Published on: 16-Sep-2023
आज हम आपको परवल उत्पादक किसान मायानंद विश्वास के बारे में बताऐंगे। मायानंद विश्वास का कहना है, कि एक एकड़ जमीन पर खेती करने पर लगभग एक लाख रुपये की लागत आती है। परंतु, एक महीने में 20 क्विंटल तक वह परवल की पैदावार करते हैं। साथ ही, बाजार में 2000-4000 रुपये प्रति क्विंटल परवल बिक जाता है। इस प्रकार वह एक माह में परवल की बिक्री से करीब 80 हजार रुपये की आमदनी कर रहे हैं।
परवल की सब्जी का सेवन करना ज्यादातर लोग पसंद करते हैं। यह बाजार में सालों भर सुगमता से मिल जाता है। परंतु, गर्मी के मौसम में इसकी सबसे ज्यादा खेती की जाती है। परवल एक ऐसी फसल है, जिसकी खेती में खर्चे की तुलना में बहुत गुना ज्यादा मुनाफा है। इसकी सबसे बड़ी विशेषता यह है, कि एक बार खेती करने पर आप इससे 9 माह तक पैदावार हांसिल कर सकते हैं। यही कारण है कि बिहार में किसान बड़े पैमाने पर परवल की खेती कर रहे हैं। इसकी खेती से बहुत सारे किसानों की आमदनी बढ़ गई है।
मायानंद विश्वास परवल की खेती से कुछ ही समय में मालामाल हो गए
मायानंद विश्वास एक ऐसे किसान हैं, जो परवल की खेती से कुछ ही दिनों में मालामाल हो गए हैं। वे पूर्णिया जनपद स्थित कस्बा प्रखंड के बनेली सिंधिया के रहने वाले हैं। वह अपने गांव में 8 तरह के परवल की खेती कर रहे हैं। वह साल 2013 से परवल की खेती कर कर रहे हैं। उनका कहना है, कि परवल की एक बार खेती करने पर आप इससे 9 महीने तक सब्जी तोड़ सकते हैं। बतादें, कि इसकी खेती में लाखों रुपये का मुनाफा है।
ये भी पढ़ें: परवल की खेती करके किसान हुआ मालामाल, अब हुआ राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए हुआ चयन
मायानंद ने कृषि विघालय से जानकारी लेकर परवल की खेती शुरू कर दी
किसान मायानंद विश्वास की मानें तो इंसान की भांति सब्जियों में भी मेल- फीमेल जाति होती है। यही कारण है, कि वे विगत 10 साल से मेल-फीमेल दोनों कंपोजिशन मिलाकर
परवल की खेती कर रहे हैं। विशेष बात यह है, कि उन्होंने परवल की खेती शुरूआत करने से पहले भागलपुर के सबौर कृषि विद्यालय से इसके विषय में संपूर्ण जानकारी ली थी। इसके उपरांत गांव आकर परवल की खेती चालू कर दी।
किसान मायानंद विश्वास लाखों रुपये की कमाई करते हैं
वर्तमान में उन्होंने लगभग एक एकड़ में परवल की खेती कर रखी है। इसमें परवल की 8 किस्म है। किसान मायानंद विश्वास की मानें तो वह 9 माह में परवल की खेती से 8 लाख रुपये का मुनाफा अर्जित कर लेते हैं। उनका कहना है, कि बहुत सारे किसान परवल की खेती नहीं करना चाहते हैं, क्योंकि उन्हें संपूर्ण जानकारी नहीं होती है। बहुत सारे किसानों को इसकी खेती से घाटा भी उठाना पड़ जाता है। इसलिए किसानों को अपने खेत में मेल और फीमेल परवल के दोनों पौधे रोपने होंगे। उनका कहना है, कि परवल के खेत में रिक्त पड़े स्थानों पर वे दूसरी फसल भी लगाते हैं। उनका यह कहना है, कि वह सालभर में खर्चा काटकर 8 लाख रुपये का मुनाफा अर्जित कर लेते हैं। वर्तमान में किसान मायानंद विश्वास के खेत में राजेंद्र 2, स्वर्ण अलौकित, राजेंद्र 1, स्वर्ण रेखा, डंडारी, बंगाल ज्योति एवं दूदयारी प्रजाति का परवल लगा हुआ है।