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करी पत्ता की खेती: मसाला और औषधीय गुणों से भरपूर फसल से कमाएं अच्छा मुनाफा

करी पत्ता की खेती: मसाला और औषधीय गुणों से भरपूर फसल से कमाएं अच्छा मुनाफा

करी पत्ते भारत की हर रसोई में इस्तेमाल किया जाने वाला मसाला हैं। इसकी मसाला और औषधीय दोनों फसलों के रूप में खेती की जाती है। इसके पत्ते का इस्तेमाल कई चीजों में किया जाता हैं।इसमें औषधीय गुण होने के कारण बाजार में इसकी मांग बहुत बढ़ रही हैं इसका पाउडर बनाकर भी बेचा जाता हैं। इसका इतना अधिक दाम होने से किसान इसकी खेती करके अच्छा मुनाफा कमा सकता हैं।करी पत्ता के औषधीय गुणकरी पत्ता का इस्तेमाल मसाला ही नहीं बल्कि इसके औषधीय गुणों के लिए भी जाना जाता है। इसके कुछ मुख्य औषधीय गुण निम्नलिखित हैं:करी पत्ता...
लौंग की खेती कैसे करें: जलवायु, मिट्टी, रोपण और तुड़ाई की सम्पूर्ण जानकारी

लौंग की खेती कैसे करें: जलवायु, मिट्टी, रोपण और तुड़ाई की सम्पूर्ण जानकारी

लौंग का इस्तेमाल मसाले के रूप में किया जाता हैं। लौंग एक सुगंधित मसाला होने के कारण रसोई में खाना पकाने, आयुर्वेदिक औषधि और खुशबूदार पदार्थ तैयार करने के लिए इस्तेमाल किया जाता हैं।लौंग को अंग्रेजी में Clove के नाम से जाना जाता हैं और इसका वैज्ञानिक नाम Syzygium aromaticum हैं। भारत में इसकी खेती कई स्थानों पर की जाती हैं।इसकी खेती से किसान अच्छा मुनाफा भी कमाते हैं। आज के इस लेख में हम आपको इसके उत्पादन से संबंधी सम्पूर्ण जानकारी देंगे।लौंग की खेती के लिए उपयुक्त जलवायु और मिट्टी का चुनाव लौंग की खेती के लिए सामान्य जलवायु...
कलौंजी की खेती: उपयुक्त जलवायु, मिट्टी, और उन्नत प्रबंधन तकनीकें

कलौंजी की खेती: उपयुक्त जलवायु, मिट्टी, और उन्नत प्रबंधन तकनीकें

कलौंजी (निगेला सैटिवा एल.) रामुनकुलेसिया परिवार से संबंधित एक वार्षिक जड़ी-बूटी वाला पौधा है।इस महत्वपूर्ण बीज मसाला फसल की उत्पत्ति भूमध्यसागरीय क्षेत्र से पश्चिम एशिया से होते हुए उत्तर भारत तक होती है।कलौंजी की खेती पूरे दक्षिण यूरोप, सीरिया, मिस्र, सऊदी अरब, ईरान, पाकिस्तान में व्यापक रूप से की जाती है।भारत में इसकी व्यावसायिक खेती पंजाब, झारखण्ड, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, तमिलनाडु और बिहार में की जाती हैं।भारत में कलौंजी की खेती ज्यादातर पारंपरिक तरीके से की जाती है। इस लेख में हम आपको कलौंजी की खेती के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे।कलौंजी की खेती के लिए उपयुक्त जलवायु...
पुदीना की खेती कैसे की जाती है: उच्च उपज और कम लागत के लिए पूरी गाइड

