Ad

किसानों के हित में सरकार की तरफ से चलाई जा रहीं महत्वपूर्ण योजनाऐं

Published on: 21-Sep-2023

किसानों के सशक्तिकरण के लिए सरकार की ओर से विभिन्न योजनाएं जारी की जा रहीं हैं। इन योजनाओं का प्रत्यक्ष तौर पर लाभ किसान भाइयों को प्राप्त हो रहा है। किसान भाइयों की आर्थिक हालत को सशक्त करने से लेकर फसल की बेहतर बढ़वार और बिक्री के लिए सरकार के तरफ से विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं। इन योजनाओं का प्रमुख उद्देश्य किसान भाइयों का सशक्तिकरण है। मेरीखेती के इस लेख में आज हम आपको ऐसी योजनाओं के विषय में जानकारी देंगे, जो कि किसानों के फायदे के लिए सरकार की तरफ से चलाई जा रही हैं।

किसानों के सशक्तिकरण हेतु चलाई जा रहीं योजनाएं इस प्रकार हैं

पीएम किसान सम्मान निधि योजना

पीएम किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत किसान भाइयों को हर एक वर्ष सरकार की ओर से 6 हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। इस योजना के अंतर्गत किसानों के खातों में चार महीने के अंतराल पर दो-दो हजार रुपये भेजे जाते हैं।

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना

यह योजना किसानों के लिए सुरक्षा कवच के तौर पर कार्य करती है। योजना के तहत रबी एवं खरीफ की फसलों का बीमा किया जाता है। रबी की फसल के लिए डेढ़ प्रतिशत और खरीफ के लिए लागत का 2 प्रतिशत प्रीमियम भरना होता है। अत्यधिक हानि होने की स्थिति में किसान भाई योजना के अंतर्गत मुआवजा प्राप्त कर सकते हैं।

ये भी पढ़ें:
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से किसानों को क्या है फायदा

प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना

फसलों की बेहतरीन सिंचाई के लिए सरकार प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना चला रही है। योजना के अंतर्गत किसानों को ड्रिप सिंचाई और स्प्रिंकलर सिंचाई प्रणाली अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। किसानों को 90 प्रतिशत तक अनुदान प्रदान किया जाता है।

किसान क्रेडिट कार्ड

खेती के कार्यों के लिए किसान भाइयों को धन की आवश्यकता होती है। ऐसी स्थिति में उनके लिए किसान क्रेडिट कार्ड योजना चलाई जा रही है, जिसके अंतर्गत किसान भाई कम ब्याज पर 50,000 रुपये से लेकर 3 लाख रुपये तक का ऋण अर्जित कर सकते हैं। किसानों को 1,50,000 रुपये तक का ऋण बिना किसी गारंटी के ही प्रदान किया जाता है। इन योजनाओं के अतिरिक्त सॉइल हेल्थ कार्ड, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन, कृषि अवसंरचना कोष, ई-नाम और राष्ट्रीय कृषि विकास योजना जैसी योजनाएं चलाई जा रहीं हैं।

Ad