Published on: 25-Apr-2023
आजकल बढ़ते तापमान और गर्मी का प्रभाव बाजार में मंडियों में देखने को मिल रहा है। बतादें, कि सब्जियां 30 प्रतिशत तक महंगी हो चुकी हैं। जनता पूर्व में जहां कम खर्चे में अपने सब्जी के झोले को पूरा भर लाती थी। फिलहाल, कीमतों को देखते हुए आधा-पाव किलो ही सब्जी खरीदने पर सिमट गई है।
भारत में तापमान में उछाल आने की वजह से गर्मी भी काफी बढ़ती जा रही है। अगर हम गर्मी की बात करें तो पारा 40 डिग्री सेल्सियस के समीप पहुंच चुका है। आगामी दिनों में गर्मी के और ज्यादा बढ़ने की संभावना है। दरअसल, इस गर्मी का प्रकोप सब्जियों की कीमतों पर भी देखने को मिल रहा है। इसी कड़ी में उत्तर की मंडी परिषद से जुड़े पदाधिकारियों ने बताया है, कि प्रति वर्ष गर्मी का प्रभाव सब्जियों की कीमतों पर पड़ता दिखाई दे रहा है। इस बार भी कुछ ऐसी स्थितियां होती जा रही हैं। गर्मी ज्यादा पड़ने पर आगामी दिनों में सब्जी काफी अधिक महंगी हो सकती है।
आखिर कितने प्रतिशत सब्जी की कीमत बढ़ी है
आजकल गर्मी ने अपना प्रभाव दिखाना चालू कर दिया है। जनता गर्मी से राहत पाने के लिए एसी, पंखा और कूलर आदि का सहारा ली रही है। साथ ही, बाजार में भी गर्मी का प्रभाव देखने को मिल रहा है। मीडिया खबरों के अनुसार, कोलकाता और उसके समीपवर्ती जनपदों में गर्मी की वजह से सब्जियां महंगी हो रही हैं। इसके चलते उत्तर प्रदेश में बुलंदशहर फल व सब्जी आढ़ती संघ के अध्यक्ष खुशी राम लोधी ने कहा है, कि कीमतों में 20 से 30 प्रतिशत तक वृद्धि दर्ज की गई है। अगर गर्मी और ज्यादा बढ़ती है तो निश्चित रूप से कीमत और ज्यादा बढ़ जाएंगी। कीमतों को नियंत्रण में लाने के लिए वर्षा होनी काफी आवश्यक है।
सब्जी के उत्पादन में कमी से कीमतों में इजाफा
सब्जी की कीमतों में वृद्धि की प्रमुख वजह सब्जियों की कम होना बताया जा रहा है। कृषि बाजार के विशेषज्ञों ने बताया है, कि गर्मी की वजह से सब्जी उत्पादकता में गिरावट आई है। जिस वजह से बाजार की मंडियों में काफी कम सब्जी पहुंच रही है। मीडिया खबरों के मुताबिक, पश्चिम बंगाल में परगना जनपद में बनगांव के समीप गोपालनगर में बाजार विगत वर्ष इस अवधि में प्रति दिन औसतन 100-125 ट्रक परवल आ रही थी। परंतु, फिलहाल केवल 45 ट्रक आ रहे हैं। छोटे बाजारों की भी स्थिति बिगड़ गई है।
करेला, लौकी, तोरई, कद्दू की भी कीमतों में इजाफा
बाजार में समस्त सब्जियों की कीमत में काफी वृद्धि देखने को मिल रही है। रिटेल बाजार में वही सब्जी जो 20 से 50 रुपये प्रति किलो बिका करती थी। फिलहाल, वह 50 से 100 रुपये प्रति किलो तक पहुँच गई है।
करेला 80 से 90 रुपये प्रति किलो, बैंग 60 से 70 रुपये प्रति किलो, कच्चा 50 से 60 रुपये प्रति किलो,
कददू 40 से 50 रुपये किलो, लोकी 40 से 50 रुपये प्रति किलो, तोरई 60 से 70 रुपये प्रति किलो, परवल 80 से 90 रुपये प्रति किलोग्राम तक विक्रय किया जा रहा है।