Published on: 14-Mar-2022
जैसा कि हम सब जानते हैं कि भारत एक उपजाऊ भूमि है यहां हर तरह की फसलें उगाई जाती हैं। उसमें से एक धनिया भी है धनिया जिसको इंग्लिश भाषा में coriander भी कहते हैं। धनिया के एक नहीं कई सारे फायदे हैं फायदे के साथ ये खाने को जायकेदार भी बनाता है। धनिया में पाए जाने वाले तत्व जैसे डाइटरी फाइबर ,प्रोटीन ,विटामिन सी का मुख्य स्त्रोत होता है। साथ ही साथ इसमें विटामिन बी3 कैलशियम ,मैग्निशियम, मैग्नीज, आयरन आदि भी मौजूद होते हैं। आइये जानते है धनिये की कटाई के बारे में !
धनिया की कटाई की प्रक्रिया कुछ इस प्रकार है जिसके द्वारा धनिया की कटाई की जाती है:
- जब धनिया की फसल पूरी तरह से पक जाती है तो इसके सूखने के बाद इसकी खूब अच्छी तरह से तोड़ने( तुड़ाई )की प्रक्रिया को शुरू कर दिया जाता है।
- तुड़ाई के बाद इसे खूब अच्छे साफ पानी से धोया जाता है। 30 से 40 दिन पूर्व बीत जाने के बाद।
- धनिया की कटाई से पहले धनिया के बीज को स्टोर करना होता है। जब धनिया का पौधा भूरा रंग का हो जाए। तो ही उसे काट कर एक कागज की थैली में रख दिया जाता है।
- थैली को आपको कहीं दीवार पर लटका कर रखना होता है। उसके पौधे को सूखने से बचाने के लिए।जब तक सारे बीच थैली में ना गिर जाए।
कुछ इस प्रक्रिया द्वारा किसान धनिया की कटाई करते है।
धनिया की गिनती मसाला वर्गीकरण फसलों में होती है (Coriander is Counted in Spice Classification Crops) in Hindi:
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- धनिया की मांग पूरे साल मार्केट में बनी रहती है।
- मार्केट में धनिया की लगातार मांग देते हुए। धनिया की बीज को अच्छी तरह से कंटेनर में स्टोर कर भी रखा जाता है।
- पत्तियों को सुखाकर इसे स्टोर कर रखा जाता है।
- धनिया को सुखाने के लिए कृषि इसे ऊंची जगह पर लटका कर रख देते है जिसके बाद धनिया अच्छे से सूख जाने के बाद कंटेनर में स्टोर हो सके।
- धनिया की कई किस्में और इसकी बहुत सारी बीच काफी मात्रा में उपयुक्त हैं।
धनिया की फसल कितने दिन में तैयार होती है ( In How Many Days Coriander Crop is Ready) in Hindi:
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- धनिया की फसल उगाने के लिए इसकी सिंचाई करनी होती है। जिसमें लगभग30 से 35 दिन का समय लगता है।
- धनिया फसल की दूसरी सिंचाई का समय लगभग 50 से 60 दिन का होता है। साख फूटने के बाद यह सिंचाई की जाती है।
- सिंचाई के बाद धनिया के फूल आना शुरू हो जाते हैं तथा बीच बनने की अवस्था शुरू हो जाती है
- यह सभी सिंचाई करने के बाद धनिया की एक अच्छी फसल तैयार हो जाती है। 90 से 100 दिन के उपरांत आपको धनिया की अच्छी फसल की प्राप्ति होती है।
धनिया की खेती का समय ( Coriander Cultivation Time) in Hindi:
- धनिया की खेती का सही समय रबी का मौसम है।यह रबी के मौसम में बोई जाने वाली फसल है।
- धनिया फसल की जोताई का समय 15 अक्टूबर से 15 नवंबर के बीच का होता है जब इस फसल को बोया जाता है।
