Published on: 28-Mar-2025
Updated on: 28-Mar-2025
अप्रैल माह किसानों के लिए कृषि गतिविधियों से परिपूर्ण होता है। इस समय रबी फसलों की कटाई और गहाई का कार्य प्रमुख रूप से किया जाता है।
इसके साथ ही विभिन्न ग्रीष्मकालीन फसलों और सब्जियों की बुवाई एवं देखभाल भी इस माह में की जाती है। आइए, जानते हैं इस माह में किए जाने वाले प्रमुख कृषि कार्यों के बारे में।
रबी फसलों की कटाई एवं गहाई
- इस माह में गेहूँ, जौ, चना, मटर, मसूर जैसी रबी फसलों की कटाई की जाती है। फसलों की समय पर कटाई से उत्पादन की गुणवत्ता बनी रहती है और नुकसान की संभावना कम हो जाती है।
- देर से कटाई करने पर चिड़ियों, चूहों तथा प्रतिकूल मौसम के कारण फसल की क्षति हो सकती है।
- गेहूँ की कटाई दरांती, कंबाइन हार्वेस्टर या अन्य मशीनों से की जाती है। कंबाइन हार्वेस्टर के प्रयोग से कटाई और गहाई एक साथ की जा सकती है, जिससे समय की बचत होती है।
- दलहनी फसलों को कटाई के बाद 4-5 दिनों तक धूप में सुखाना आवश्यक होता है ताकि नमी की मात्रा कम हो और भंडारण में कोई समस्या न हो।
- कटाई के बाद फसलों को सुरक्षित स्थानों पर रखना चाहिए ताकि आग या अन्य प्राकृतिक आपदाओं से उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
हरी खाद के लिए फसलों की बुवाई
- मृदा की उर्वरता बढ़ाने के लिए हरी खाद अत्यंत लाभकारी होती है।
- हरी खाद के लिए अप्रैल में ढैंचा और सनई जैसी फसलों की बुवाई की जाती है। इनकी बीज दर क्रमशः 50-60 किग्रा/हेक्टेयर और 60-70 किग्रा/हेक्टेयर रखी जाती है।
- हरी खाद से मिट्टी की जैविक गुणवत्ता में सुधार होता है और पोषक तत्वों की उपलब्धता बढ़ती है।
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सब्जियों की बुवाई एवं देखभाल
- आलू, चना और सरसों की कटाई के बाद खाली खेतों में करेला, टिंडा, लौकी, खीरा और तुरई जैसी लता वाली सब्जियों की बुवाई की जाती है।
- मूली की उन्नत किस्में, जैसे पूसा चैकटी या आर.एच. इल्लू.डी. की बुवाई की जा सकती है।
- टमाटर की फसल में फल छेदक कीट से नुकसान की संभावना होती है। प्रभावित फलों को नष्ट कर रासायनिक नियंत्रण के लिए मेलाथियान का छिड़काव करें।
- प्याज और लहसुन की खुदाई इस महीने की जाती है। खुदाई के 10-15 दिन पहले सिंचाई बंद कर देनी चाहिए।
उद्यानिकी एवं बागवानी कार्य
- आम और नीबूवर्गीय फलों की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए एन.ए.ए. (15 पी.पी.एम.) और यूरिया (2%) का छिड़काव किया जाना चाहिए।
- कटहल में गलन रोग की संभावना रहती है, जिससे बचाव हेतु जिंक कार्बोनेट के 0.20-0.25% घोल का छिड़काव करें।
- नींबू के फलों के गिरने से बचाने के लिए 2,4 डी (10 पी.पी.एम.) का घोल उपयोगी होता है।
- बेल वाली फसलों की तुड़ाई करके उन्हें बाजार में भेजा जा सकता है।
फूलों की देखभाल
- गर्मियों के फूल जैसे ज़िनिया, पोर्चुलाका और कोचिया की निराई-गुड़ाई और सिंचाई करते रहें।
- ग्लैडियोलस के कंदों की खुदाई के बाद उन्हें छाया में सुखाकर भंडारण करें।
- गुलाब और रजनीगंधा के पौधों की देखभाल के लिए नियमित रूप से सिंचाई और छंटाई करें।
यह माह कृषि कार्यों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। उचित देखभाल और समय पर किए गए कार्यों से बेहतर उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है।