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फसल

कैसे की जाती हैं ककोड़ा की खेती? जानिए सम्पूर्ण जानकारी

कैसे की जाती हैं ककोड़ा की खेती? जानिए सम्पूर्ण जानकारी

ककोड़ा, जिसे कई क्षेत्रों में खेख्सा भी कहा जाता है, एक बहुवर्षीय लता वाली कद्दू वर्गीय फसल है, जो भारत के जंगलों, पहाड़ी इलाकों और शुष्क क्षेत्र में स्वाभाविक रूप से उगती है। यह फसल बिना अधिक देखभाल के भी अच्छे परिणाम देती है, जिससे यह अर्ध-पारंपरिक और वाणिज्यिक खेती दोनों के लिए उपयुक्त बनती है। इसके मादा पौधे से निरंतर 8-10 वर्षों तक उपज मिलती रहती है, जिससे एक बार लगाकर लंबे समय तक लाभ प्राप्त किया जा सकता है। इसके फल का उपयोग सब्जी, अचार और औषधीय उत्पादों में किया जाता है।ककोड़ा के औषधीय गुणककोड़ा एक औषधीय पौधा भी...
जिरेनियम की खेती के बारे में सम्पूर्ण जानकारी

जिरेनियम की खेती के बारे में सम्पूर्ण जानकारी

जिरेनियम एक सुगंधित पौधा है, जिससे निकलने वाला तेल इत्र, साबुन और कॉस्मेटिक उद्योगों में अत्यधिक प्रयोग किया जाता है। इसकी खुशबू गुलाब जैसी होती है, और यह अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी काफी लोकप्रिय है। भारत में जिरेनियम तेल की कीमत लगभग ₹20,000 प्रति लीटर तक है, लेकिन घरेलू उत्पादन बेहद कम है—सिर्फ 2 टन। वहीं, देश को 20 टन तेल आयात करना पड़ता है। ऐसे में जिरेनियम की खेती किसानों के लिए एक लाभदायक व्यवसाय बन सकती है।कम निवेश, ज़्यादा मुनाफाजिरेनियम की खेती में लागत कम होती है, क्योंकि इसे बहुत ज़्यादा सिंचाई या रासायनिक खाद की आवश्यकता...
अधिक उपज देने वाली मक्का की उन्नत किस्में

अधिक उपज देने वाली मक्का की उन्नत किस्में

मक्का एक बहुपयोगी फसल है जिसका उपयोग अनाज, पशु चारे और औद्योगिक कच्चे माल के रूप में होता है। मक्का का आटा, मक्के की रोटी और अन्य खाद्य उत्पादों में इसका विशेष महत्व है। इसकी अच्छी पैदावार के लिए उपयुक्त जलवायु और उपजाऊ मिट्टी जरूरी होती है। मक्का गर्म और अधिक वर्षा वाले क्षेत्रों में अच्छी तरह उगता है। साथ ही, सही किस्म का चयन भी बेहतर उत्पादन और मुनाफे के लिए आवश्यक है। आइए जानते हैं कुछ प्रमुख उन्नत किस्मों के बारे में । मक्का की उन्नत किस्में  भारत में मक्का की कई किस्में मौजूद है इन किस्में के फीचर्स निम्नलिखित दिए...