- धनिया की अच्छी हरी पत्तियों को प्राप्त करने के लिए आपको दिसंबर तक का इंतजार करना होता है।
- धनिया को उगाने के लिए डाली जाने वाली खाद्य कृषि विशेषज्ञों के अनुसार चुनी जाती है।
- विशेषज्ञों द्वारा खेत को तैयार करने के लिए गोबर की खाद मिट्टी में सही तरह से मिलाना होता है।
- जिसकी मात्रा 100 से 150 कुंटल होनी चाहिए। इसकी खेती के लिए नत्रजन 80 किलोग्राम होना आवश्यक है।
- इसमें करीब 50 किलो पोटाश तथा फास्फोरस की आवश्यकता पड़ती है।
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धनिया की फसल में सल्फर कब डालते हैं( When to Add Sulfur in Coriander Crop) in Hindi:
धनिया की फसल के लिए सल्फर बहुत ही उपयोगी होते हैं। इसको किस प्रकार इस्तेमाल करना है? इसकी कितनी मात्रा में आपको सिंचाई करनी होती है? यह सभी सवालों के जवाब कुछ निम्न प्रकार है:
- एक 1000 लीटर पानी में आपको सिर्फ 1 लीटर सल्फर मिलाकर शाम के समय फसलों पर छिड़काव करना होता है।
- शाम के समय आपको हल्की सिंचाई करने के दौरान मेंढ के हर तरफ धुआं करना होता है।
- यदि आपको पाला पड़ने की आशंका दिखाई दे तो आप सबसे पहले डाई मिथाइल सल्फो ऑक्साईड को 75 ग्राम की मात्रा में 1000 लीटर पानी में अच्छे से मिलाकर पूरी तरफ छिड़काव कर दें।
धनिया के फायदे (Benefits of Coriander) in Hindi
धनिया एक नहीं बल्कि कई तरह से आपके लिए उपयोगी साबित है।धनिया की उपयोगिता कुछ इस प्रकार है :
- डायबिटीज से आजकल हर व्यक्ति परेशान है। डायबिटीज से होने वाले नुकसान हमारे शरीर को कमजोर बना रहे हैं। धनिया आपके डायबिटीज को कंट्रोल करता है।
- धनिया रामबाण है, जो आपके ब्लड शुगर को लेवल में बना कर रखता है।
- किडनी के रोग को रोग मुक्त करने के लिए भी यह बहुत ही असरदार साबित हुआ है।
- यदि आप बार-बार अपनी पाचन क्रिया से परेशान हैं। तो आप रोजाना धनिया का सेवन करें यह आपकी पाचन शक्ति को मजबूत बनाता है।
- कोलेस्ट्रोल को कंट्रोल में रखता है।
- आंखों की सुरक्षा तथा आंखों की रोशनी को बढ़ाने का भी कार्य करता है।
- फसल की कटाई की शुरुआत उसका कद 20 से 25 होने के बाद करनी चाहिए। हरी पत्तियों को काटकर अलग कर दें।
- आपको यह कटाई तीन से चार बार करनी होती है। पूरी कटाई हो जाने के बाद आपको 6 से 7 दिनों तक धूप में फसल को सूखने देना है।
- धनिया की पत्तियों को चबाने से मुंह सुगंधित रहता है तथा इसको चबाने से हमारे दांतों और मसूड़ों को कई तरह के फायदे पहुंचते हैं।
- धनिया में मौजूद मिनरल इसको और भी ज्यादा उपयोगी बनाता है।धनिया अपने बेमिसाल फायदे के लिए जानी जाती हैं।
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निष्कर्ष (Conclusion)
हमारी इस पोस्ट द्वारा आपने धनिया की कटाई और धनिया से जुड़ी सभी आवश्यक बातों को जान लिया होगा, तो हम आपसे यह उम्मीद करते हैं।कि आप हमारी इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें और आगे आपके जो भी सवाल हो। जानने के लिए संपर्क करें, हम उम्मीद करते हैं यह पोस्ट आपको जरूर पसंद आई होगी।