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सिंचाई की नहीं होगी समस्या, सरकार की इस पहल से किसानों की मुश्किल होगी आसान

Published on: 02-Mar-2023

खेती किसानी के साथ साथ अच्छी पैदावार के लिए अच्छी और ज्यादा सिंचाई की जरूरत होती है. सिंचाई के आभाव में फसलें समय से पहले डीएम तोड़ने लगती हैं, और किसान के सामने मुश्किलें खड़ी हो जाती हैं. 

लेकिन अब किसानों को सिंचाई से जुड़ी कोई समस्या नहीं होगी. क्योंकि हरियाणा की सरकार अपनी खास योजना के तहत नई पहल की शुरुआत की है. 

किसानों की इसी समस्या का हल निकालने के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने वर्चुअली तरीके से जल संरक्षण से जुड़ी योजनाओं से जुड़े लाभार्थियों से संवाद किया. 

जिसनें उन्होंने सिंचाई से जुड़ी किसानों की बड़ी समस्या का समाधान निकाल दिया. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रति बूंद अधिक फसल योजना की शुरुआत की है. 

जिसके तर्ज पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि, खेती में पानी को प्रभावी तरीके से इस्तेमाल करने के लिए इस इस योजना को शुरू किया गया है. 

ताकि सूक्ष्म सिंचाई से राज्य में फलों के साथ साथ सब्जियों के उत्पादन में लगभग 52 फीसद की बढ़ोतरी हुई है. इसके अलावा उन्होंने एक बयान को जारी करते हुए कहा कि, जल को संरक्षण करने और उसका किफायती तरीके से इस्तेमाल के लिए सूक्ष्म सिंचाई और कमान क्षेत्र विकास प्राधिकरण पहले से ही कई योजनाएं चला रहा है. 

मुख्यमंत्री ने कहा कि, देश के प्रधानमंत्री ने हर बूंद अधिक फसल की योजना शुरू की है. जिसके तहत सूक्ष्म सिंचाई यानि की ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई प्रणाली के जरिये खेत स्तर पर पानी की जरूरत को बढ़ाने पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है. वहीं उन्नत और अच्छी खेती के लिए सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली काफी उपयोगी है. 

इसकी मदद से पानी के एक स्त्रोत से सिंचित क्षत्रों में ज्यादा बढ़ोतरी हो रही है. उन्होंने यह भी कहा कि, खेती के लिए सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली बेहद कीमती है. इसके जरिये समान जल स्रोत से ज्यादा से ज्यादा रकबे की सिंचाई करना संभव है.

इसके साथ ही सरकार व्यक्तिगत तौर पर इसके लिए आवेदन करने वाले लोगों को लगभग 70 फीसद तक और किसान समूहों के सदस्यों को लगभग 85 फीसद तक जलाशय बनाने के लिए भी मदद कर रही है. 

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सीएम मनोहर लाल खट्टर के मुताबिक 19 हजार 517 लाभार्थियों को करीब 179.39 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद दी गयी है. जिसमें से 58 हजार एकड़ जमीन पर ड्रिप, लमिनी स्प्रिंकलर और स्प्रिंकलर माइक्रो इरिगेशन सिस्टम के लिए दी गय है. 

इसके आलवा उन्होंने यह भी बताया कि, 54.90 करोड़ रूपये की राशि करीब 2 हकार 18 लाभार्थियों को और करीब 64 करोड़ की राशि दो हजार 584 लाभार्थियों को जल संचय करने के लिए दी गयी है. 

सीएम ने कहा कि, किसब जल संरक्षण कि योजनाओं का ज्यादा से ज्यादा फायदा उठाएं. बता दें की सीएम मनोहर लाल खट्टर ने मिकाडा से जुड़े लाभार्थियों से सम्वाद किया. 

इसके अलावा उन्होंने कई लाभार्थियों से योजनाओं का फीडबैक भी लिया. जहां कई लाभार्थियों ने सरकार की इस योजना की जमकर तारीफ़ की. तो वहीं उन्होंने जल संरक्षण के लिए सरकार की कोशिशों को भी सराहा.

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