पुदीना की खेती कैसे की जाती है: उच्च उपज और कम लागत के लिए पूरी गाइड

पुदीना लेबियाटे (लैमियासी) परिवार में मेंथा जीनस से संबंधित है, जिसमें तुलसी, सेज, रोज़मेरी, मार्जोरम, लैवेंडर, पेनिरॉयल और थाइम जैसे अन्य सामान्य रूप से उगाए जाने वाले आवश्यक तेल देने वाले पौधे शामिल हैं।जीनस मेंथा के भीतर कई व्यावसायिक रूप से उगाई जाने वाली प्रजातियां हैं, जो उनकी प्रमुख रासायनिक सामग्री, सुगंध और अंतिम उपयोग में भिन्न हैं। पुदीना से बनने वाले तेल और व्युत्पन्न सुगंध यौगिकों का दुनिया भर में कारोबार होता है।पुदीना कितने प्रकार का होता है?पुदीना चार प्रकार का होता है, जापानी पुदीना/Menthol Mint (M.arvensis),पेपरमिंट (M.piperita), स्पेअरमिंट (M. spicata), और बरगामोट मिंट (M. citrata) आदि।सभी जड़ी-बूटी...
सौंफ की खेती: जलवायु, मिट्टी, बुवाई, और उन्नत किस्में के साथ उच्च उपज के लिए सम्पूर्ण मार्गदर्शन

सौंफ की खेती: जलवायु, मिट्टी, बुवाई, और उन्नत किस्में के साथ उच्च उपज के लिए सम्पूर्ण मार्गदर्शन

सौंफ (Foeniculum vulgare) एक प्रमुख मसाला फसल है जिसे भारतीय उपमहाद्वीप में व्यापक रूप से उगाया जाता है। इसका उपयोग मुख्य रूप से भोजन में स्वाद बढ़ाने और औषधीय गुणों के लिए किया जाता है। सौंफ के बीजों से तेल भी निकाला जाता है, इसकी खेती मुख्य रूप से गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, आँध्रप्रदेश, पंजाब तथा हरियाणा में की जाती है। इस लेख में हम सौंफ की खेती के बारे में सम्पूर्ण जानकारी देंगे।सौंफ की खेती के लिए जलवायु और मिट्टी की आवश्यकतासौंफ की खेती के लिए समशीतोष्ण जलवायु उपयुक्त होती है। यह ठंडे और शुष्क जलवायु में...
Cardamom Farming: इलायची की खेती कैसे होती है?

Cardamom Farming: इलायची की खेती कैसे होती है?

इलायची, जिसे आम तौर पर मसालों की रानी कहा जाता है, दक्षिण भारत में पश्चिमी घाटों पर बड़े-बड़े बरसाती जंगलों का मूल निवासी है। भारत में इसकी खेती लगभग 1,00,000 हेक्टेयर में होती है। मुख्य रूप से अधिकांश दक्षिणी राज्यों जैसे तमिलनाडु, कर्नाटक और केरल में कुल क्षेत्रफल का 60.31 प्रतिशत और 9% हिस्सा है। भारत का वार्षिक उत्पादन लगभग 40 हजार मीट्रिक टन है, जिसका लगभग 60 प्रतिशत से अधिक विदेशो में निर्यात किया जाता है, जिससे लगभग 40 मिलियन रुपये की विदेशी मुद्रा मिलती है। इलायची भोजन, कन्फेक्शनरी, पेय पदार्थ और शराब जैसी कई तैयारियों को स्वादिष्ट बनाती है। आज...
जानें दुनिया की सबसे ज्यादा तीखी मिर्चों के बारे में जिनको सारी दुनिया जानती है

जानें दुनिया की सबसे ज्यादा तीखी मिर्चों के बारे में जिनको सारी दुनिया जानती है

आज हम आपको दुनिया की सबसे तीखी चार मिर्चों के बारे में बताने जा रहा हैं, जिन्हें खा पाना बेहद मुश्किल है। इन मिर्चों ने अपना नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज कराया है। बहुत सारे लोग तीखा खाना काफी ज्यादा पसंद करते हैं। परंतु, आज हम आपको विश्व की सबसे तीखी मिर्च के संबंध में जानकारी देने जा रहे हैं। इसका सेवन करने से अच्छे-अच्छे व्यक्ति की हालत खराब हो जाती है। चलिए जानते हैं, विश्व की चार सबसे तीखी मिर्चों के विषय में। ड्रेगन्स ब्रेथ मिर्च के विषय में जानें ड्रेगन्स ब्रेथ मिर्च खाने...