Published on: 17-Mar-2023
आपको बतादें कि गाजीपुर सब्जी मंडी के चेयरमैन सत्यदेव प्रसाद का कहना है, कि सब्जियों के भाव में बीते 15 दिनों से निरंतर वृद्धि देखने को मिल रही है।
आकस्मिक जलवायु परिवर्तन एवं तापमान में वृद्धि होने से केंद्र सरकार सतर्क हो गई है। केंद्र सरकार द्वारा गर्मी से फसलों की पैदावार पर पड़ने वाले प्रभाव से बचने के लिए समस्त राज्य सरकारों को तैयारी करने को कहा है। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अनुसार, गर्मी की सर्वाधिक मार हरी सब्जियों पर देखने को मिल रही है। यदि इसी प्रकार से तापमान में वृद्धि होती रही तो गेहूं के साथ- साथ हरी सब्जियों की भी पैदावार गिर सकती है। इसकी वजह से महंगाई में एक बार पुनः वृद्धि हो जाएगी एवं खाने- पीने की चीजें भी महंगी हो जाएंगी।
ये भी पढ़ें: नींबू की खेती की सम्पूर्ण जानकारी
खाद्य और आपूर्ति विभाग के अधिकारियों के अनुसार, मौस्मिक परिवर्तन का प्रभाव फल के साथ- साथ टमाटर एवं गोभी समेत बहुत सी हरी सब्जियों पर हो सकता है। ऐसे में आशंका जताई जा रही है, कि नींबू का भाव बीते साल की भांति इस बार भी 400 रुपये किलो तक पहुंच सकता है। साथ ही, विभाग के अधिकारियों का यह भी मानना है, कि आने वाले दिनों में फल एवं सब्जियों की पैदावार में 30 प्रतिशत तक की कमी देखने को मिल सकती है।
जानें नीबू की कितनी कीमत हो गई है
साथ ही, गाजीपुर सब्जी मंडी के चेयरमैन सत्यदेव प्रसाद ने भी बताया है, कि सब्जियों के भाव में बीते 15 दिनों से निरंतर वृद्धि देखने को मिल रही है। नींबू का भाव थोक में जो पहले केवल 30 रुपये किलो थी। वह फिलहाल 60 से 80 रुपये किलो पर पहुँच गई है। इसी प्रकार खुदरा में अब 250 ग्राम नींबू का भाव 25 से 30 रुपये हो गया है। सत्यदेव प्रसाद का कहना है, कि बीते वर्ष नींबू की कीमत खुदरा बाजार में 400 प्रति किलो हो गया था। अगर गर्मी में इज़ाफा इसी प्रकार से चलता रहा तो इस बार भी नींबू 400 रुपये किलो के पार पहुंच सकता है। साथ ही, अन्य सब्जियों के भाव में भी वृद्धि होगी। वर्तमान में खुदरा बाजार में टमाटर 20 से 30 रुपये किलो के भाव से बेचा जा रहा है। इसी प्रकार एक किलो गोभी का मूल्य 40 रुपये हो गया है। वहीं, होली से पूर्व एक किलो गोभी का भाव 20 रुपये था।
प्याज की हुई बेहतरीन पैदावार
जानकारी के लिए बतादें कि देश में इस बार आलू एवं प्याज का बेहतरीन उत्पादन हुआ है। इसकी वजह से इनके भावों में कमी देखने को मिली है एवं किसान खर्चा भी नहीं हांसिल कर पा रहे हैं। साथ ही, कृषि मंत्रालय के अधिकारियों की टीम दूसरे मंत्रालयों के विभागों के साथ समन्वय बनाए हुए हैं। इसके लिए समयानुसार प्रदेश सरकार को एडवाइजरी जारी की जा रही है, जिससे कि तापमान वृद्धि से राहत दी जा सके।
ये भी पढ़ें: ICAR ने विकसित की नींबू की नई किस्म, तीसरे ही साल लग जाते हैं फल
खाद्य पदार्थों की पैदावार प्रभावित होगी
बतादें कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के साथ- साथ पूरे देश में गर्मी तीव्रता से बढ़ती जा रही है। दिल्ली में विगत दिनों पारा 34 डिग्री पर पहुंच गया था। साथ ही, मुंबई में तापमान 39 डिग्री के पार पहुंच गया है। विशेष बात यह है, कि मुंबई शहर में तापमान सामान्य से 6 डिग्री अधिक है। अब ऐसी स्थिति में आशंका जताई जा रही है, कि आगामी दिनों में गर्मी और तीव्रता से बढ़ेगी, जिससे खाद्य पदार्थों की पैदावार पर प्रभाव पड़ेगा।