लौंग का इस्तेमाल व्यंजन को स्वादिष्ट बनाने के साथ साथ बहुत सी आयुर्वेदिक दवाइयों में भी किया जाता है। लौंग का सेवन बहुत से रोगों में राहत पाने के लिए किया जाता है। लेकिन लौंग का सेवन करने से जितने फायदे है , उतने नुक्सान भी है। लौंग का ज्यादा मात्रा में सेवन करना स्वास्थ के लिए हानिकारक भी सिद्ध हो सकता है।
लौंग के ज्यादा सेवन से शरीर में ग्लूकोज़ की मात्रा कम होती है। जिन लोगो का ग्लूकोज़ स्तर पहले से ही कम है , उन्हें लौंग का सेवन नहीं करना चाहिए। शरीर में ग्लूकोज़ के कम होने से, चक्कर आना, सिर में दर्द होना, कांपना , चिड़चिड़ापन होना साथ ही दिल की धड़कन का बढ़ना आदि जैसी बीमारियाँ भी हो सकती है। यह सब लौंग के ज्यादा सेवन करने से होने वाले नुकसान है। अगर इन बीमारियों पर जल्द ही ध्यान ना दिया जाये तो , इससे व्यक्ति कोमा में भी जा सकता है, या फिर दौरे पड़ने की संभावनाएं भी बढ़ सकती है।
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लौंग के अंदर खून को पतला करने वाले गुण पाए जाते है, चोट आदि लगने पर ब्लीडिंग ज्यादा होने लगती है। लौंग के ज्यादा सेवन करने से खून पतला होता है. हीमोफीलिया से ग्रस्त रोगियों को लौंग का सेवन नहीं करना चाहिए। हीमोफीलिया यानी जिनको ब्लीडिंग डिसऑर्डर है, उन्हें लौंग का बहुत ही कम मात्रा में उपयोग करना चाहिए ,वो भी डॉक्टर के परामर्श अनुसार। लौंग के ज्यादा सेवन करने से खून में मौजूद प्लेटलेट कम हो जाती है ,जिसकी वजह से खून पतला हो जाता है।
लौंग के अंदर तीखी खुशबू और झार पायी जाती है। लौंग के लगातार उपयोग करने से आँखों में अलेर्जी की समस्या भी उत्पन्न हो सकती है। लौंग का उपयोग आँखों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। लौंग के ज्यादा उपयोग करने से आँखों में जलन की समस्या भी उत्पन्न हो सकती है। यदि आपको ये महसूस होता है की आँखों में जलन या बार बार आँखों से पानी निकलने की परेशानी हो रही है , तो उसी वक्त लौंग का सेवन करना छोड़ दे।
लौंग का तासीर बहुत गर्म होता है इसीलिए इसके ज्यादा उपयोग से पेट में परेशानी हो सकती है। लौंग के ज्यादा उपयोग से लीवर और किडनी से जुडी समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती है। इससे पेट में दर्द होना , ऐठन और अन्य बीमारियाँ भी हो सकती है। लौंग का अनियमित रूप सेवन करना आँतो पर भी गहरा असर डालता है, इससे आँतो पर सूजन आना और खाना न पचने की समस्या भी हो सकती है।
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इस अवस्था के दौरान लौंग का इस्तेमाल करना नुक्सानदायक साबित हो सकता है। लौंग की तासीर बहुत ही गर्म रहती है। इसीलिए प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओ को लौंग के उपयोग के लिए मना किया जाता है। गर्भवती महिलाओ द्वारा लौंग का उपयोग खाने में डालकर किया जा सकता है, लेकिन दवाई के रूप में सीधे लौंग का इस्तेमाल न करें इससे मिसकैरेज की संभावनाएं बढ़ जाती है।
बहुत से लोगो की त्वचा सेंसिटिव होने के कारण ,उन्हें लौंग के उपयोग से एलर्जीक रिएक्शन या खुजली की समस्या भी उत्पन्न हो सकती है। इसीलिए ऐसी त्वचा वाले लोगों को लौंग का बहुत ही कम मात्रा में इस्तेमाल करना चाहिए। ज्यादा मात्रा में लौंग का उपयोग करना सेहत के लिए हानिकारक सिद्ध हो सकता है। लौंग के अंदर बहुत से ऐसे कम्पाउंड पाए जाते है ,जिनकी वजह से एलर्जीक रिएक्शन का सामना करना पड सकता है।
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लौंग का सेवन दवाओं के साथ करने से रिएक्शन हो सकते है। इसीलिए जो व्यक्ति पहले से किसी प्रकार की दवाइयों का सेवन कर रहे है तो उन्हें लौंग का सेवन डॉक्टर से परामर्श लेकर करना चाहिए। लौंग और दवाओं का एक साथ सेवन करना सेहत के लिए हानिकारक सिद्ध हो सकता है। लौंग दवाओं के इफेक्टिवनेस को कम कर सकता है , या फिर आपको भी किसी प्रकार की समस्या का सामना करना पड सकता है।
लौंग का सेवन कब और कैसे करना है ,ये परिस्तिथिओ पर निर्भर करता है। लौंग के उपयोग से मिलने वाले बहुत से लाभ और फायदे है। लेकिन लौंग का तासीर गर्म होता है , इसके ज्यादा उपयोग से स्वास्थ भी खराब हो सकता है। लौंग को वैसे उलटी , कब्ज और गैस जैसी समस्याओं के लिए अधिक फायदेमंद माना गया है , लेकिन इसके ज्यादा उपयोग से परेशानियां भी हो सकती है। जो रोगी पहले से किसी बीमारी की दवा ले रहे है , उन्हें स्वास्थ सलाहकारों से परामार्श लेकर लौंग का सेवन करना चाहिए।