बिहार राज्य के गोपालगंज जनपद के बैरिया गांव में एक विशाल दुग्ध उत्पादन संयंत्र का शिलान्यास किया गया।
इस परियोजना का मकसद पशुपालकों और किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत करना और रोजगार के नवीन अवसर प्रदान करना है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस बहुप्रतीक्षित परियोजना की नींव रखी, जिसका मकसद स्थानीय दुग्ध उपज को प्रोत्साहन देना है।
गोपालगंज जनपद के कटेया प्रखंड के बैरिया ग्राम में बनने वाले इस संयंत्र की क्षमता हर रोज 1 लाख लीटर दूध प्रोसेस करने की होगी।
इस परियोजना पर कुल 53.64 करोड़ रुपये का खर्च आएगा और इसका निर्माण 10.81 एकड़ भूमि पर किया जाएगा।
संयंत्र में विधायन संयंत्र, प्रशासनिक भवन, सर्विस ब्लॉक और अन्य बुनियादी ढांचे का निर्माण शामिल है।
साथ ही, इस संयंत्र से गोपालगंज के अतिरिक्त सीवान और पश्चिमी चंपारण जनपदों के तकरीबन 50,000 किसानों को फायदा पहुंचेगा।
संयंत्र स्थानीय स्तर पर दूध की प्रोसेसिंग सुनिश्चित करेगा, जिससे किसानों को बेहतरीन मूल्य मिल पाएगा और दुग्ध उत्पादन में नवीन संभावनाएं खुलेंगी।
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बिहार में दुग्ध उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए सात निश्चय-2 के अंतर्गत 7,000 नई दुग्ध समितियों के गठन का लक्ष्य तय किया गया है।
गोपालगंज में बनने वाला यह संयंत्र इन समितियों द्वारा इकठ्ठा किए गए दूध को प्रोसेस करेगा। दुग्ध उत्पादकों को प्रोत्साहन देने के लिए सरकार द्वारा दुधारू पशुओं की खरीद पर अनुदान भी प्रदान किया जा रहा है।
शिलान्यास कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को संयंत्र का निर्माण कार्य समय सीमा के अंदर संपन्न करने का निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि इस संयंत्र से न केवल दूध उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।
साथ ही, उन्होंने जल-जीवन-हरियाली अभियान के महत्व पर बल देते हुए पर्यावरण संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता दोहराई।
शिलान्यास के पश्चात मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉलों का निरीक्षण किया है। इस दौरान उन्होंने दिव्यांग सशक्तीकरण छात्र योजना के अंतर्गत बैट्री चालित ट्राइसाइकिल की चाबियां लाभुकों को सौंपी हैं।
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बतादें, कि इस अवसर पर पशु और मत्स्य संसाधन मंत्री रेणु देवी, जल संसाधन एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, शिक्षा मंत्री सुनील कुमार, गन्ना उद्योग मंत्री कृष्णनंदन पासवान, सांसद डॉ. आलोक कुमार सुमन और अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।