Published on: 25-Nov-2022
बीते दिनों सितंबर व अक्टूबर माह में प्रचंड बरसात की वजह से मक्का, सोयाबीन एवं कपास जैसी विभिन्न प्रकार की फसलों को बेहद हानि का सामना करना पड़ा था। महाराष्ट्र राज्य के कृषकों के लिए खुशखबरी है, जिन किसानों की बरसात के कारण फसल चौपट हो चुकी थी। उन्हें किसी भी प्रकार का विघुत व्यय नहीं झेलना होगा। प्रदेश सरकार द्वारा लिया गया यह निर्णय किसानों की प्रसन्नता की वजह बना हुआ है, इस फैसले की वजह से लाखों की संख्या में किसानों को लाभ मिलेगा।
बतादें कि, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा स्वयं इसकी पुष्टी करते हुए कहा गया है, कि राज्य बिजली विभाग को निर्देशित किया गया है, कि बिजली बिल भरने हेतु कृषकों पर कोई दबाव न डाला जाये। जिन किसानों की बीते समय में अतिवृष्टि व बाढ़ के कारण फसल खराब हो गयी है और वह आर्थिक रूप से असमर्थ हैं। तो वह इच्छानुसार, बिल भरना चाहें तो भरें अन्यथा ना भरें। देवेंद्र फडणवीस ने राज्य बिजली वितरण कंपनी (MSEDCL) के अधिकारियों को आदेश देते हुए कहा है, कि विशेष रूप से ऐसे किसानों को विघुत बिल जमा करने को न कहा जाये, जिनकी बीते दिनों हुई बारिश से फसल बर्बाद हो गयी है।
इस सीजन का बिल नहीं लिया जायेगा
दरअसल, सितंबर व अक्टूबर माह में अत्यंत जलधारा की वजह से कपास,
सोयाबीन एवं मक्का सहित विभिन्न प्रकार की फसलों में भारी हानि हुई थी। इससे किसानों की आर्थिक स्थिति खराब हो गयी है। अधिकांश किसान तो फसल चौपट होने के कारण से कर्ज के शिकार भी हो गए। ऐसे में सरकार का यह निर्णय किसानों के लिए किसी उपहार की ही तरह है। हालांकि, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का यह भी कहना है, कि जो किसान बिजली बिल भरने लायक हैं, उन्हें बिल भरना होगा। वहीं, अधिकारियों को यह भी निर्देशन दिया गया है, कि कृषकों से केवल चालू सीजन का विघुत बिल जमा कराना होगा।
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किसका कनेक्शन नहीं काटा जाएगा
बता दें, कि महाराष्ट्र राज्य के बहुत सारे ऐसे किसान हैं, जिन्होंने बहुत वक्त से विघुत बिल का भुगतान ही नहीं किया। परंतु अब उन्हें भयभीत होने की कोई आवश्यकता नहीं है। ऐसे किसानों के विघुत के कनेक्शन नहीं काटे जाएंगे। प्रदेश सरकार का कहना है, कि यदि ऐसे किसान सिर्फ इसी सीजन के विघुत बिल का भुगतान कर देंगे तो उनका कनेक्शन कटने से बच जाएगा।