नवंबर के महीने में धान की कटाई के बाद किसान गेहूं की बुवाई शुरू कर देते है। नवंबर का महीना गेहूं की खेती (genhu ki kheti; wheat farming) के लिए उपयुक्त माना जाता है। अगर आप किसान है और गेहूं की बुवाई करने में लगे हुए है तो आपको काले गेहूं की खेती(black wheat farming) करनी चाहिए। काले गेहूं की खेती से किसान आजकल बंपर मुनाफा कमा रहे है। नवंबर का महीना काले गेहूं की खेती के लिए उपयुक्त माना जाता है। औषधीय गुणों से भरपूर काला गेहूं सामान्य गेहूं से ज्यादा महंगी दर पर बिकता है जिससे किसानों को भरपूर मुनाफा होता है।
काले गेहूं की बाजार में भारी मांग है, इसे डायबिटीज और हार्ट अटैक के मरीजों के सेवन के लिए उपयुक्त माना जाता है। इस में पाए जाने वाले तत्व डायबिटीज, हार्टअटैक, कैंसर, मानसिक तनाव, घुटनों के दर्द और एनीमिया जैसी रोगों के खिलाफ बहुत ही फायदेमंद साबित होते है। इसीलिए डॉक्टरों के द्वारा भी काले गेहूं की सेवन करने का सलाह मरीजों को दी जाती है।
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अगर उत्पादन की बात करें तो एक बीघा खेत में लगभग 10 से 12 क्विंटल काले गेहूं का उत्पादन किया जा सकता है। आमतौर पर किसान सामान्य गेहूं की खेती करके लगभग 4000 से 6000 रुपए क्विंटल की दर से बेचते है। लेकिन काला गेहूं की खेती करने के बाद काले गेहूं की फसलों को सामान्य गेहूं से दो गुना दर पर बेचा जाता है। इसका फसल देखने में भी काला होता है और इसकी रोटी भी काली बनती है। इसका स्वाद सामान्य गेहूं के रोटी से थोड़ा सा अलग होता है, लेकिन यह मानव शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। यह गेहूं अपने लाभ और औषधीय गुणों के कारण आजकल खूब चर्चा में है। इसकी खेती करके आप बढ़िया मुनाफा अर्जित कर सकते है।