आजकल हम भले ही किसी ठेले से सब्जियां खरीद रहे हों या फिर किसी वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन सब्जियों की डिलीवरी करवाना चाहते हैं।
दोनों ही जगह हमें दो तरह के टमाटर देखने को मिलते हैं। हमें हाइब्रिड और देसी दो तरह के टमाटर का विकल्प मिलता है, यह दोनों हैं तो टमाटर ही फिर इन दोनों में क्या अंतर है?
दोनों हैं तो टमाटर ही लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इन दोनों ही किस्म में जमीन आसमान का अंतर है। अगर आप देसी टमाटर की पहचान करना चाहते हैं, तो आप उसके रंग से उसकी पहचान कर सकते हैं।
यह टमाटर एकदम लाल नहीं होता है, बल्कि हल्का पीला और हरा सा नजर आता है। कभी कभी देखने में लगता है, कि जैसे टमाटर पका हुआ नहीं है, लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है,
यह टमाटर सब्जी को या किसी भी देश को एक हल्का खट्टा मीठा टेस्ट देता है और यह रस से भरा हुआ होता है। साथ ही यह काफी पौष्टिक भी माना जाता है।
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वहीं पर हाइब्रिड टमाटर बड़े बड़े आकार के होते हैं और एकदम टाइट होते हैं। इनका रंग सुर्ख लाल होता है और इन को दबाने पर ऐसा लगता है, जैसे इनमें कोई रस नहीं है।अगर स्वास्थ्य की दृष्टि से देखा जाए तो यह टमाटर ज्यादा अच्छा नहीं माना जाता है। यह लंबे समय तक चल तो जाते हैं, लेकिन इनके ऊपर का छिलका आदि सख्त होने के कारण यह स्वास्थ्य को कई तरह की हानियां पहुंचा सकते हैं।
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छत्तीसगढ़, ओड़िसा, आंध्रप्रदेश और एमपी के किसान काशी हेमंत को उगाना पसंद करते हैं। वहीं, पहाड़ी क्षेत्रों में किसानों की पहली पसंद काशी शरद है।जबकि, गरम जलवायु के क्षेत्र माने जाने वाले हरियाणा, राजस्थान और गुजरात के किसान काशी अनुपम को अपनी पहली पसंद मानते हैं। काशी विशेष टमाटर एक ऐसी किस्म है, जो हर जगह उगाई जा सकती है।