से भी संपर्क कर सकते हैं।

किस काम में उपयोग की जाती है रोटावेटर मशीन

राजस्थान सरकार द्वारा 20 बीएचपी से ज्यादा 35 बीएचपी क्षमता तक के ट्रेक्टर से चलित रोटावेटर को खरीदने पर सब्सिड़ी की सिफारिश की है। जानकारी के लिए बतादें, कि मक्का, गन्ना, गेहूं, धान की कटाई के उपरांत खेत में बची हुई ठूंठ को मृदा में मिश्रण करने के लिए रोटावेटर मशीन का उपयोग किया जाता है। यह रोटावेटर मशीन हर प्रकार की मृदा एवं क्षेत्र के लिए उपयोगी है। यह एक ही दिन में खेत को बुवाई हेतु तैयार करता ही है। मृदा में नमी की मात्रा को भी कायम रखता है।