मेरी खेती की टीम ने फरवरी माह में एक सामूहिक किसान पंचायत का आयोजन किया। इस पंचायत का उद्देश्य किसानों के बीच जागरूकता बढ़ाना, उनकी समस्याओं का समाधान करना और सामूहिक विकास की दिशा में कदम बढ़ाना था।
इस पंचायत का आयोजन मथुरा जिले के सोंख गांव में किया गया। इस कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य था कि कृषि वैज्ञानिक किसानों को कृषि की नई नई तकनीकों के बारे में जानकारी दे सकेऔर एक-दूसरे के साथ अपने अनुभव और ज्ञान को साझा कर सकें।
इस किसान पंचायत में पूसा संस्थान के जाने माने वैज्ञानिक डॉ सी.बी. सिंह प्रिंसिपल साइंटिस्ट (RETD) IARI, डॉ जे, पी, एस डबास वरिष्ठ वैज्ञानिक IARI और चौधरी विजय रावत कृषि विशेषज्ञ ने कई विषयो पर किसानों को निम्नलिखित विषयों पर जानकारी दी -
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मौसम और प्राकृतिक आपदाएं: वैज्ञानिकों ने किसानों द्वारा मौसम और प्राकृतिक आपदाओं का सामना करने के लिए कैसे तैयारी की जा सकती है, इस पर चर्चा की।
उचित मूल्य निर्धारण: किसानों ने अपनी उपज को बेहतर मूल्य में बेचने के लिए कौन-कौन सी रणनीतियों का अनुसरण करना चाहिए, इस पर गहन चर्चा की गई।
नई तकनीकों का सही तरीके से उपयोग: किसानों द्वारा तकनीकों के प्रभावी उपयोग के लिए कौन-कौन सी पहल करनी चाहिए, इस पर भी चर्चा की।
इस पंचयात में किसानों ने अपनी समस्याओं को साझा करने का मौका पाया। मुख्यतः, मौसम एवं प्राकृतिक आपदाओं, उचित मूल्य निर्धारण की कमी, और नई तकनीकों के प्रभावी उपयोग की चुनौतियों पर चर्चा हुई। इन समस्याओं का समाधान निकालने के लिए समृद्धि से भरी पंचयात आयोजित की गई। फरवरी की किसान पंचयात ने हमें एक सशक्त और समृद्धि युक्त गाँव की दिशा में कार्य करने का मौका प्रदान किया।