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फसल

स्टीविया की खेती कैसे करें: लाभ, किस्में, जलवायु और मिट्टी की संपूर्ण जानकारी

स्टीविया की खेती कैसे करें: लाभ, किस्में, जलवायु और मिट्टी की संपूर्ण जानकारी

स्टीविया एक उपोष्णकटिबंधीय बहुवर्षीय पौधा है जो अपनी पत्तियों में मीठे स्टिविओल ग्लाइकोसाइड्स का उत्पादन करता है, जिसके कारण इसे 'चीनी तुलसी' या 'मौ तुलसी' भी कहा जाता है।उच्च अक्षांशों पर उगाए गए पौधों में मीठे ग्लाइकोसाइड्स का प्रतिशत अधिक होता है। इस पौधे का उपयोग प्राकृतिक मिठास (खाद्य) के उत्पादन के लिए, क्लोरोफिल, फाइटोस्टेरॉल्स (गैर-खाद्य: चिकित्सा) के स्रोत के रूप में किया जा सकता है।इसके औषधीय उपयोगों में रक्त शर्करा को नियंत्रित करना, उच्च रक्तचाप को रोकना, त्वचा विकारों का उपचार, और दांतों के सड़न को रोकना शामिल हैं।स्टीविया से प्राप्त यौगिक को मधुमेह पीड़ितों के लिए सबसे...
टपिओका फसल की खेती: भूमि की तैयारी, किस्में और उपज की जानकारी

टपिओका फसल की खेती: भूमि की तैयारी, किस्में और उपज की जानकारी

टपिओका एक उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में उगाई जाने वाली सबसे महत्वपूर्ण स्टार्च युक्त जड़ वाली फसल है और इसे मुख्य रूप से दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत में उगाया जाता है।इसे सत्रहवीं शताब्दी में पुर्तगालियों द्वारा लाया गया था और इस फसल ने केरल में निम्न आय वर्ग के लोगों के बीच खाद्य संकट को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।इसकी भूमिगत कंद स्टार्च से भरपूर होती है और मुख्य रूप से पकाने के बाद खाई जाती है। टपिओका से बने प्रसंस्कृत उत्पाद जैसे चिप्स, सागो और वर्मिसेली देश में भी लोकप्रिय हैं।यह आसानी से पचने योग्य होने के कारण मुर्गी और...
सांगरी की खेती: खेजड़ी के फल की खेती, उपयोग और और उत्पादन विधि

सांगरी की खेती: खेजड़ी के फल की खेती, उपयोग और और उत्पादन विधि

सांगरी, जिसे वैज्ञानिक रूप से प्रोसोपिस सिनेरेरिया के नाम से जाना जाता है, एक शुष्क क्षेत्रीय पौधे का फल है, जिसे भारत में "खेजड़ी" या भारतीय रेगिस्तानों का सुनहरा वृक्ष कहा जाता है।सांगरी खेजड़ी पेड़ की फलियों को कहा जाता है, जो मटर परिवार का सदस्य है। खेजड़ी पेड़ के सभी हिस्से, जैसे कि छाल, फूल, और पत्तियां, खाने योग्य होती हैं।इस लेख में आप सांगरी उत्पादन के बारे में विस्तार से जानेंगे।सांगरी की फलियां किस पेड़ पर लगती है?सांगरी की फलियां खेजड़ी के पेड़ पर उगती हैं, जो एक कांटेदार सदाबहार वृक्ष है और लगभग 5 मीटर की...
अकरकरा की खेती: इस औषधीय पौधे से पाएं भरपूर मुनाफा

अकरकरा की खेती: इस औषधीय पौधे से पाएं भरपूर मुनाफा

अकरकरा (स्पिलैंथेस ऐक्मेला), जिसेएक्मेला ओलेरेसियाके नाम से भी जाना जाता है, एक अनोखा और बहुउपयोगी औषधीय पौधा है।इसे दांत दर्द निवारक पौधे के रूप में भी जाना जाता है, और इसके औषधीय गुणों के कारण इसे एक महत्वपूर्ण औषधीय पौधे के रूप में मान्यता प्राप्त है।स्वास्थ्य देखभाल और खाद्य पदार्थों में इसके पारंपरिक उपयोगों के कारण, आजकल इसकी मांग विश्वभर में तेजी से बढ़ रही है।अकरकरा के फूल शुरुआत में गाढ़े लाल रंग के होते हैं; वे धीरे-धीरे फैलते हैं और पीले रंग में बदल जाते हैं, जबकि शीर्ष पर लाल रंग बना रहता है।इसके पत्ते स्वाभाविक रूप से...
खस की खेती से बनाएं अपना फ्यूचर: जानें कैसे कमाएं ₹60,000 प्रति लीटर

खस की खेती से बनाएं अपना फ्यूचर: जानें कैसे कमाएं ₹60,000 प्रति लीटर

किसान भाइयों को अपने खेती से अधिक मुनाफा कमाने के लिए पारंपरिक तौर तरीकों को छोड़कर लाभकारी फसलों की तरफ ध्यान देना जरूरी है। आज हम एक ऐसी ही फसल के बारे में बात करने वाले हैं।दरअसल, हम बात करेंगे विभिन्न कार्यों में उपयोग होने वाली खस की खेती के विषय में। हमारे देश के अंदर गुजरात, मध्यप्रदेश, कर्नाटक, बिहार, महाराष्ट्र, तमिलनाडु जैसे राज्यों में इसकी सर्वाधिक खेती की जा रही है।खस के तेल से महंगे इत्र, सौन्दर्य प्रसाधन की वस्तुएं, दवाएं, गर्मियों में बिछाने के लिए चटाइयां, कूलर की खस, खिडकियों के पर्दें, हस्तशिल्प की वस्तुएं निर्मित की...
कुम्हड़ा की खेती से करें भारी मुनाफा: जानें किस्में, पैदावार और उन्नत खेती टिप्स

कुम्हड़ा की खेती से करें भारी मुनाफा: जानें किस्में, पैदावार और उन्नत खेती टिप्स

किसान भाइयों आज हम आपको कुम्हड़ा की खेती के बारे में जानकारी देंगे। क्योंकि इससे निर्मित होने वाले पेठे की मांग निरंतर बाजार में बनी रहती है।इसको सफेद कद्दू, सर्दियो का खरबूजा या धुंधला खरबूजा भी कहा जाता है। इसका मूल स्थान दक्षिण-पूर्व एशिया है। यह चर्बी, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और रेशे का उच्चतम स्त्रोत है।इसका उपयोग काफी सारी औषधियां बनाने में भी किया जाता है। इसमें केलरी कम होने की वजह से यह शुगर के मरीजों के लिए अत्यंत फायदेमंद है।इसका इस्तेमाल कब्ज, एसिडिटी और आंतड़ी के कीट के उपचार के रूप में भी किया जाता है।प्रसिद्ध किस्में और...